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दोस्तों जिंदगी में किसको टेंशन नहीं है मुझे लगता है हर किसी की जिंदगी में कोई ना कोई प्रॉब्लम है अगर आप लोग अपनी जिंदगी के लिए दर्द भरी शायरी ढूंढ रहे हो। हां मुझे भी लगता है क्योंकि दर्द भरी शायरी को आप अपनी जिंदगी की प्रॉब्लम को किसी सोशल मीडिया के थ्रू स्टोरी स्टेटस या पोस्ट के रूप में लगाते हो तो आपका दिल जरूर हल्का हो जाता है।
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Zindagi Ki Dard Bhari Shayari Images
गम देने वाली इस जिंदगी से,
मुझे है शिकायत भी।
लेकिन मन्नते भी तो करती पूरी है,
इसलिए है मोहब्बत भी।
ए जिंदगी तू क्यों शोर करती है,
मासूम दिल पर क्यों जोर करती है।
तुझ से मिलन की आस नहीं रखते,
तेरी चाहत का अब अहसास नहीं रखते।
ज़िंदगी गवाह हैं बाँट दी सारी,
खुशीयाँ हम कभी पास नहीं रखते।
लोग हमें कहते है हम मुस्कुराते बहुत है,
इस दर्द भरी जिंदगी में गम भी छुपाते बहुत है।
हमें और कितना दर्द सहना पड़ेगा ये जिंदगी बता दे,
हमसे हुई खता की इतनी बड़ी वजा दे,,
हमें सहा नही जाता ऐसी कोई सजा ना दे।
बड़ी ही अजीब है ये,
दुनिया यहां झुठ बोलने वाले बिकते है,,
मगर सच बोलने वाले टिकते है।
कभी हमारा भी हुआ करता था नाम,
आज हम ही हो गये दुसरो के लिए बदनाम।
मुझे सिर्फ इतना बता दो इंतज़ार करू,
तुम्हारा या बदल जाऊ तुम्हारी तरह।
बदला नहीं हूँ मैं,
मेरी भी कुछ कहानी है।
बुरा बन गया अब मैं,
सब अपनों की मेहरबानी है।
इस जिंदगी में कोई किसी का,
नही होता हम सोचते है।
कोई तो है जो सिर्फ हमारा है,
पर वक़्त आने पर तो वो भी हमारा नही होता।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी फोटो
कुछ अजीब है ये दुनिया यहाँ झूठ नहीं,
सच बोलने से रिश्ते टूट जाते है।
आईना आज फिर रिशवत लेता पकड़ा गया,
दिल में दर्द था और चेहरा हस्ता हुआ पकड़ा गया।
काश कोई होता हमारा भी जो गले से लगा कर पूछता,
क्यों इतने उदास रहते हो आज कल।
मुस्कराने को मन तो बहुत करता है,
लेकिन बीता हुआ कल फिर से रुला देता है।
मतलब की दुनिया थी,
इसलिए छोड़ दिया सबसे मिलना।
वरना ये छोटी सी,
उम्र तन्हाई के काबिल नही थी।
मैं मर भी जाऊं तो क्या कमी होगी,
बस चार दिन तुम्हारी आंखें नम होगी।
इस जगमगाती रोशनी में,
बेजान खामोशी छाई है।
शोर भरे अंधेरे मैं,
मुझे तेरी याद आई है।
दिल से निकले हुए हर एक अल्फाज ढूंढ रही हूं,
उसके साथ बिताए हर एक पल ढूंढ रही हूं।
दर्द तो इतना है तेरी मोहब्बत का,
कि ना होठो से बयां होता है,,
ना लफ्जो में लिखा जाता है।
आओ चलो कुछ बाते करे,
मैं दर्द बांट लूं तुम्हारे,,
तुम दर्द बांट लो हमारे।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी
