तो दोस्तों आज हम आप लोगों के साथ साझा करने वाले हैं रिश्तों की दर्द भरी शायरी (Rishto Ki Dard Bhari Shayari) का बहुत सारा कलेक्शन जो कि आप लोगों को जरूर पसंद आएगा।
रिश्ता चाहे कोई सा भी हो पर उसमें कोई ना कोई प्रॉब्लम जरूर होती रहती है रिश्ता चाहे दोस्ती का हो प्यार का हो या फिर घर परिवार वालों रिश्तेदारों टाइप का हो उनमें हमेशा कुछ न कुछ परेशानियां जरूर होती रहती है।
तो मेरे दोस्त आप लोग यहां पर रिश्तों की दर्द भरी शायरी ढूंढने आए हो तो आप लोग सही जगह पर आए हो क्योंकि हमने यहां पर बहुत सारे ऐसे ही रिश्तों की दर्द भरी शायरी का कलेक्शन करके रखा है।
तो आप लोग जल्दी से नीचे स्कूल करके जाइए और सभी शायरियों को एक-एक करके पढ़ लीजिएगा क्योंकि आप जब तक सभी शायरियों को पढ़ोगे नहीं तब तक आप लोगों को समझ में नहीं आएगा कि आपके लिए परफेक्ट शायरी कौन सी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि आप लोगों को कोई ना कोई शायरी जरूर पसंद आ जाएगी।
Rishto Ki Dard Bhari Shayari Images
आज वो फिर इश्क की दास्ताँ सुनाने आये है,
आज वो फिर प्यार जताने आये है।
जिनके गम के आसूं हम कब के पोंछ चुके,
आज वो फिर हमे रुलाने आये हैं।
वो जिंदगी ही क्या जिसमे इश्क नही,
वो इश्क ही क्या जिसमे यादें नही,,
और वो यादे ही क्या जिसमे तुम नही।
तालुक्कात उनसे पुराने वाले नहीं रहे,
वक़्त ने एक लम्बी दूरी तय कर दी और,,
अब मुलाकातों के ज़माने नहीं रहे।
कभी हम उनकी रात दिन में थे शामिल,
अब ख़यालों में भी मौजूदगी नहीं हासिल।
बुझते है जलते हैं यादों के दिये,
ऐसा क्या गुनाह किया हमने।
जो इतने सितम हम पर किए,
वफा के बदले हमें क्या मिला,
दर्द भरे अश्क जो हमने पिए।
हर एक उलझे सवाल को,
उनके जवाब की तमन्ना है।
मौत से पहले वो रूबरू हो,
उनसे मुलाक़ात की तमन्ना है।
खामोश-सा हो गया है,
तुम्हारे बाद ज़िंदगी का मंज़र।
कभी गुल खिला करते थे,
अब तो हैं मुद्दतों से बंजर।
नज़र और नसीब में भी क्या फर्क है यारों,
नज़र उसे ही पसंद करती है जो नसीब में नहीं होता।
सीख जाओ वक़्त पर,
किसी की चाहत की कदर करना।
कहीं कोई थक ना जाए,
तुम्हें अहसास दिलाते दिलाते।
अगर बिकने पर आ जाओ तो,
घट जाते हैं दाम अक्सर।
ना बिकने का इरादा हो तो,
कीमत और बढती है।
रिश्तों की दर्द भरी शायरी फोटो
जिंदगी अभी उदास ना होना,
कभी किसी बात पर निराश ना होना।
यह जिंदगी एक संघर्ष है चलती ही रहेगी,
कभी अपने जीने का अंदाज ना खोना।
जीना चाहा तो जिंदगी से दूर थे हम,
मरना चाहा तो जीने को मजबूर थे हम।
सर झुका कर कबूल कर ली हर सजा,
बस कसूर इतना था कि बेक़सूर थे हम।
जख्म कुछ इस कदर दिए तुमने,
कि हमें इश्क के नाम से ही नफरत होने लगी।
तेरी जुदाई ने हमें कुछ इस कदर तोड़ा है,
जैसे टूटते तारे ने आसमान छोड़ा है।
एक बात मुझको ले आती है गम में,
जिससे इश्क है वही नही है मेरे दिल में।
मैंने देखा है उनको दिल की राहो से गुजरते हुए,
खामोशियां भले हो जाहिर दिल से याद करते हुए।
दर्द तो हकीकत ने दिया है,
तेरी प्यार की यादें तो आज भी जिंदा है।
किस्मत और अपनो का कोई भरोसा नही,
जनाब कभी भी बदल जाते है।
अजीब सा जहर है तेरी यादों में सनम
मरते-मरते मुझे सारी जिंदगी लगेगी।
