तो दोस्तों आज हम आप लोगों के साथ साझा करने वाले हैं मेहंदी शायरी इन हिंदी (Mehndi Shayari In Hindi) का संपूर्ण कलेक्शन जो कि आप लोगों को जरूर से पसंद आएगा।
आप मेहंदी शायरी ढूंढ रहे हो इसका मतलब यह है कि आप एक लड़की हो या फिर एक लड़का जो प्यार में हो और उसकी गर्लफ्रेंड की शादी हो रही हो।
आप जो कोई भी हो लड़का हो या लड़की पर यहां पर हम आप लोगों को बेहतरीन से बेहतरीन मेहंदी शायरी देने वाले हैं जो कि आपको जरूर पसंद आएगी।
तो आप लोग जल्दी से नीचे स्क्रॉल करके जाइए और आप अपनी मनपसंद मेहंदी शायरी ढूंढ लीजिए क्योंकि यहां पर हमने बहुत सारी ऐसी शायरियां दे रखी है जो सिर्फ मेहंदी पर ही बनाई गई है तो आपको सारी शायरियां पर लेनी चाहिए क्योंकि पढ़ने से आपको समझ में आएगा कि आपके लिए परफेक्ट शायरी कौन सी है।
Mehndi Shayari In Hindi Images
इन हाथों में लिख के मेहँदी से सजना,
का नाम जिसको मैं पढ़ती हूँ सुबह शाम।
आज उसके नाम की मेहँदी लगा रही हूँ मैं,
जिससे सबसे ज्यादा महोब्बत करती हूँ मैं।
कुछ रिश्तें मेहँदी के रंग की तरह होते है,
शुरुवात में चटख, बाद में फीके पड़ जाते है।
मेहंदी की यह खुशबू कर रही है दिल से गुफ्तगू,
महक उठा है मेरा आंगन दिलों में प्यार की है जुस्तजू।
नशा चढ़ गया है उसकी चाहत का दिलों जान पर,
मेहंदी का प्यारा लाल रंग सज रहा है मेरे हाथों पर।
तुम्हारे हाथों में सजी है मेहंदी ये मेरे नाम की,
उम्र भर साथ चलेंगे हम कसम है अपने प्यार की।
महबूब के दिल पर प्यार की जैसे बरसात है छाई,
नैनों में कजरा लगाया मैंने हाथों पर मेहंदी सजाई।
हाथों की मेहंदी अपना रंग छोड़ जाती है,
दिल में किसी अजीज की एक याद उमड़ आती है।
-Vrushali
मेहंदी लगाए बैठे हे तुम्हारे नाम की,
चले भी जाओ हम खुद को सजाये बैठे हे।
अपनी जिंदगी में माना की में सब कुछ पा लूंगा,
मगर वो मेहँदी वाले हाथ मेरे न हो सके।
मेहंदी शायरी इन हिंदी फोटो
मेरे प्यार का रंग भी हे तेरे हाथो की मेहँदी में,
तू किसी और की हो जा पर तेरा प्यार मेरे संग हे।
मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वो,
मुट्ठी में उन की दे दे कोई दिल निकाल के।
रियाज़ ख़ैराबादी
दोनों का मिलना मुश्किल है दोनों हैं मजबूर बहुत,
उस के पाँव में मेहंदी लगी है मेरे पाँव में छाले हैं।
अमीक़ हनफ़ी
मेहंदी लगाने का जो ख़याल आया आप को,
सूखे हुए दरख़्त हिना के हरे हुए।
हैदर अली आतिश
मेहंदी ने ग़ज़ब दोनों तरफ़ आग लगा दी,
तलवों में उधर और इधर दिल में लगी है।
मल रहे हैं वो अपने घर मेहंदी,
हम यहाँ एड़ियाँ रगड़ते हैं।
लाला माधव राम जौहर
कुश्ता-ए-रंग-ए-हिना हूँ मैं अजब इस का क्या,
कि मिरी ख़ाक से मेहंदी का शजर पैदा हो।
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
मेहंदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में,
जैसे तेरा इश्क चढ़ा था मेरी सांसों में।
चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाये बैठे हैं,
बहाना ये हैं की मेहंदी लगाये बैठे हैं।
भीतर ही भीतर चिल्लाई होगी,
हाथों में जब मेहन्दी सजाई होगी।
मैंने उजाड़ दी जिन्दगी उसकी,
ये बात उसने खुद को समझाई होगी।
Shayari On Mehndi In Hindi
हाथों की लकीरों में उनका नाम नहीं,