कुछ और दर्द दे दो इस बार जिंदगी को,
मिलती नही मोहब्बत अब यार जिंदगी को।
आँखों को अश्क का पता न चलता,
दिल को दर्द का एहसास न होता।
कितना हसीन होता जिंदगी का सफ़र,
अगर मिलकर कभी बिछड़ना न होता।
मंजिलें मुझे छोड़ गयी रास्तों ने संभाल लिया,
जिंदगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया।
लो आज हमने छोड़ दिया रिश्ता ए उमीद,
लो अब कभी किसी से गिला ना करेगे हम।
पर जिंदगी मे मिल गये इत्तेफ़ाक से,
पुछेगे अपना हाल तेरी बेबसी से हम।
रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ हुई है जिन्दगी की,
कि सुबह का दर्द शाम को पुराना हो जाता है।
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ए ज़िन्दगी, इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया,
चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आया।
ज़रूरी तो नहीं के शायरी वो ही करे जो इश्क में हो,
ज़िन्दगी भी कुछ ज़ख्म बेमिसाल दिया करती है।
ना खाना कसमे बिना,
वजह बात जब निभाने की आएगी।
तो तुम रूठ जाओगी हम रोते रह जाएंगे,
तुम मुस्कुरा कर चली जाओगी।
तुम्हारी तस्वीर देखकर भी मन नही भरता,
तुम्हे देखने के सिवा कुछ और करने का।
मन नही करता चले गए हो जिंदगी से ऐसे जैसे,
सूरज चाँद से राब्ता नही रखता।
आसान नहीं होता मुश्किलों से लड़ना,
इंसान बनकर जिंदगी से भागना।
अकेले राह नहीं कटती है कभी,
सब के नसीब में नहीं होता सच्चा साथ पाना।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी 2 Line
ज़िंदगी हर घड़ी रूप बदलती हैं,
कदम कदम पर खुद सँभलती हैं।
अँधेरों से हैं, अब याराना अपना,
अँधेरों से अब एक रौशनी चमकती हैं।
प्यार तो बहुत बाकी है,
पर दिलबर तेरी चाह नहीं।
याद तो तेरी बहुत है मगर,
बस अब तू मेरी जिंदगी नहीं।
मेरी मुस्कान ही तेरी हर खुशी की वजह है,
और ये वजह मेरी जिंदगी बन गई है।
ठंडे दिमाग से सोचने वाले ही जिंदगी समझ पाते है,
वरना नादान तो आज भी बहस किया करते हैं।
इतनी भी बुरी ना थी जिंदगी,
जो तेरे आकर जाने से हुई।
उम्र भर के साथ की चाह नहीं थी,
तो मुझे यूं आजमाने की जिद क्यों की।
बहोत कुछ सीखा है,
जिंदगी से हमने भी।
इजहार करने वाले ही,
हमेेशा मोहब्बत नहीं करते।
तुम इतने जालिम तो ना होते,
थोड़ा सा ही सही रहम ही दिखाते।
रात में सिसकियां सुनकर मेरी तुम,
आकर एक बार अपने गले ही लगा लेते।
न जाने मेरी जिंदगी में,
खुशियों से कब राब्ता होगा।
कमबख्त ये मुश्किल दौर भी,
ऐसा जारी है जो गुजरता नहीं।
अपने दिल का हाल किसी को बताया ना करो,
यारो यहां मरहम लगाने वाले कम जख्मो पर,,
नमक छिड़कने वाले ज्यादा है।
एक मशवरा चाहिए था जनाब दिल तोड़ा है,