रिश्तो की डोर बांधने चले थे जनाब,
उलझे ऐसे कि फिर सूलझ ना पाए।
क्या बेचकर खरीदें तुझे ऐ-मोहब्बत,
सब कुछ तो बिक चुका है बेवफा के बाजार में।
दिल मिल भी सकता है खो भी सकता है,
यह इश्क की दुनिया है साहब यहां कुछ भी हो सकता है।
नहीं तुम्हारी गलती नहीं है,
हमने ज्यादा उम्मीद कर ली थी आपसे।
हो गया जो होना था अब सिर्फ जीना है,
सबको Ignore करके।
बेहिसाब गम में खुश रहने की कोशिश जारी है,
उसने हमें भूल दिया तो,,
अब हमें भी उसे भूल जाने की बारी है।
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जिस शहर में बातों से पहले,
रातें खत्म हुआ करती थी,,
आज उस शहर में खामोशी का पहरा है।
लोग जलते रहे मेरी मुस्कान पर,
मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की।
जब जहाँ जो मिला अपना लिया,
जो न मिला उसकी ख्वाहिश से ही दिल लगा लिया।
कागज़ पे हमने भी ज़िन्दगी लिख दी,
अश्क से सींच कर उनकी खुशी लिख दी।
दर्द जब हमने उबारा लफ्जों पे,
लोगों ने कहा वाह क्या गजल लिख दी।
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,
ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है।
मैं फिर ना मिलूँगा कहीं ढूंढ लेना,
तेरे दर्द का अब ये असर आख़िरी है।
दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना,
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना।
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं,
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना।
रिश्तों की दर्द भरी शायरी 2 Line
आज फिर तेरी याद आयी बारिश को देख कर,
दिल पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर।
रोये इस कदर तेरी याद में,
कि बारिश भी थम गयी मेरी बारिश को देख कर।
ग़म इसका नहीं कि तू मेरा न हो सका,
मेरी मोहब्बत में मेरा सहारा ना बन सका।
ग़म तो इसका भी नहीं कि सुकून दिल का लुट गया,
ग़म तो इसका है कि मोहब्बत से भरोसा ही उठ गया।
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़,
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़।
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़,
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास।
बेबसी क्या होती है,
उस इंसान से पूछो।
जो किसी को खो भी नहीं सकता,
और उसका हो भी नहीं सकता ।
जवाब तो हर बात का दिया जा सकता है मगर,
जो रिश्तो की अहमियत ना समझ पाया वह शब्दों को क्या समझेगा।
कभी किसी को इस हद तब भी नजरअंदाज मत करना,
कि वक़्त उसे तुम्हारे बिना जीना सिखा दे।
जरूरी नहीं कि हर रिश्ता लड़ाई झगड़े से खत्म हो,
कुछ रिश्ते किसी की खुशी के लिए भी खत्म करने पड़ते हैं।
वहम था कि सारा बाग अपना है,
तूफान के बाद पता चला,,
सूखे पत्तों पर भी हक हवाओं का था।
लोगों को अच्छा समझना छोड़ दो,
क्योंकि अंदर से वह लोग,,
वह नहीं होते जो बाहर से दिखाई दे।
दर्द ऐसा मिला मोहब्बत में,
जिंदगी कट रही मुसीबत।
हर घड़ी बेकरार रहता हूं,
रात कटती नहीं है राहत में।
हम किसी को बता नहीं सकते,
दर्द ऐसा मिला है चाहत में।
मेरा दिल तोड़ कर यूं मुस्कुराना छोड़ दे हमदम,
बहुत रोएगी जब कोई तेरा दिल तोड़ जाएगा।
हम ये कैसे बताये आपको कैसे है हम,
