तो दोस्तों इस लेख में हम आप लोगों के लिए लेकर आए हैं Mehndi Shayari In Hindi का बहुत बड़ा कलेक्शन जो कि आप लोगों को जरूर पसंद आने का मुझे आप लोगों पर पूरा भरोसा है।

इस ब्लॉग पोस्ट में हम आप लोगों को मेहंदी से रिलेटेड बहुत सारी शायरियों का कलेक्शन देने वाला जो कि आप लोगों को ज्यादा अच्छा लगेगा अगर आप लोग इस तरह की शायरियां ढूंढ रहे हो तो।
तो मेरे प्यारे दोस्तों इस लेख में मैंने आप लोगों के लिए चुनिंदा मेहंदी शायरी का बहुत ही बड़ा कलेक्शन तैयार करके रखा है जिनको आप लोग नीचे जाकर जरूर पढ़ें और आपकी पसंदीदा मेहंदी शायरी ढूंढ ले।
Mehndi Shayari In Hindi
मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वो,
मुट्ठी में उनकी दे दे कोई दिल निकाल के।

चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाए बैठे हैं,
बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे हैं !!

मेहँदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है,
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है |

मेहंदी ने ग़ज़ब दोनों तरफ़ आग लगा दी,
तलवों में उधर और इधर दिल में लगी है।

मैं तेरे हाथों पर रच जाऊँगा मेहँदी की तरह,
तू मेरा नाम कभी हाथों पर सजा कर तो देख।

बीस बरस तक बाप उधड़ता है थोड़ा थोड़ा,
तब सिलता है इक बेटी की शादी का जोड़ा।

दोनों का मिलना मुश्किल है,
दोनों हैं मजबूर बहुत।
उस के पाँव में मेहंदी लगी है,
मेरे पाँव में छाले हैं।

यूं तो सब कुछ पा लूंगी जिंदगी में,
मगर उसके नाम की मेंहदी मेरी ना हो सकेगी।

होठों पर हंसी न हो,
तो हाथों में मेहँदी नहीं लगाई जाती है।
इश्क़ किसी और से हो,
तो किसी गैर से शादी नहीं रचाई जाती है।

बातें तो अंदाज़ बयाँ करती ही है,
फिर कुबूल अभी क्यों सर-ए-आम हो।
हाथों की तरफ़ भी नज़रे उठा कर देखना,
उस रात जब मेहंदी में तेरा नाम हो।

Mehndi Shayari
तेरे मेंहदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है,
तेरी मस्ती भरी आँखों को मैने जाम लिखा है।

इज़हार ना किया तो क्या??
मेरी मेहँदी का रंग बताता है।
की उसे मुझसे कितनी मोहब्बत है।

मेहंदी की तरह होते है कुछ रिश्ते भी,
शुरुआत में चठख और बाद में फिके !!

मेहँदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में,
जैसे तेरी इश्क़ चढ़ा था मेरी सांसों में ।

यूंही नहीं चढ़ा मेहंदी का रंग हाथों पर,
मोहब्बत उनकी भी कमाल की रहीं होगी।

मेहंदी का कलर इतना DARK आता है ;
समझ नहीं आ रहा की इतना सच्चा प्यार कर कौन रहा है।

मेहँदी वाले हाथ वो तेरे पायल वाले पांव,
याद बहुत आते हैं मुझको तू और अपना गाँव !

मेरे हाथों की मेंहदी में
तेरे नाम के अक्षर हो न हो।
मगर तेरे इश्क़ की खुशबू,
हमेशा इसमें शामिल रहेगी।

मेहंदी के रास्तों पर, दिल भटकता है,
प्यार के गहरे सागर में, विचार भटकते हैं।
जब मेहंदी अपना जादू बिखेरती है,
तो हर रेखा में प्यार के रहस्य बस जाते हैं।

हवाई बारिशे क्या अब तो,
मेहंदी पायल भी सवाल करती है।
कौन होगा वो दिलदार,
जिसके लिए तू भी श्रृंगार करती है।