फिर भी हम मेहँदी से लिख लिया करते है।
माना कि सब कुछ पा लुँगा मैं अपनी जिन्दगी में,
मगर वो तेरे मेहँदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे।
करतूतें तो देखियें मेहंदी की,
तेरा नाम क्या लिखी शर्म से लाल हो गई।
पहले तो मोहब्बत की आजमाईश होगी,
बाद में उसके नाम के मेहँदी की ख़्वाहिश होगी।
इश्क़ के मौत का मैंने मातम मनाया है,
उन्होंने अपनी हाथों में आज मेहँदी लगाया है।
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तू हमेशा रहे मेरे साथ में,
जल्दी मेहंदी रचे मेरे हाथ में।
मेरे हाथों की लकीरों में वो नहीं,
उसके हाथों की मेहँदी में मैं नहीं।
किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई है,
तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों अपर रचाई है।
उसके चेहरे पर मोहब्बत की चमक आज भी है,
उसको हालांकि मेरे प्यार पे शक आज भी है।
नाव में बैठ के धोए थे कभी हाथ उसने,
सारे तालाब में मेहन्दी की महक आज भी है।
गेसुओं की नाज़ुक डोर में फंसा ले,
मुझे दिल के कहीं एक कोने में छुपा ले।
मुझे हाथों में तेरे बसा दूंगा मेहंदी की खुशबू,
बस शर्त है मुझे अपनी सांसों में समा ले।
Mehndi Par Shayari
दिल में इक मासूम अरमान सजा रखा है,
पायल झंकार सब सामान सजा रखा है।
आओ कभी हमसे खुशबू चाहत की लेने,
भरकर मेहँदी से ये गुलदान सजा रखा है।
दोस्ती और मेहंदी में फर्क नही होता,
दोनो एक काम कर जाती है।
जिंदगी मैं खुशियों के रंग देती है,
और खुद फना हो जाती है।
तुम्हारी थी शरारत मेहंदी से हथेली पे नाम लिखना,
और मुझे रुसवा कर दिया तुम ने यूंही खेलते खेलते।
मेहंदी में क्यों ढूंढते हो नाम अपना,
आंखों में बसी तस्वीर देख लो मेरी।
छुपाती रही वो हाथो की मेहंदी सबसे,
लगाती थी जब मेहंदी मेरे नाम की।
नाम तेरा मेहंदी वाले हाथो में छुपा कर,
कैसे मैं किसी और से वफा निभाऊं।
हवाई बारिशें क्या अब,
तो मेहंदी पायल भी सवाल करती है।
कौन होगा वो दिलदार,
जिसके लिए तू भी एक श्रृंगार करती है।
वो मेहंदी तेरे नाम की खुशबू तेरे प्यार की,
अपने आंचल से बांध ली हर तस्वीर तेरे दीदार की।
ऐसे नज़रे चुरा रही थी वो,
अपनी मेहँदी छुपा रही थी वो।
मेहंदी के धोके मत रह ज़ालिम निगाह कर तू,
ख़ूँ मेरा दस्त-ओ-पा से तेरे लिपट रहा है।
Mehndi Shayari Love
हम गुनहगारों के क्या ख़ून का फीका था,
रंग मेहंदी किस वास्ते हाथों पे रचाई प्यारे।
उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं।
चुरा के दिल मेरा मुठ्ठी में छिपाए बैठे है,
और बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे है।
इन हाथों में मेहंदी लगाये बैठे हो सचसच,
बताओं किस-किसका नाम छुपाये बैठे हो।
मेहँदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में,
जैसे तेरी इश्क़ चढ़ा था मेरी सांसों में।
तू कितना चाहता हैं मुझे ये मेरे हाथों,
पर लगी मेहंदी ने मुझे बताया हैं।
हम चाहत के अफसाने लिखते रहे,
वो भी हमे दूर से देखते रहे, जब।
हम ने इजहार करने को हाथ थामा,
तो मेंहदी से रंगा उनका हाथ पाया।
चुरा के ले गई है दिल आशिक का,
वो तो आज कमाल लग रही है।
हाथों पर रचा कर मेहंदी इश्क की,
अपने प्यार का इक़बाल कर रही है।
इक़बाल : क़बूल करना, स्वीकार !