बस इतना समझ लीजिये आप खुश है तो खुश है हम।
उस रब की कायनात में रात न होती,
तो उनसे ख्वाबो में भी बात न होती।
हर बात की वजह ये दिल होता है,
ये दिल न होता तो कोई बात न होती।
तेरी हर ख़ुशी को अपना बना लूँ,
तेरे हर गम को अपना बना लूं।
हम बस चोरी करना नही जानते,
वरना तेरी आँखों से हर एक आंसू चुरा लूँ।
हम जमाने की खुशियाँ नही मांगते हम गम ही चाहते हैं,
हमारे हिस्से की सारी खुशियाँ उनको देदो जिन्हें हम चाहते है।
गुज़रता है दिन ब-मुश्किल,
पर रात नहीं गुज़रती।
तेरे बिना मेरे हमदम,
ज़िंदगी अब नहीं गुज़रती।
जिक्र उनका जो हुआ,
गुज़रा ज़माना याद आया।
हमको उनके साथ बिताया,
हर लम्हात याद आया।
मेरे दर्द का इलाज,
किसी चारागर के पास नहीं।
जिसके पास है वो मेरे,
तसव्वुर में भी पास नहीं।
दर्द की घटा घिर आयी,
और आखों में बरसात हुई।
शतरंज वक़्त ने बिछाई,
और हमारी आखिर मात हुई।
नादां दिल की हसरतों पर बस नहीं चलता,
दिल उनसे मोहब्बत की आरज़ू करता है,,
पर उनका दिल ज़रा-सा भी नहीं पिघलता।
रिश्तों की दर्द भरी शायरी Status
बचपन की दोस्ती पर हमको गुमान था,
गलतफहमी की दीवार फिर ऐसी खड़ी हो गई।
दूरियां इतनी बढ़ी कि देखे हुए मुद्दतें हो गई,
खून के रिश्तों से भी ज़्यादा जिन पर ऐतबार था।
बड़ा गजब का हमदर्द है मेरा बात ख़ुशी देने की,
ही करता है मगर दर्द के सिवा कुछ देता ही नहीं।
तुमसे ही रूठ कर तुमको ही सोचते रहना,
हमें तो ढंग से नाराज होना भी नहीं आता।
तुमको लेकर मेरा ख्याल नहीं बदलेगा,
साल बदलेगा मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा।
बस तुम्हें पाने की तमन्ना नहीं रही,
महोब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करते हैं।
मेरे दिल को अब किसी से गिला नहीं,
मन से जिसे चाहा वो मुझे मिला नहीं।
बस नसीब कहूं या वक़्त की बेवफाई,
अंधेरे में एक दीपक मिला वो भी जला नहीं।
जनाब जिस शख्स से दिल्लगी थी,
वही हमे जिंदगी भर दर्द देता रहा।
जनाब जो इंसान सहना सीख जाता है,
वही जमाने में सही मायने में जी पाता है।
आज के जमाने में सुंदर शक्ल के,
लिए साफ दिल वाले छोड़ दिए जाते है।
किसको परवाह है किसी के जज्बातो की,
यहां हर शख्स अपने मतलब से मिलता है।
प्यार के रिश्ते ने दम तोड़ दिया,
आखिर दोनो ही ज़िद में सब ले डूबे।
वो हमे अपना बनाते भी तो कैसे उन्हे चांद की,
ख्वाहिश थी और मैं तो कोई सितारा भी नही।
इन तन्हाइयो से मुझे अब मोहब्बत होने लगी है,
जब से तू मेरी जिंदगी से दूर हो गयी है।
तेरी यादो के साए मुझे रोज दर्द दे रहे है,
अब हम जिंदा लाश बन कर जी रहे है।
आंखों से मेरे अश्को की बरसात होने लगी,
जब तेरी बेवफाई मुझे बेइंतहा दर्द देने लगी।
ये ठंडी हवाएं मुझे तेरे।
इश्क की याद दिला रही है।
बड़ी मुश्किल से भूली थी मैं तुम्हे,
ये फिर मुझे बेइंतहा दर्द दे रही है।
मोहब्बत के नाम पर धोखा दिया है तुमने मेरी बद्दुआ है,
कि तुम्हें कभी मोहब्बत नसीब ना हो।
रोना भी छोड़ दिया हमने यह सोचकर कि कहीं,
खुदा मेरे आंसुओं का हिसाब तुमसे ना ले ले।
फिर एक दिन बेचैन होकर वह मुझे सोचेगा,
जब एक दिन उसी की तरह उसे कोई और छोड़ेगा।
वह सोचती होगी आराम से सो रहा हूं मैं,
