तो दोस्तों इस लेख में हम आप लोगों को Dhokebaaz Shayari In Hindi का कलेक्शन देने वाला हूं जो कि आप लोगों को जरूर पसंद है क्योंकि अगर आप लोग किसी से धोखा खाए हो तो।

दोस्तों आजकल के जमाने में कोई किसी से प्यार करता है और उसमें धोखा मिल जाता है तो कैसा लगता है या आप सब लोगों को पता ही है क्योंकि आजकल की दुनिया में धोखेबाज लोग तो बहुत सारे होते हैं।
तो इस लेख में जो धोखेबाज शायरी हम आप लोगों को दे रहे हैं उनको आप नीचे जाकर जरूर पढ़ें और अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी इन्हें शेयर करें।
Dhokebaaz Shayari In Hindi
कोई ना मिले तो किस्मत से गिला नही करते,
अक्सर लोग मिलकर भी मिला नही करते।
और हर शाख पर बहार आती है मगर हर,
शाख पर फूल खिला नही करते।

जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिले,
उनमें पराये कम अपने ज्यादा मिले।

हर कहानी में ज़िक्र होगा,
उन धोखेबाज़ लम्हों का।
जब यकीन टूटा था दिल का,
और साथ छूटा अपनों का।

बड़ी अजीब सी है शहरों की रौशनी,
उजालों के बावजूद चेहरे पहचानना मुश्किल है।

तुम्हारे जूठे वादों का अब हमे ऐतबार नहीं,
धोखे ने सिखाया हमें इस दुनिया,,
में प्यार का मतलब बहुत खास नहीं।

अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल,
अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल।
अब किसी दिलासे की जरूरत नही है,
क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल।

दुश्मनो से ज़्यादा खतरनाक वो है,
जो दोस्त बन कर धोखा देते है।

धोखा देने वाले को क्या सजा दूं,
मेरा अपना ही दोस्त धोखेबाज निकला।

हर भूल तेरी माफी,
हर रखता को तेरी भुला दिया।
गम ये है कि मेरे प्यार का,
तूने बेवफा बनके सिला दिया।

ज़ख़्म ही देना था तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था,
मगर कमबख़्त तूने तो हर वार दिल पर ही किया।

Dhokebaaz Shayari
लोग धोखा हमेशा गलत इंसान से खाते हैं,
ओर बदला अच्छे इंसानों से लेते हैं।

साथ जीने मरने का से वादा था
मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था।
सारी बातों ‘तू मुखर क्यूँ गयी,
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी।

हिसाब किताब न पूंछ ए ज़िन्दगी,
जब तूने भी सितम न गिने तो हमने भी ज़ख्म न गिने ।

धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक,
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते।

देखे तो देखे कहा तक,
यहाँ तो हर शख्स धोखेबाज़ नज़र आता है।

बेईमानो की बस्ती में,
मैं भी इस कदर बदनसीब था,,
प्यासा भी रहा मै पर समुंदर भी करीब था।

तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम तो बेवजह ही खुद को खुशनसीब समझ बैठे।