Mehndi Shayari Hindi
अपने नाम कर दु वैसे तो ये इल्जाम हाथों में,
मेहंदी लगा लू और तुझे सरेआम कर दु।
ये तेरे नाम की मेहंदी,
मेरे हाथों में तेरा रंग चढ़ा जाती है।
मेहंदी की महफ़िल में है रंग और प्यार,
हर दिल है मगन, हर दिल है बेकरार।
इन हाथों में मेहन्दी लगायें बैठें हो,
सच-सच बताओं किस-किसका नाम छुपायें बैठें हो..!
तू हमेशा रहे मेरे साथ में,
जल्दी मेहंदी रचे मेरे हाथ में।
इन शायरियों को भी पढ़ो >>>
कहते है जिसके हाथो में मेहन्दी का रंग जितना गहरा चढ़ता है,
उसे उतना ही जान से ज्यादा चाहने वाला हमसफ़र मिलता है।
हाथों की मेहंदी क्या कहना,
दुल्हन का जोड़ा क्या कहना।
शादी के दिन हमें और क्या कहना,
बनी रहे जोड़ी सदा सुख से रहना।
नशा चढ़ गया है,
उसकी चाहत का दिलों जान पर,,
मेहंदी का प्यारा लाल रंग सज रहा है मेरे हाथों पर..!!
पूरी मेहंदी भी नहीं लगानी आती थी जिसे,
ना जाने कैसे किसी गैर से दिल लगा बैठी वो !!
आजमाइश होगी पहले तो मोहब्बत की बाद में,
उनके नाम के मेहंदी की ख्वाहिश होंगी।
Mehndi Shayari Love
किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई हैं,
तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों पर रचाई हैं।
मेहंदी के रंग बता रहे है,
मोहब्बत कितनी गहरी है.!!
पूछने की आती है वो महक बार बार हमसे,
कि बता तो दो वो पता जहाँ से वो मेहंदी लाती है।
ख्वाब हमारे बस ख्वाब बन कर ही रह गए हमारी इन आखों में,
उसके शादी के मंडप को जो हमने अपने अश्क़ों से था सजाया।
तुम्हे मेहँदी लगानी भी ठीक से नहीं आती,
तुमने गैरो से दिल लगाना कहाँ से सीख लिया।
मेरी हाथों की मेहंदी आज,
इतना खूबसूरत से लाल हुआ है।
देखो ना… आज मेरी मेहंदी,
मेरे दिल को सुकून दे गया है।
कुछ मतलब के लिए ढूँढ़ते हे मुजको,
बिन मतलब जो आए तो क्या बात हे।
कतल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा,
कोई बातों से ले जाये तो क्या बात है।
जी महक उठे हैं वो हर्फ़ नाम के मेरे,
अपने हाथों मे हिना से जो तूने लिख दिया।
यारों हम उन्हें मुड़ मुड़ कर देखते रहे,
और वो हमें मुड़ मुड़ कर देखते रहे।
वो हमें, हम उन्हें, वो हमें, हम उन्हें, वो हमें,
क्योंकि परीक्षा में न उन्हें कुछ आता था न हमे।
कुछ रिश्तें मेहँदी के रंग की तरह होते है,
शुरूआत में चटख़, बाद में फिके पड जाते है।
Hindi Shayari Mehndi
चुरा के दिल मेरा मुठ्ठी में छिपाए बैठे है,
और बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे है।
छुपाती रही वो हाथो की मेहंदी सबसे,
लगाती थी जब मेहंदी मेरे नाम की।
उनके हाथों पे मेहंदी का हम ये फायदा हुआ,
के रातभर उनके चेहरे से जुल्फे हम हटाते रहे।
वर्षो से दिल मे दफन हुई बात आज जुबाँ से कह दी,