उसे क्या पता उससे बिछड़ कर बहुत रो रहा हूं मैं।
इस जगमगाती रोशनी में भी बेजान खामोशी छाई है,
जब से उस बेवफा की याद इस दिल को आई है।
लबों पर हर रोज एक नया झूठ सजाया जाता है,
जब से टूटा है दिल बेवजह ही मुस्कुराया जाता है।
कैसे भरोसा कर लिया मैंने उसके प्यार पर,
वह भी तो औरों की तरह ही मजा लेता है,,
मुझे दूसरों की नजरों में गिरा कर।
बेहतर है अकेले रहो लोग तो बीच राह छोड़ जाते हैं,
वादे सारी उम्र के करके दूसरे ही पल तोड़ जाते हैं।
अपनी चादर के अंदर तूने भी बहुत से राज फेरे हैं,
आंखों तो तेरी हैं पर उनमें से बहने वाले आंसू मेरे हैं।
रिश्तों की दर्द भरी शायरी
तुझसे बिछड़ कर जाने हम क्यों जिंदा है,
खुदा कसम तुमसे इश्क करके हम बहुत शर्मिंदा है।
दिल मेरा जो अगर रोया न होता,
हमने भी आँखों को भिगोया न होता।
दो पल की हँसी में छुपा लेता ग़मों को,
ख़्वाब की हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता।
जिनके दिल पे लगती है चोट वो आँखों से नही रोते,
जो अपनो के ना हुए किसी के नही होते।
मेरे हालातों ने मुझे ये सिखाया है,
की सपने टूट जाते हैं पर पूरे नही होते।
तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं,
गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं।
हम अपनी उदासी से जब भी घबराये,
तेरे ख़याल की छाँव में बैठ जाते हैं।
कोई रास्ता नही दुआ के सिवा,
कोई सुनता नही खुदा के सिवा।
मैने भी ज़िंदगी को करीब से देखा है मेरे दोस्त,
मुश्किल मे कोई साथ नही देता आँसू के सिवा।
उसके इंतजार के मारे है हम,
बस उसकी यादों के सहारे है हम।
दुनियाँ जीत के कहना क्या है अब,
जिसे दुनियाँ से जीतना था आज उसी से हारे है हम।
उड़ता हुआ गुबार सर-ए-राह देख कर,
अंजाम हमने इश्क़ का सोचा तो रो दिए।
बादल फिजा में आप की तस्वीर बन गए,
साया कोई ख्याल से गुजरा तो रो दिए।
कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर हम दुनिया लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया, किस-किस को भुला देते।
अपने दिल का ज़ख्म दिल में ही दबाये रखा,
बयां करते तो महफ़िल को रुला देते।
दिल का दर्द एक राज़ बनकर रह गया ,
मेरा भरोसा मज़ाक बनाकर रह गया।
दिल के सौदागरों से दिल्लगी कर बैठे,
शायद इसलिए मेरा प्यार एक अल्फ़ाज़ बनकर रह गया।
रात की तन्हाई में उसको आवाज़ दिया करते हैं,
रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते हैं।
वो आयें या ना आयें हमारे ख्वाबों में,
हम तो बस उन्ही का इंतज़ार किया करते हैं।
कुछ लोग हमारी कदर इसलिए नहीं करते,
क्योंकि हम उन्हें एहसास दिला चुके हैं,,
कि हम उनके बगैर नहीं रह सकते।
पराए से क्या शिकायत करना,
घाव तो अपनों के ज्यादा चुभते हैं।
समय से ज्यादा सिर्फ उन्ही रिश्तो की कद्र करो,
जिन्होंने कठिन हेलो समय पर आप का साथ दिया था।
पहले पड़ोसी भी परिवार हुआ करते थे,
अब परिवार भी पड़ोसी हो गए हैं।
अच्छी बातें करने वाला हर इंसान अच्छा नहीं होता,
लेकिन अच्छी नियत और अच्छी सोच,,
रखने वाला हर इंसान अच्छा होता है।
हजारों मिठाइयां चखि है जमाने में,
खुशी के आंसुओं से मीठा कुछ भी नहीं है।
रात जैसे-जैसे आती है,
तेरी याद भी वैसे वैसे आती है।