एक बेवफा ने अब जान दु या जाने दु।
Zindagi Dard Bhari Shayari In Hindi
मेने आजाद कर दिया हर वो रिश्ता हर वो इंसान,
जो सिर्फ अपने मतलब के लिए मेरे साथ था।
चलते रहेंगे जिंदगी में तो मिल जाएगी,
आपको तमन्नाओं की जमीन।
तभी तो दुआएं होंगी पूरी और कहेंगे,
लोग आमीन सुम्मा आमीन।
हर पल तुझे याद किया करते हैं,
सोते जागते नाम तेरा लिया करते हैं।
ज़िंदगी का भ्रम रखा सब से जुदा,
ज़िंदगी का ज़हर चुपचाप पिया करते हैं।
हर शक्स में देखने तेरा चेहरा,
जिंदगी बिता दी मुसाफिरों को देखते।
बुढ़ापे में नज़र हुईं है कमजोर,
घुटने भी अब मुझे चलने नहीं देते।
रूठी ज़िंदगी को मनाना चाहता हुँ,
मगर कोई मुनासीब बहाना चाहता हुँ।
बिखरे जो अश्क कभी तेरे दामन में,
उन्हें पलकों पर सजाना चाहता हुँ।
सबक देती है जिन्दगी,
हमें अंजान रास्तों पर।
और कभी सुना देती है,
सजा भी बेखबर होकर।
मिलेगी चीजें आसानी से,
तो वह जिंदगी नहीं कहलाती।
मेहनत करोगे दिल से,
तभी तो सफलता की प्राप्ति होती।
जिंदगी ही ऐसी मिली मुझे की,
मौत से भी जंग जीत ली।
काटे कटती नहीं और तू,
है कि देखने आती नहीं।
संवर जाओ ना मेरी जिंदगी तुम,
क्यो मुझे इतना सता रही हो।
ख़त्म ना हो सकी तो तुम,
बर्बाद क्यों किए जा रही हो।
क्यों सताती हो मुझे,
मेरी जिंदगी हरदम।
गुनाह क्या है मेरा जो,
मुझे पल पल रुलाती हो तुम।
अगर बेवफा होता तो भीड़ होती,
वफादार हु ना इसलिए अकेला हु।
हम हस्ते जरूर है जनाब,
लेकिन दुसरो को हंसाने के लिए।
वरना दिल पर इतना जख्म खाए है,
कि अब रोया भी नही जाता।
दुख भरी जिंदगी है जनाब,
अब तो खुदखुशी की भी हिम्मत नही रही।
मुझमे उस रब से दुआ है,
की कोई हादसा ही हो जाए।
यूं ही नहीं याद आते है,
अब वो बचपन के दिन।
जिंदगी के बोझ से तो,
हल्का ही था वो स्कूल बैग।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी Status
मुस्कुराने के लिए नई सुबह देती है,
भले ही ये जिंदगी शाम तक रुला देती है।
वो फिज़ाओं में ज़हर घोलता हैं,
घर के राज़ सारे बाहर खोलता हैं।
करता हैं दावा ज़िंदगी बदलने का,
जो सिक्कों में मेरा ज़मीर तोलता हैं।
दर्द भरी ये कहानी हमारी,
आप कभी समझते नहीं हो।
यूं जख्मों पर नमक छिड़कर,
मज़ाक हमारा क्यों बनाते हो।
गीत खुशी के लबों पर सजते नहीं,
तेरी यादों के दीप कभी बुझते नहीं।
रातों को हँसाती हैं, हंसतों को रुलाती,
ज़िंदगी तेरे फलसफे हम समझते नहीं।
दुनिया से जूझना सीख लो दोस्तों,
वरना जिंदगी तो यूंही बदनाम हो जाती है।
ख़ुद ज़िन्दगी ने लिखा ख़त,
क़ासिद पैग़ाम लाया है।
न जाने ग़लती किसने की,
इल्ज़ाम हमपर आया है।
क़ासिद – पत्रवाहक, पोस्टमैन
जैसा दर्द हो वैसा मंज़र होता है,