धोखे की राहों पर तुमने हमें छोड़ दिया,
दिल को टूटने का हर गम हमें दे दिया।

धोका तूने ऐसा दिया मेरी जिंदगी का,
हर मकसद मुझसे छीन लिया।

ज़िन्दगी में सब कुछ करना पर धोखा देने,
वाले इंसान पर वापस भरोसा मत करना।

Dhokebaaz Ladki Shayari
हाथ तो कायेंगे ही मेरी जान,
मेरा हक जो किसी और को दे रही हो।
दिल हज़ार बार चीखे उसे चिल्लाने दीजिए,
आपका नही हो सकता उसे जाने दीजिए।
एक आईना ही है जिसने आज तक,
किसी इंसान को धोखा नहीं दिया।
प्यार तुझे था तो प्यार मुझे भी था,
तूने शक़ को धोखे का नाम देकर सब कुछ तबाह कर दिया।
इस धोकेबाज़ दुनिया मैं,
बस एक पान वाला ही है,,
जो पूछ कर चुना लगा रहा है !!
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इस धोखेबाज दुनिया में बस एक पान वाला ही है,
जो पूँछ कर चुना लगता है।
दीवानगी का सितम तो देखो कि धोखा मिलने,
के बाद भी चाहते है हम उनको।
वो जो कभी मेरे दिल के करीब था,
आज बेवफा बनकर दूरियो में खो गया ।
जिसपे जान लुटाई थी मैंने कभी,
उसी ने मुझे तन्हाइयों में छोड़ दिया।
दिलों जान से चाहा था उसे लेकिन उसने,
मेरी मजबूरी को धोखेबाजी का नाम दे दिया।
वादे किए थे साथ चलने के,
धोखा मिला हमें राह में।
Dhokebaaz Shayari Hindi
छीन ली गई मेरी घुटन मेरे चेहरे का नूर कुछ साले थे,
जिससे मैं किसी से कह ना सको।
हमने जिसे सब कुछ माना,
उसने ही हमें कुछ ना समझा।
धोखेबाज़ था वो इंसान,
जो हर कसम को मज़ाक समझा।
तेरे हर झूठ पे यकीन था मुझे तूने तो,
बाद मे पहले मैंने ही खुद को धोखा दिया !!
प्यार तो आज भी तुमसे उतना ही है,
बस तुम्हे एहसास नही ओर हमने जताना छोड़ दिया।
जब तुमसे मुझे धोखा मिला तो ये,
एहसास हुआ तुम कलाकार भी कमाल के हो।
बड़ा गुरूर मुझको मेरे यार पर था,
बाद में पता चला मेरा ऐतबार इक गद्दार पर था।
धोखा देना तो उसकी फितरत में था,
मैंने ही उसे अपने प्यार में अनदेखा कर दिया।
जिस पे सबसे ज्यादा विश्वास था हमें,
वो ही सबसे बड़ा धोखेबाज निकला।
दोस्तों से उम्मीद मत रखना,
उम्मीद उससे रखना जो दोस्ती के काबिल हो।
सिख गए हैं धोखे से प्यार करना,
अब जिंदगी को बेहतर तरीके से जीने का वक्त आ गया है।
Dhokebaaz Shayari Love
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं,
पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं।
तूने मेरी नजरों के सामने किसी और को अपना कह दिया मैं,
देखता रहा तुझे कुछ करना पाया मैं।
यही मेरी किस्मत में लिखा था,
किस्मत का लिखा हुआ बदल ना पाया मैं।
तुमसे मिली थी मोहब्बत की पहचान,
तुमसे ही दिया धोखे का निशान।
पता नहीं कैसे अनजाने में दिल गवा बैठे,
इस प्यार में कैसे हम धोखा खा बैठे।
उनसे क्या गिला करे हम भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिल वालों से दिल लगा बैठे हम।
मिट जाते हैं औरों को मिटाने वाले,
लाश कहाँ रोती है, रोते हैं दोस्त जलाने वाले।
लोग कहते हैं कि बिना मेहनत,
कुछ पा नहीं सकते।
न जाने ये गम पाने के लिए,
कौन सी मेहनत कर ली हमने।
बहुत कोशिश की मेने उसे मनाने की,
फिर एक रोज मैने खुद को समझा लिया।
वक्त बदलने के साथ साथ रिश्ते भी बदल जाते है,
जो कभी वफादार होते थे वो भी धोकेबाज़ बन जाते है।
इस जहां में कोई नहीं बचा ऐतबार के काबिल,
दोस्त धोखा दे जाते हैं अब तो झूठे प्यार के खातिर।
दूर हुई तुझसे कोई गिला नहीं,
तेरे जैसा धोखेबाज मुझे कभी मिला नहीं।
Dhokebaaz Shayari 2 Line
तुम्हारी यादें अब धुंधली हो गई हैं,
धोखे की सच्चाई से हम रूबरू हो गए हैं।
धोखा देकर कोई नहीं बचता,
किसी ना किसी की बददुआ,,
ज़िन्दगी तबाह कर देती है।
इंसान की ख़ामोशी ही काफ़ी है,
ये बताने के लिये की वो अंदर से टूट चूका है।
हम उसे याद बहुत आएँगे,
जब उसे भी कोई ठुकराएगा !!
कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला।
दुनिया में कुछ इंसान ऐसे होते हैं,
जिन्हे आप चाहें कितना भी प्यार मान सम्मान।
दो वो फिर भी आपको धोखा ही देते है,
क्योंकि आप लोगों की फितरत कभी नहीं बदल सकते।
दुश्मनों के दिल को भी बड़ा कटार आता है,
जब अपना दोस्त ही सबसे बड़ा गद्दार निकलता है।
दिल से चाहो तो सजा देते है लोग,
न चाहो तो बेवफा कह देते है लोग।
बहुत रंगीन ये ज़माना हर शख्स ने रंग दिखाया हैं,
दग़ाबाज़ी करना हमे दोस्तों ने सिखाया है।
एक बार जो मिला धोखा, भरोसा उठ जाता है,
फिर हर रिश्ते में इंसान, घबराने लग जाता है।
Dhokebaaz Girlfriend Shayari
सच्चे इश्क़ का यही अंजाम है,
धोखा मिलता है, और आँखें नम होती हैं।
देखें तो देखे कहां तक,
यहां तो हर शख्स,,
धोखेबाज नजर आता है।
देख कर मेरे चेहरे की मुस्कुराहट,
वो मुझे खुश समझ बैठे है।
उन्हे क्या पता की हम कितना दर्द,
दिल में दबाए बैठे है।
जमाने को अच्छा समझा, लेकिन वो चालबाज निकला,
अपने को अपना समझा, लेकिन वो धोखेबाज निकला।
आदत नही है मेरी यू भावनाओ में बहने की,
मगर कभी कभी मेरा दिल खुद मुझे धोखा दे देता है।
वो हर दफा झूठ बोलता रहा,
मैच समझता रहा कितने,,
धोखे दिए उसने मै रोज मरता रहा।
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है।
धोखा भी बादाम की तरह है,
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है।
धोखेबाज नेता के चेहरे पर है झूठ का मुखौटा,
मीठा बोल बोल कर उसने सभी को लूटा।
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे।
तेरे प्यार में मिली हमें, सिर्फ बेवफाई की निशानी,
धोखा देकर चली गई, छोड़ कर हमें इस वीरानी।
तेरे प्यार की ये सच्चाई थी,
कि हर खुशी के पीछे एक परछाई थी।
प्यार निभाने के लिए मैं हमेशा झुकता रहा,
और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे।
मैं तुम्हारी हूं ऐसा वो हर शाम लिखा करती थी,
बड़ी बेवफा थी वो लड़की ना जाने,,
यह खत कितनों के नाम लिखा करती थी।
भरोसा जितना कीमती होता है,
धोखा उतना ही महंगा हो जाता है।
दोस्त रूठे तो रब रूठे,
फिर रूठे तो जग छूटे।
फिर रूठे तो दिल टूटे,
अगर फिर भी रूठे तो।
उतार चप्पल और तब तक मार साले को,
जब तक चप्पल ना टूटे।