दिल में उठता है दर्द का तूफान सा,
और आंखों से बरसात सी बरस जाती है।
दर्द से अब कहां शिकायत है,
दर्द अब जिंदगी की आदत है।
हर घरी आंसुओं में भीगा हूं,
मुझसे कितनी तुम्हें मोहब्बत है।
दर्द दिल की कोई दवा तो नहीं,
मेरा हमदम वो बेवफा तो नहीं।
इसलिए दूर सबसे रहता हूं,
दर्द देगा वह फिर नया तो नहीं।
किस कदर डर गई है यह दुनिया,
दर्द से भर गई है यह दुनिया।
कोई घर से नहीं निकलता हैम,
कितना सचमुच बिखर गई दुनिया।
वो खुद नहीं आता है मगर,
प्यार की निशानी भेज देता है।
जब भी रातों को सोता हूं अक्सर,
सपने में झूठी कहानी भेज देता है।
बहुत अच्छी हैं तेरी यादें लेकिन,
तू मेरी आंखों में पानी भेज देता है।
अगर ख़ुशी मिलती है उसको मुझे रोता हुआ देखकर,
तो जान कसम मैं हंसना छोड़ दूंगा।
तड़प कर मर जाऊंगा लेकिन,
उसकी तरफ देखना छोड़ दूंगा।
दर्दे दिल का बयान बाकी है,
ज़ख़्म की दास्तान बाकी है।
तू नहीं है मगर तेरी खुशबू,
दर्द के दरमियान बाकी है।
तेरे दर्द के सच्चे हमदर्द हैं हम,
फिर किस लिए करता है तू ग़म।
सच कहता हूं मोहब्बत होगी न कम,
किस लिए रहती हैं तेरी आँखें नम।
कोन कहता है की मैने आपको भुला रखा है,
तेरी यादो को कलेजे से लगा रखा है।
Risto Ki Dard Bhari Shayari
यूँ तो हम अपने जज्बात में गुम थे,
फिर हमने नजरे उठा कर देखा,,
वहाँ सिर्फ तुम ही तुम थे।
उसको पाने का हक खो बैठे हैं,
फिर भी हम उसके इंतेजार में बैठे हैं।
प्यार से ज़्यादा प्यार करते है आपसे,
इस प्यार के कोई अल्फ़ाज़ नही होते।
मेरे एहसासों को जरा महसूस करके देखो,
इसके कोई गवाह नही होते।
न मेरा दिल बुरा था,
न दिल में बुराई थी।
ये तो सब नसीब की बात है,
जो नसीब में ही जुदाई थी।
चाहे कितने भी विज़ि हो जाओ तुम अपनी ज़िन्दगी में,
एक पल को तो याद आती होगी तुम्हे अपनी ज़िन्दगी में।
जाने क्यों तेरी याद आने लगती है,
मेरे होठो पे क्यों ये बात आने लगती है।
जो कभी तन्हाइयो में बैठने लगते हैं,
तब वो पहली मुलाकात याद आने लगती है।
हम कब कहते है हमारी कीमत जान लो,
अगर बिकना ही होता तो यूँ तन्हा न होते ये तुम जान लो।
रेशम का धागे की नींव पर पक्के रिश्ते बनाए थे,
वह मुंह मोड़ कर चल दिए जो दिल में बसाए थे।
कोई पूछे उनसे ऐसी क्या खता हुई हमसे,
जो बचपन के साथी थे और रूह में समाए थे।
तन्हाई में उनके ख़याल जब आते हैं,
दर्द में हमें मरहम लगा जाते हैं।
कोई मोहब्बत को इल्ज़ाम ना देना,
इबादत की तरह हम निभा जाते हैं।
खून करके वो ज़ज्बात का,
महफ़िलों में सरेआम घूमते हैं।
अश्कों की लड़ियाँ टूटती नहीं,
वो हमें बेहाल देख खुश होते हैं।
आज रात अपने चांद के बिना आई है,
महबूब ने भी हमसे ऐसे ही दूरी बनाई है।
इश्क किया तो ऐसा क्या जुल्म किया हमने,
जहां तक निगाह जाती वहां तक तन्हाई है।
शिद्दत से वो हमारी,
वफा का सिला देते हैं।
दर्द की इन्तेहाँ कर,
हमें अक्सर रुला देते हैं।
वो अपना बनकर वार करते हैं,
हर ज़ख्म का ठिकाना पता है उनको,,
हरा रखने के लिए वहीं ज़्यादा कुरेदते हैं।
दर्द मुसलसल अपनी कहानी कहता है,
सजल आँखों से अश्क बनकर बहता है।
सूखे हुए गुलाब की तरह,
खुश्क हो गये हैं जज़्बात।
पीले पत्तों की तरह झड़ते हैं,
अश्क चाहे दिन और रात।
उन्हें हमारे दिल से खेलकर,