मौसम तो इंसान के अंदर होता है।
अज़ीज़ ऐजाज़
अज़ल तो मुफ़्त में बदनाम है ज़माने में,
कुछ उनसे पूछ, जिन्हें ज़िंदगी ने मारा है।
फ़ैज़
उस शख़्स के ग़म का कोई अंदाज़ा लगाए,
जिसको कभी रोते हुए देखा न किसी ने।
वकील अख़्तर
ज़िंदगी तेरा भ्रम काम ना आया,
हमारे दिल को कभी आराम ना आया।
मेरी कातील हैं ज़िंदगी की ख़्वाहीशें,
मगर कहीं पर इस का नाम ना आया।
ज़िंदगी का हुस्न हैं ताज़ा कंवल जैसा,
ज़िंदगी का इम्तिहान हैं धड़कती गज़ल जैसा।
जो सोचता हुँ कभी गुज़री उम्र को,
लगता हैं ये सफर एक पल जैसा।
इस दुनिया में हर किसी की अपनी अपनी कहानी है,
जिंदगी में दर्द मिलने किसी अपने की मेहरबानी है।
हमें इंतजार आता है,मगर किसी ओर,
की तरह इंतजार करवाना नही आता है।
बहुत ही अच्छे दिन होते थे,
जब हम अकेले रहा करते थे।
सब साथ होने के बावजूद भी,
खुद को अकेला महसूस करते है।
ये जिंदगी है यहां अकेले ही सब कुछ करना पड़ता है,
जीवन में हर परिस्थिति का सामना करना पड़ता है।
खुशी नही मगर गम छुपाना पड़ता है,
ना चाहते हुए भी मुस्कुराना पड़ता है।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी English
लगे हैं इलज़ाम दिल पे जो मुझको रुलाते हैं,
किसी की बेरुखी और किसी और को सताते हैं।
दिल तोड़ के मेरा वो बड़ी आसानी से कह गए,
अलविदा लेकिन हालात मुझे बेवफा ठहराते है।
जो था तुझ पर, तेरी बातों पर,
अब किसी और पर नहीं होता।
इस कदर टूटा हूँ तेरे इश्क में,
की अब तो यकीन पर भी यकीन नहीं होता।
छीन लेता है हर चीज मुझसे ए खुदा,
क्या तू मुझसे भी ज्यादा गरीब है।
दर्द भी उनको मिलता है,
जो रिश्ते दिल से निभाते हैं।
इंसान को इंसान धोखा नहीं देता,
बल्कि इंसान को उसकी उम्मीदें धोखा दे जाती है,,
जो वह दूसरों से रखता है।
बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी,
पहले पागल किया फिर पागल कहा,,
फिर पागल समझ कर छोड़ दिया।
हो सकता है हमने अनजाने में आपको कभी रुला दिया,
आपने दुनिया के कहने पे हमे भुला दिया।
हम तो वैसे भी अकेले थे,
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।
किस्मत ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हम,
बहुत संभल के चले फिर भी फिसल गए हम।
किसी ने विश्वास तोडा तो किसी ने दिल,
और लोगों को लगा की बदल गए हम।
यह दर्द और ज़िद,
भी बड़ी अजीब चीज है।
ना इंसान को जीने देती है,
और ना मरने देती है।
ऐसा क्या कह दिया किसी ने तुम्हे,
तुमने हमारे बारे में कुछ सोचा भी,,
नही और हमे एक पल में छोड़ दिया।
जिसके लबो पर अपने,
होठो की मुस्कान सजाई।
उसी शख्स ने दर्द-ऐ-सैलाब,
मै मुझे दी ताउम्र की जुदाई।
आके मेरे जख्मो पर नमक लगाना कभी,
इसी बहाने मिल लेंगे तुमसे दोबारा कभी।