मेहंदी में लिखे मेरे नाम के अल्फाज,
मोहब्बत के सफर की कहानी है।
संग चलने के वादे हैं इसमें,
महक में उसकी ये शाम सुहानी है।
मेहंदी पर शायरी
लिख दिया है बस तेरा नाम मैंने अपने दिल पर,
रचाई है मेहंदी तेरे नाम की मैंने अपने गोरे हाथों पर।
तेरे हाथों में लगी मेहंदी महकाती है मेरे मन को,
तुम्हारी यह प्यारी मुस्कान बहकाती है मेरे तन को।
बुलाती है पायल मेरे यार खनखन करता है ये कंगना,
मेहंदी लगाई है हाथों पर मैंने अब तो आ जाओ सजना।
दूर तुम हो फिर भी,
तुम्हारा एहसास मेरे साथ है।
मेहंदी जो रचाई तेरे नाम की,
महकता मौसम आज है।
रखना ओ मेरे पिया तुम मुझे तारों की तरह,
मेहंदी का लाल रंग खिला है फूलों की तरह।
-Santosh
हमारा दिल चुराए बैठे हे,
वो जो सर झुकाये बैठे हे।
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो,
वो बोली हम तो हाथो में,,
मेहँदी लगाए बैठे हे।
वो मुस्कुरा रही थी हाथो में मेहँदी लगाकर,
मेरे अरमानो को दफन कर वो नया घर बसा रही थी।
हाथो में मेहँदी आज फिर लगा ली हे,
आज फिर तुम्हे सोचकर खुद का नाम लिख लिया हे।
आजमाइश होंगी पहले तो मोहब्बत की,
बाद में उनके नाम के मेहँदी की ख्वाइश होंगी।
हाथो पर लगी मेहँदी की तरह होती हे,
मोहब्बत भी कितनी भी गहरी क्यों न हो,,
आखिर फीकी पड़ ही जाती हे।
Shayari On Mehndi
जो कहती थी तुमसे ज्यादा कोई हमें इस,
दुनिया में प्यारा नहीं हैं दुल्हन बनी बैठी हैं,,
वो और मेहंदी में नाम भी हमारा नहीं हैं।
कैसे भूल जाऊ मैं उसको जो चाहता हैं इस कदर,
हथेली की मेहंदी में लिखा हैं उसने मेरा नाम छिपाकर।
तेरी मेहंदी वो देखंगे तो अपना दिल रख,
देंगे मेहंदी रूप सवारे मेहंदी रंग निखारे।
अपने हाथों की लकीरों मे मुझको बसाले,
ये मुमकिन नहीं तो मेहंदी मे मुझको रचाले।
हाथों की मेहंदी गालों पर निखर कर आई हैं,
तेरे लबों की लाली ने यह महफ़िल सजाई हैं।
मेहँदी लगा लो उसके नाम की,
जो मोहब्बत हो आप की।
वो जो सर झुकाए बैठे हैं,
हमारा दिल चुराए बैठे हैं।
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो,
वो बोली- हम तो हाथो में मेहँदी लगाये बैठे हैं।
मैं न लगाऊँगी मेहंदी तेरे नाम की,
कम्बख्त रंग चढ़ कर उतरता ही नही।
तेरे हाथों के मेहंदी का रंग गहरा लाल है,
क्योंकि मेरे इश्क़ का चाहत बेमिसाल है।
तेरे मेहँदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है,
ज़रा से लफ्ज़ में कितना पैगाम लिखा है।
Mehndi Shayari 2 Lines In Hindi
मेहँदी है रचने वाली,
हाथों में गहरी लाली।
कहे सखियाँ हाथों में,
अब कालिया खिलने वाली है।
तेरे मन को तेरे जीवन को,
नयी खुशियाँ मिलने वाले है।
तूने जो मेहँदी वाले हाथों में मेरे नाम लिखा है,
तुम कहो या न कहो तुम्हारे दिल का प्यार मुझे दिखा है।
मेहरबानी होगी आपकी मुस्कान दिख जाए,
चेहरे पर सजे आपके पैगाम दिख जाए।
पर्दों में, न छिपाओ आँखों का तुम काजल,
काश कि मेहँदी में तुम्हारी हमार नाम दिख जाए।
मेहँदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है,
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है।
अगर मुहब्बत उनकी कमान की न होती,
तो मेरे हाथों की मेहँदी भी यूँ लाल न होती।
वो आए है महफिल में मेरे सामने बैठे हैं,