जाने क्या मिलता है।
ऐसा को कोई किसी,
पराये के साथ भी नहीं करता है।
हर बात पर तल्खी,
हर बात पर सख्त मिज़ाज,,
उनके इस व्यावहार से जी हमारा जलता है।
किसी का दिल दुखाकर,
अपने लिए खुशियों की उम्मीद मत रखना।
मेरी आँखों में यही हद से ज्यादा बेशुमार है,
तेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्द तेरा ही इंतज़ार है।
दिल से रोये मगर होंठों से मुस्कुरा बैठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे।
वो हमें एक लम्हा ना दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिए जिंदगी लुटा बैठे।
खामोशी ही बेहतर है,
बातों से तो लोग अक्सर रूठ जाया करते हैं।
काश ये दिल बेजान होता,
ना किसी के आने से धड़कता,,
ना किसी के जाने से तड़पता।
तेरी खामोशी मुझे बेइंतहा दर्द देती है,
इस टूटे दिल को गमो से भर देती है।
प्यार के दर्द को मैने लफ्जो में पिरो लिया,
तेरे दिए जख्मो को मैने दिल से निकाल दिया।
मेरी जिंदगी के दिन बस अब थोड़े है,
इश्क के रास्ते में बस दर्द ही जुड़े है।
तुम हमसे बिछड़ कर जीत गए,
और हम तन्हा रहना सीख गए।
धड़कन मेरी थमी हुई है तेरी सांस में,
और तूने अपना हाथ दे दिया किसी पराए के हाथ में।
दिल से निकले हुए हर एक शब्द ढूंढ रही हूं,
उनके साथ जिए हर एक पल ढूंढ रही हूं।
Risto Me Dard Bhari Shayari
मोहब्बत के सफर में है वो पल भी गुजरे थे,
इंतजार में उनके ये नयन रातो को भी जगे थे।
खफा जिंदगी से नहीं अपने सपनों से है,
गैरों की परवाह नहीं दर्द बस अपनों से है।
छोड़ नहीं सकते हम अपनी आदतें जनाब,
ईमान बेच के जीने की आदत नहीं है हमारी।
जिन पर ज्यादा भरोसा हो,
वो जज्बातों से खेल जाते हैं।
इस मतलबी दुनिया में अपने ही,
अपनों का दिल तोड़ जाते हैं।
मेरे जिस्म को नहीं तूने मेरी रूह को सताया है,
आंखें तो बस जरिया है तूने दिल को रुलाया है।
बहम निकाल दो कि कोई प्यार करता है,
जो रुला सकता है वह भुला भी सकता है।
अधूरी पड़ी ख्वाहिशों की आवाज है,
किस कसूर की सजा मिली,,
जो मेरी मोहब्बत आज मुझसे नाराज है।
ना तुमसे अब मोहब्बत रही,
और ना तुझसे कोई वास्ता।
अपना हाल-ए-दिल बयां करने का,
शायरी ही थी आखिरी रास्ता।
क़दम क़दम पर बहारों ने साथ छोड़ दिया,
पड़ा जब वक़्त तो अपनों ने साथ छोड़ दिया।
क़सम खाई थी इन सितारों ने, साथ देने की,
सुबह होते ही सितारों ने भी साथ छोड़ दिया।
जो दिल से करीब हो उसे रुसवा नहीं करते,
यूँ अपनी मोहब्बत का तमाशा नहीं करते।
खामोश रहेंगे तो घुटन और बढेंगी,
अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते।
गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया,
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया।
थक के जब सितारों से पनाह ली,
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया।
हमने खोया इतना कुछ कि पाना ना आया,
प्यार कर तो लिया हमने पर जताना न आया।
आ गए थे तुम इस दिल में पहली नज़र में ही,
बस हमें ही आपके दिल में समाना न आया।
टुटा हो दिल तो दुःख होता हैं,
कर के मोहब्बत दिल रोता हैं।
दर्द का एहसास तब होता हैं,
जब आपकी मोहब्बत के दिल में कोई और होता हैं।
दिल था अमीर और मुक़द्दर ग़रीब था,
मिल कर बिछड़ना मेरा नसीब था।