यह रात कैसे काटे तुम्हारा दिया,
दर्द कैसे बाटे इन आंखों को तो मिल जाती है,,
थोड़ी राहत मगर इस जख्मी दिल को कैसे संभाले।
तेरी तन्हाई ने मुझे दर्द सहना सिखा दिया,
तेरी जुदाई ने हमे जीना सिखा दिया।
प्यार हमे दिखाना नही आता,
दिल के दर्द को हमे जताना नही आता।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी 2 Line English
दुख तब होता है जब तुम पास आते,
हो और बिना कुछ कहे ही चले जाते हो।
दर्द बहुत है दिल मे मगर क्या,
करे हमे बयां करना नही आता।
ज़िन्दगी लोग जिसे मरहम-ए-ग़म जानते है,
जिस तरह हम ने गुज़ारी है वो हम जानते है।
कुछ आग आरज़ू की उम्मीद का धुआँ कुछ,
हाँ राख ही तो ठहरा अंजाम ज़िन्दगी का।
रोज़ दिल में हसरतों को जलता देखकर,
थक चुका हूँ ज़िन्दगी का ये रवैया देखकर।
शायद यही ज़िंदगी का इम्तिहान होता है,
हर एक शख्स किसी का गुलाम होता है।
कोई ढूंढता है ज़िंदगी भर मंज़िलों को,
कोई पाकर मंज़िलों को भी बेमुकाम होता है।
कदम कदम पे नया इम्तिहान रखती है,
ज़िन्दगी तू भी मेरा कितना ध्यान रखती है।
वो हर बार अगर चेहरा बदल कर न आया होता,
धोखा मैंने उस शख्स से यूँ न खाया होता।
रहता अगर याद कर मुझे लौट के आती नहीं,
ज़िन्दगी फिर मैंने तुझे यूं न गंवाया होता।
कभी ख़िरद कभी दीवानगी ने लूट लिया,
तरह तरह से हमें ज़िंदगी ने लूट लिया।
दुखो के बोझ में ज़िन्दगी कुछ इस तरह डूबे जा रही है,
की मेरी हर एक चाहत हर एक आस टूटे जा रही है।
मैं मेरी तन्हाई मेरे ये गम और मेरे ये हालत,
बहुत कुछ बदल गया,,
मेरी ज़िन्दगी में एक तेरे जाने के बाद।
उजड़े हुए ज़माने की याद दिला कर,
मुझे उदास न कर ऐ ज़िन्दगी।
अब नईं मंज़िलों का पता बता,
जो गुजर गया सो गुजर गया।
कैसे बदलते है लोग,
चंद कागज़ के टुकड़ो ने बता दिया।
अपने परायों की पहचान को आसान बना दिया,
शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया।
अब तो अपनी तबियत भी जुदा लगती है,
सांस लेता हूँ तो ज़ख्मों को हवा लगती है।
कभी राजी तो कभी मुझसे खफा लगती है,
जिंदगी तू ही बता तू मेरी क्या लगती है।
तुमने जिंदगी में बहुत दर्द दिए है,
ना जिंदगी कट रही है ना ही रात।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी Marathi
मुझे दर्द में तपदिल करके अब,
मेरा हमदर्द बनने की कोशिश ना कर।
किसी की झूठी हमदर्दी नही चाहिए,
साहब अपनी तकलीफ के साथ खुश है हम।
कोई महत्व नही होता दिल दुखाने के बाद मांगी गई,
माफी का ओर मरने के बाद की गई कद्र का।
जनाब थोड़ा इंतजार ही कर लेते,
टाइम बुरा चल रहा था हम नही।
ये जरूरी तो नही टूटा हुआ इंसान आपको रोता हुआ मिले,
कुछ लोग लाखो दर्द छिपाये रखते है अपनी हंसी के पीछे।