कहते कहते देर इतनी हुई कि रचा ली उसने किसी और के नाम की मेहंदी ।।
तेरे हाथों की मेंहदी की वो महक
तेरी बातों में वो कशिश और वहक
आज भी याद हैं, पहली मुलाकात का खुमार
आज भी आबाद हैं।
आज तो तारीनव भी गवाह हैं कि.
‘Mujhe Sirf 13-7 Chahiye’
13-7-2025
दूल्हा-दूल्हन को अब नहीं तकता कोई,
क्यूँकि उस बारात में एक और चाँद मौजूद है।
तुम्हारे हाथों में सजी है मेहंदी ये मेरे नाम की,
उम्र भर साथ चलेंगे हम कसम है अपने प्यार की !
नाम तेरा मेहंदी वाले हाथो में छुपा कर,
कैसे में किसी और से वफा निभाऊं।
वो मेहंदी के हाथों में क्या तराशेंगे नाम हमारा,
जब नाम ही छुपा लिखा है उनके हाथों में ।
Shayari On Mehndi In Hindi
कल नेट बहुत फ़ास्ट चल रहा था,
क्यूँकी सबके हाथों में मेहँदी जो लगी थी !!
मेहंदी लगे हैं मेरे हाथों पर,
और माथे पर सिंदूर लगाया है।
पिया आ जाओ पास मेरे,
देख चांद भी निकल आया है!
तुम्हारे हाथों की ये चटख लाल मेहंदी अब
जाने क्या कहना चाह रही है।
पर जान लो सनम, प्रेम रंग में रंगी तेरी यादें,
आज भी मुझमे घुलना चाह रही हैं।
आज उसने अपने हाथों में मेरे नाम की मेहंदी लगाई है,
लेकिन आज उसकी मेरी जिंदगी से विदाई है।
सब कहते है फैसल तू उसे पा नहीं सका,
देख पूरे जमाने में आज मेरी रुसवाई छाई है।
हरियाली तीज का त्योहार है,
गुंजियों की बहार है।
पेड़ो पर पड़े हैं झूले,
दिलों में सबके प्यार है।
वो इस ईद भी लगाएगी हाथों में मेंहदी,
बस रंग किसी और के प्यार का चढ़ेगा..!!
मेहंदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में,
जैसे तेरा इश्क चढ़ा है मेरी सांसों में।
मेहंदी की रंगीनी से भरी रात,
खुदा से मिले हैं हमारे प्यार के ख्वाब।
मेंहदी हथेली पर ही रंग क्यों बदलती है,
पत्थर और कटोरी में तो हरी ही रहती है।
हरियाली तीज आई है, खुशियों की बौछार लाई है,
सज-धज के हर नारी मुस्काई है।
मेंहदी की रेखाओं में प्यार समाया है,
पति की लंबी उम्र का वर पाया है।
Shayari On Mehndi
करवा चौथ पर लगाएं ये सुंदर मेहंदी,
डिजाइन, पार्टनर से मिलेगी खूब तारीफ।
उसे शक है हमारी मुहब्बत पर लेकिन,
गौर नहीं करती मेहँदी का रंग कितना गहरा निखरा हैं।
मोहब्बत भी हाथों पर लगी मेहंदी की तरह होती है,
कितनी भी गहरी क्यूँ ना हो आखिर फीकी पड़ ही जाती है।
रंग मेहंदी का निखर जाने दे,
मुझे कुछ और वक्त ज़रा ठहर जाने दे।
मैं तेरी बाहों में लिपट के मसक जाऊँगी,
एक रात तो ऐसी गुज़र जाने दे।
मेंहदी लगा रखी है उसने मेरे नाम की,
और जिद्द कर रही है कि हाथ चूमने आ जाओ !!
उसने हाथों पर मेहंदी लगा रखी थी,
हमने भी अपनी बारात सजा रखी थी।
क्यूंकि हमें मालूम था वो बेवफा निकलेगी,
इसलिए हमने भी उसकी सहेली पटा रखी थी।
तुम मेरे नाम की मेहंदी लगा के देखो,
रंग खुद गवाही देगा मेरी मोहब्बत का !!