अपने हाथों में मेरा दिल दबाए बैठे हैं।
हमने उनसे पूछा क्या है तुम्हारे हाथो में,
मुस्कुरा के बोले मेहंदी लगाए बैठे हैं।
मेहँदी वाले हाथ वो तेरे पायल वाले पांव,
याद बहुत आते हैं मुझको तू और अपना गाँव।
मुझे भी फ़ना होना था,
तेरे हाथों की मेहँदी की तरह।
ये गम नहीं मिट जाने का,
तू रंग देख निखरा हूँ किस तरह।
लब-ए-नाज़ुक के बोसे लूँ,
तो मिस्सी मुँह बनाती है।
कफ़-ए-पा को अगर चूमूँ,
तो मेहंदी रंग लाती है।
यू भी कभी तूफान से हम लड़ झगड़ गए,
हाथो की मेहंदी देख कर पर हम बिखर गए।
Mehndi Shayari Sad
काँच के पार तेरे हाथ नज़र आते हैं,
काश ख़ुशबू की तरह रंग हिना का होता।
मेहंदी की महक से हुआ,
ये प्यार का नशा है।
हाथों को तुम्हारे चूमता,
मेरे दिल का तराना है।
कंगना खनक रहा है,
पिया तेरे इजहार का।
सजा है मेहंदी का रंग,
बस तुम्हारे प्यार का।
तुम्हारे हाथों की मेहंदी,
सदा यूं ही महकती रहे।
खुशियों का ये सिलसिला,
तेरे संग हमेशा चलता ही रहे।
अब तो जरूर फंस जाएगा,
मेरा साजन मेरी पहेली में।
आज सजाई है जो मेरे,
हाथों में मेहंदी सहेली ने।
जब सजे तुम्हारे हाथों पर मेहंदी,
तो वह मेरे ही नाम की हो।
लिखे कोई जब नाम तुम्हारा,
तो उसके साथ बस मेरा ही नाम हो।
जिंदगी भर पहनना चाहूं मैं,
चूड़ियां सिर्फ तेरे नाम की।
रचाई है मेहंदी भी हाथों पर,
सजना आज तेरे नाम की।
-Gauri
पिया तेरे इजहार का कंगना खनक रहा हे,
सजा हे मेहँदी का रंग बस तुम्हारे प्यार का।
तेरे हाथो की मेहँदी महकती रहे,
तेरे माथे की बिंदिया चमकती रहे।
तेरे जोड़े की रौनक सलामत रहे,
तेरी चूड़ी हमेशा खनकती रहे।
मुझ से लोग तेरी मोहब्बत का सुबूत मांगते हे,
मेरी मेहँदी का लाल रंग हे तेरी चाहत की निशानी।
Mehndi Shayari For Gf
मेहंदी लगा कर जा रही हो,
मेरी मोहब्बत को सबसे छिपा रही हो।
सुना था बहुत दिल वाली हो,
तुम फिर क्यूँ मेरे दिल में आग लगा रही हो।
गोरी सी हथेली पर सांवली सी मेहंदी खुशबू,
और प्यार का रंग तेरा साथ हो तेरा संग।
मेहंदी तो हाथों पर लगायी जाती हैं,
उसका रंग ना जाने कितने दिलों पर चढ़ता हैं।
आज फिर मेहंदी लगी हैं इन हाथों,
में ना रंग उसका ना नाम उसका।
मेहंदी का नहीं जनाब रंग तो मोहब्बत का होता हैं,
चाँद दुआ इबादत खुदा सब महबूब में होता हैं।
क्या नाम क्या रिश्ता रूह से तुम्हारी जुडी हैं,
रूह हमारी नुरे इश्क से रोशन दिलों में फ़रिश्ते का सजदा होता हैं।
मेहंदी हाथो पे लगा कर वो मुस्करा रहीं थीं,
मेरे अरमानों को दफन कर वो नया घर बसा रही थी।
सुमित परिहार
शादी के सात फेरों के वक्त खामोश खड़ा एक शख्स था,
दुल्हन की मेहंदी में आज भी बस उसका ही अक्स था।
उन्हीं के हाथों की मेहँदी दिलों को भाती है,
जो घर-आँगन में अपने संग खुशियां लाती है।
तेरी पायल की छमछम मधुर गीत गाती है,
तेरी मुस्कान लूट कर मेरा दिल ले जाती है।
रखा जब पाँव शीशे पर हुआ मदहोश आईना,
ये तेरे पैरों की मेहंदी मेरे मन को भाती है।
किसी और के रंग में रंगने लगे है वो,
मेरी दुनिया बेरंग कर,,
किसी गैर की याद में हँसने लगे है वो।
दुल्हन बनकर एक दिन तू जा रही होगी,
तेरे हाथों में मेहँदी भी रची होगी।
उस दिन तेरी आँखों में मेरे लिए प्यार तो नही होगा,
पर उस दिन के बाद तू भी मेरे लिए रो रही होगी।