चाह कर भी कुछ कर ना सके हम,
घर भी जलता रहा और समुंदर भी करीब था ।
यह बुरा वक्त भी बड़ा कमाल का होता है,
“जी” कहने वाले भी “तू” बोलने लगते है।
जो बुरे वक्त में आपकी कमियां गिनाने लग जाए,
उससे ज्यादा मतलबी इंसान कोई नहीं हो सकता।
भाई भाई का रिश्ता भगवान ने विपत्ति बांटने के लिए बनाया था,
लेकिन अफसोस आज यह सिर्फ संपत्ति बांटने तक सीमित रह गया।
जिंदगी में प्यार का पौधा लगाने से पहले जमीन परख लेना,
क्योंकि हर मिट्टी की फितरत में वफा नहीं होती।
वो गमों को मुझसे मिलाने को मिला था,
मेरा हमदर्द मेरा दर्द बढ़ाने को मिला था।
अब उससे शिकायत करना है बेकार,
वो तो मुझे जिंदगी से निजात दिलाने को मिला था।
टूट ना जाए तेरा दिल भी,
इस दुनिया से प्यार न मांगो।
प्यार किसी से जब भी करना,
प्यार के बदले प्यार न माँगो।
दर्द तू शोर ना कर अभी गमों की रात है,
मैं भी मर जाऊंगा बस कुछ दिनों की बात है।
हम निकले थे सुकून की तलाश में दिल बेचने,
कोई दिल भी ले गया और दिल का दर्द दे गया।
दिल का दर्द वही सहता है जो सच्चा प्यार करता है,
प्यार का मतलब वह क्या जाने जो दर्द से डरता है।
उधर उस से नजर मिली तो इधर दिल का दर्द बढ़ा,
मैंने प्यार का नाम लिखा था उसने जख्म ए जिगर लिखा।
कितना मुश्किल है मोहब्बत में किसी को अपना कहना,
रोना, तड़पना और फिर जिंदगी भर दिल का दर्द सहना।
दिल तड़पता है मगर उसको एहसास नहीं होता है,
बहुत रोता हूं जब वह सितमगर पास नहीं होता है।
बर्बाद हो गया मैं जिसकी मोहब्बत में कहता है कि,
प्यार का दर्द होता है मगर कुछ खास नहीं होता है।
तुझे अपना बनाने की तमन्ना अब नहीं दिल में,
मगर तेरा इंतजार इस दिल को आज भी है।
तेरे दीदार को निकलते है तारे,
तेरी महक से छा जाती है बहारे।
तेरे साथ दिखते हैं कुछ ऐसे नजारे,
अब तो चाँद भी तुझे छुप छुप के निहारे।
आप इतना मुस्कुराते हो कहीँ फूलो को न खबर हो जाये,
आपकी अदाएं भी कुछ ऐसी है कहीँ उनकी नजर न हो जाये।
तेरी मोहब्बत, तेरी वफ़ा, तेरा इरादा सिर्फ तू जाने,
मै करता हूँ सिर्फ तुझसे मोहब्बत ये मेरा खुदा जाने।
तेरे दीवाने हो गये है इससे इंकार नही करते,
हम कैसे कह दे के तुझसे हम प्यार नही करते।
कुछ तेरी झील सी आँखों की भी शरारत थी,
वरना ये गुनहा हम अकेले ही नही करते।
होले होले से मेरे दिल में आ कर उतर गये,
जैसे मेरी सांसो में खुशबु बन कर बिखर गये।
तेरे प्यार का जादू इस कदर चढ़ा है,
जहाँ भी मई देखूं बस तुम ही तुम नजर आते हो।
रास्ता भी वही से शुरू होता है मेरा जहाँ आप होते हो,
नजरे भी वही तक जाती है मेरी जहाँ तक आप होते है।
यूँ तो हजारो फूल खिलतें है लेकिन,
महक वहीं तक होती है जहाँ तक आप होते हो।
अब न हम तुझे खोएंगे,
अब न तेरी याद में रोयेंगे।
अब तो बस हम यही कहेंगे,
अब तो बस तेरे साथ में रहेंगे।
हजारो रातो में वो एक रात होती है,
जब तू मेरे साथ होती है।
तुम न मिले तो टूट कर बिखर जायेंगे,
और जो मिल गये तो गुलशन की तरह खिल जायेंगे।
तुम न मिले तो जीते जी ही मर जायेंगे,
और जो मिल गये तो मर मर के भी जी जायेंगे।
चाह कर भी दूर न रहे पाओगे,
रूठ कर भी हमे मनाओगे।
हम आपसे इश्क ही कुछ इस तरह करेंगे,
आप चाह कर भी हमसे जुदा न रहे सकोगे।