अगर प्यार करने वाले हमेशा प्यार करते रहे तो सही है,
वरना आजकल के लोग मोहब्बत हो जाने के बाद अक्सर बदल जाते है।
जिंदगी में जिससे सबसे ज्यादा उम्मीद हो और,
वही दिल दुखा दे तो सारी दुनिया पर से भरोसा उठ जाता है।
उस का क्या होगा जिसको मेरी तरह इस गम ने मारा होगा,
किनारो पर खड़े लोग क्या जाने डूबने वाले ने किन-किन को पुकारा होगा
वो भी क्या दिन थे जब उनको सोच कर ही हम मुस्कुराया करते थे,
अब उन्ही को सोचकर अकेले में रोया करते है।
बड़ा अजीब हमदर्द है वो मेरा बात खुशी देने की,
करता है लेकिन गम के सिवा कुछ नही देता।
वक़्त पर करलो कदर अपने प्यार की कही तुम्हारा,
प्यार थक ना जाये तुम्हे एहसास दिलाते दिलाते।
इस जीवन मे सब कुछ वापिस मिल सकता है,
लेकिन खोया हुआ समय और टूट हुआ भरोसा कभी नही मिल सकता।
पता नहीं कब आ कर चली जाएगी,
जिंदगी है यारों वो समझ ना आएगी।
खुशी के साथ थोड़े गम रखो,
जरूरतें जिंदगी में कम रखो।
तेरी खातीर ज़ालीम कई गम उठाएँ हैं,
दर्द मुकद्दर में लिखवा कर लाए हैं।
नजाने ज़िंदगी कब बेवफा हो जाए,
ख्वाब सिसकता वहीं छोड़ आए हैं।
जिंदगी दर्द भरी शायरी
एक दिन सभी को जाना है,
जिंदगी को किसने पहचाना है।
मेरी हँसती आँखों को रुलाने वाले,
तुझे याद करते हैं भूल जाने वाले।
ज़िंदगी जिस ने की मेरी बरबाद,
खुदा खुश रखे तुझे सताने वाले।
जो करता हमेशा एक दूसरे की मदद,
वही जिंदगी की समझता है हक़ीकत।
दर्द ठहरता नहीं एक पल को,
खुदा सलामत रखे तेरे काजल को।
ज़िंदगी खुल कर कहाँ मुस्कुराती हैं,
तुम बरस जाने दो इन बादल को।
बेवफ़ाई में भी, बातें वफा की बहुत की,
ऐ जिंदगी, तूने जिम्मेदारियां बहुत दी।
दूसरों को जलाती बहुत है,
जिंदगी हमें रुलाती बहुत है।
दो राह चलते मुसाफिरों की,
मंजिल क्यों न एक हो।
पर जरुरी नहीं उनकी जिन्दगी,
की राहे भी मेल खाती हो।
चली जाए तो लौट कर नहीं आती,
जिंदगी कभी दूसरा मौका नहीं देती।
ज़िंदगी चुपके से यूँ सँवरती हैं,
जैसे हसीना आईने में निखरती हैं।
घबराता हुँ रोज़ के तकाज़ों से तेरे,
जैसे महजबीं कोई शिकायत करती हैं।
हमें नहीं अब ज़िंदगी ज़रूरत तेरी,
कभी ना देखेंगे अब खुशी सुरत तेरी।
वो दिल अब टुट चुका हैं याराँ,
जिस में कभी सजी थी मूरत तेरी।
Zindagi Ki Dard Bhari Shayari Hindi
जब तुम्हारी याद आए और तुम पास ना हो तो में,
बता नही सकता मेरे दिल पर क्या गुजरती है।
उस रब से दुआ करना दम भी उस दिन निकले,
जिस दिन हम तेरे दिल से निकले।
मेने सुना तो था लोग बदल जाते है लेकिन,
मेने तुम्हे कभी उन लोगो मे गिना ही नही था।
तेरे हर अल्फाज में मेरी बेइंतहा,
फिक्र हर दफा बयां होती रहती है।
मेरी जिंदगी में गम को आने से पहले,
तुझसे रजामंदी जरूरी होती है।
