तो मेरे प्यारे दोस्तों इस लेख में हम आपको Barish Shayari In Hindi का बहुत बड़ा कलेक्शन देने वाला हूं जो कि आप लोगों को जरूर पढ़ना चाहे या फिर आप लोग बारिश शायरियां ढूंढ रहे हो तो इसलिए को पूरा जरूर पढ़े।

तो दोस्तों बारिश कितना सुकून देती है यह तो आप सब लोग जानते ही हो क्योंकि बारिश एक बहुत बड़ा एहसास है जिसको फुल करना एक बारिश लवर को ही पता है।
और अगर आप बारिश के लिए शायरियां ढूंढ रहे हो तो आप लोग सही जगह पर आए हो क्योंकि यहां हमने बहुत सारी ऐसी शायरियां भारी से रिलेटेड एकत्रित करके आप लोगों के लिए रखी है तो आप जरूर अच्छे नीचे जाकर पढ़े और अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर कर सकते हो।
Barish Shayari In Hindi
बूंदों की तरह गिरकर,
संभलना भी जरूरी है।
ज़िंदगी की बारिश में, हर,
पल निखरना जरूरी है।

शायद कोई ख्वाहिश रोती रहती है,
मेरे अन्दर बारिश होती रहती है।

बूँदों की सरगम, हवाओं का गीत,
बारिश में खो जाए दिल की हर प्रीत।
हर बूंद कहे एक नई कहानी,
बारिश में बिखरे, दिल की रवानी।

फिर बारिश तो होनी थी,
हवा को दुख सुनाए थे मैनें।

क़भी बेपनाह बरसी क़भी ग़ुम सी है,
ये बारिश भी कुछ-कुछ तुम सी है।

मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।

तेरे प्रेम की बारिश हो,
मैं जलमगन हो जाऊं।
तुम घटा बन चली आओ,
मैं बादल बन जाऊं।

कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गुम सी है,
ये बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है।

पवन भी ठहर जाती है कहने को कुछ तराने,
छूने का बहाना करती है बरसात की बूंदे।
बरसात की बूंदों में दिखती है तस्वीर उनकी,
हम उनसे मिलने की चाहत में भीग जाते हैं।

मैं किसी का बुरा नहीं चाहता,
पर मैंने बारिश में जलते हुए घर देखे हैं।

Barish Shayari
ख़ुद को इतना भी न बचाया कर,
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर।

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था,
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था।

कल धूप से परेशां, आज तकलीफ़ बारिश से !
शिकायतें बेशुमार हैं, इंसान की आदत में।

बारिश की बूंदें जब तुम्हें छूती हैं,
ऐसा लगे जैसे खुदा ने हमें छुआ हो।
तेरे साथ इस मौसम का हर लम्हा,
जैसे दिल में कोई नया एहसास बसा हो।

सर्द झोंकों से भड़कते हैं बदन में शोले,
जान ले लेगी ये बरसात क़रीब आ जाओ।

कल तक उड़ती थी जो मुंह तक,
आज पैरों से लिपट गई।
चंद बूंदे क्या बरसी बरसात की,
धुल की फितरत ही बदल गई।

बता किस कोने में सुखाऊ तेरी यादें,
बरसात बहार भी है, और अंदर भी है।

इश्क के मामले में दोस्तों की राय होनी चाहिए,
बारिश के मौसम में एक प्याली चाय होनी चाहिए।

इश्क की बारिश में ताउम्र हम खुद भीगते रहे,
तेरी याद में कभी रोते रहे तो कभी हंसते रहे।

मुझे ऐसा ही जिन्दगी का हर एक पल चाहिए,
प्यार से भरी बारिश और संग तुम चाहिए !!

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Shayari On Barish In Hindi
उसकी हंसी और पहली बारिश,
दोनों ही जीवन के सबसे हसीन हादसे थे।
बारिश की बुंदे भी क्या वफा निभाती हैं,
दूर आसमा से निकल कर जमी में मिल जाती हैं।
आँखों में अपने समंदर समेटा हूँ,
बादल तू मुझ पर मत बरस।
साथ भीगे बारिश में ये अब मुमकिन नहीं,
चलो भीगते हैं यादों में तुम कहीं हम कहीं।
तपती गर्मियों में बारिश का आना,
कही तेरे आने का इशारा तो नहीं।
मुझे ऐसा ही जिन्दगी का एक पल चाहिए,
प्यार से भरी बारिश और संग तू चाहिए।
एक शाम, लंबी सड़क, हल्की सी बारिश और,
तुम एक ख्वाब, तुम्हारा इंतजार और मैं।
बारीश जरुरी हैं खेतो में ये सोच कर सहम जाता हैं,
वरना टपकती छत में नींद कीसान को भी नहीं आती।
तेरी याद आयी बारिश की अदा को देख कर,
दिल पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर।
हम रोये इस कदर तुझे याद करके,
बारिश भी थम गयी मेरी बारिश को देख कर।
बाहर आकर देखिए बारिश का नजारा,
हवा है ठंडी और मौसम भी है प्यारा।
Barish Romantic Shayari
कोई दुवाँ थी अधुरी शायद बिना मौसम के,
आज फिर से बरसी है, बारीश।
तेरे बिना भीग कर भी सूखा-सूखा सा हूँ,
तेरी यादों में भी जलता हुआ सा हूँ।
तेरे साथ जो भीगी थी वो पहली बारिश,
अब हर मौसम में तुझसे मिलने का बहाना हूँ।
उनके मिलन से महक उठी थी फ़िज़ाएँ,
सौंधी खुशबू बारिश की थी ना मिट्टी की।
बारिश आती है प्यार बढ़ाने के लिए,
मगर आप घर के बाहर निकलते ही नहीं।
बारिश में भीगना,
मानो जीवन के हर दुख को धो डालने जैसा है।
भीगी मौसम की भीगी सी रात,
भीगी सी याद भुली हुई बात।
भुला हुआ वक्त वो भीगी सी आँखें,
वो बीता हुआ साथ मुबारक हो आपको,,
साल की पहली बरसात।
अभी तो खुश्क़ है मौसम बारिश हो तो सोचेंगे,
हमें अपने अरमानों को किस मिट्टी में बोना है।
हमको तो आज भी वो बारिशों में भीगने का ज़माना याद है,
वो तेरा चुपके चुपके मुस्कुराना याद है।
बातें तो बहुत करनी होती थी लेकिन भूल जाते थे हम,
और तेरा बिन कहें भी सब समझ जाना याद है।
बारिश की बूँदें भले ही छोटी हों।
लेकिन उनका लगातार बरसना,
बड़ी नदियों का बहाव बन जाता है।
वैसे ही हमारे छोटे छोटे प्रयास भी,
जिंदगी में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।
मौसम-ए-इश्क है तू
एक कहानी बन के आ।
मेरे रूह को भिगो दें,
जो तू वो पानी बन के आ।
Barish Ki Shayari
बारिश की तरह आती है तुम्हारी याद,
जो मेरे दिल को छू कर दुखा देती हैं।
कही गिर ना जाउ मैं,
आपको याद करते हैं।
आज मेरे शहर में,
ज़ोरो से बारिश हो रही है।
बूंदे बारिश की यूँ जमीन पर आने लगी,
सौंदी से महक माटी की जगाने लगी।
हवाओं में भी जैसे मस्ती छाने लगी,
वैसे ही हमें भी आपकी याद आने लगी।
जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं,
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं।
खुद को इतना भी मत बचाओ,
बारिश हो तो भीग जाओ।
मेरे दिल की जमीन बरसों से बंजर पड़ी है,
तो आज भी बारिश का इन्तेजार कर रहा हूँ।
सुबह का मौसम बारिश का साथ है,
हवा ठंडी जिससे ताजगी का एहसास है।
बना के रखिए चाय और पकौड़े,
बस हम आपके घर के थोड़े से पास हैं।
सतरंगी अरमानों वाले, सपने दिल में पलते हैं,
आशा और निराशा की धुन में रोज मचलते हैं।
बरस बरस के सावन सोचे, प्यास मिटाई दुनिया की,
वो क्या जाने दीवाने तो सावन में ही जलते हैं।
बारिश की बूंदो में झलकती है उसकी तस्वीर,
आज फिर भीग बैठे उसे पाने की चाहत में।
अब बारिश ही जाने की उसकी बून्द,
ख़ुशी के आंसू होते है या गम के।
Barsaat Shayari Hindi
अनसुनी फरियाद में समेटे हुआ आसमान तेरा,
कभी बरसे मेरे शहर में तो दुआ कबूल तेरा।
बारिश के मौसम में हर दिल का कवि बन जाना,
लाज़मी है, क्योंकि हर बूँद एक कविता सी लगती है।
बारिश से ज्यादा तासीर है तेरी यादों मे,
हम अक्सर बंद कमरे मे भी भीग जाते हैं।
मत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसे,
बारिश की बूंद भी अगर उन्हें छू जाती है,,
तो दिल में आग लग जाती है।
बारिशें जब-जब हुआ करती है,
तेरे मेरे रिश्ते को और सुहाना कर देती है।
पहली बारिश का नशा ही कुछ अलग होता है,
पलको को छूते ही सीधा दिल पे असर होता है।
बारिश की बूंदों में कभी भीग लिया करो,
काम को छोड़कर मस्ती में जी लिया करो।
कपडे गीले होते है, तो होने दिया करो,
ऐसे मौसम में एक-दूजे को प्यार किया करो।
बूंदें कह रही हैं कुछ राज़ पुराने,
बारिश में भीगे हैं जज़्बात हमारे।
कीमत बारिश की कोई हम से पूछो,
औरों को तो यह कीचड़ का कारण लगती है।
दिल सुलगता है याद में उसकी,
हर बूँद में बारिश की उसकी सूरत दिखती है।
दूर तक छाए थे बादल और हसाया न था,
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था।
तुम्हारे शहर की मौसम बड़ा सुहाना लगे,
मैं एक शाम चुरा लूं अगर बुरा न लगे।