ये ज़िंदगी तो बस इक सफ़र हैं सुहाना,
यहां पड़ता हैं खुशी और गम का गीत गाना।
हर रोज न जाने क्या कुछ नहीं,
सीखा जाती है ये जिंदगी।
कभी गैरों को अपना, तो कभी,
अपनों को पराया बनाती है जिंदगी।
ज़ख्म से भरें शरीर को,
सागर के खारेपन में डुबाया।
और फिर उसको ही कहा,
की हमारा मजाक क्यों उड़ाया।
ज़िंदगी मचलती हैं तेरी मुस्कानों में,
जैसे फसलें लहलहाती हैं खलीयानों में।
तेरी मोहब्बत बख्शती हैं ज़िंदगी मुझे,
जैसे बादल बरसते है रेगिस्तानों में।
जन्नत का बदन तेरी जवानी हैं,
तू मेरी कोई अधुरी कहानी हैं।
काँटे बिछा गया ज़िंदगी की राहों में,
किताबों में रखे फूल जिसकी निशानी हैं।
अब तनहाईयों के टुटते नहीं सिलसिले,
अपना नहीं कोई गैर हज़ार आ मिले।
उसी की चाहत थी मुझे ज़िंदगी में,
नफरतों से मिले मेरी चाहतों के सीले।
दिल ए नादान तेरी,
इन नादान फरमाइशों ने।
उजाड़ दिया मुझे,
जिंदगी की ख्वाहिशों ने।
मन में हमेशा यही सवाल है खलता,
अब तो जिंदगी पर बस नहीं चलता।
तिरे चराग़ अलग हों, मिरे चराग़ अलग,
मगर उजाला तो फिर भी जुदा नहीं होता।
वसीम बरेलवी
न किसी की आंख का नूर हूं,
न किसी के दिल का क़रार हूं।
जो किसी के काम न आ सके,
मैं वो एक मुश्ते गुब़ार हूं।
ज़फ़र
मैं अकेला ही चला था जानिबे-मंज़िल मगर,
लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया।
मजरूह सुल्तानपुरी
Zindagi Dard Bhari Shayari
कोई जलाता है चिराग सर ए शाम,
लिखता हैं खत ज़िंदगी के नाम।
धड़कते दिल ने तुझे रब माना हैं,
हशर में आए ये ईबादत काम।
हालात गरीबी के इंसान को डसते हैं,
दर्द के बादल भी झुम कर बरसते है।
ज़िंदगी आँखें बंद कर ले कुछ पल,
मुद्दतें हुई गरीब खुशी को तरसते हैं।
कितना दर्द देने के बावजूद भी हमने रिश्ता जोड़ा,
उन्होंने इस बेदर्द सी दुनिया में हमें अकेला छोड़ा।
पहले हमारी बहुत ही परवाह करते थे तुम,
आज हमें अकेला छोड़ गए तुम।
हम तुम्हें चाहते थे मगर तुम्हे पाया नही,
इस दर्द भरी जिंदगी में तड़पते रहे,,
मगर तुम्हे बताया नही।
कहते मन की बात बताने से मन हल्का हो जाता है,
बल्कि दुसरो को बताने से जख्म और गहरा हो जाता है।
हम गम छुपाते जरूर है,
मगर किसी को दिखाने के लिए नही।
हम मुस्कुराते जरुर है,
दुसरो के चेहरे पर मुस्कान देखने के लिए।
पहले कभी हमारी जिंदगी हुआ करते थे,
वो आज हमें ही अकेले छोड़ गए।
हमने तोड़ दिये वो रिश्ते जो,
कभी हमारे हुआ करते थे,,
आज हम अकेले रहा करते है।
बहुत कुछ खोया हमने,
बस एक हम ही बचें है।
Zindagi Me Dard Bhari Shayari
जिंदगी में हमें बहुत ही गम मिलें,
लोग अच्छे और बुरे दोनों मिलें।
छोड़ दिया है किस्मत की लकीरों पर यकीन करना,
जब लोग बदल सकते है तो किस्मत क्या चीज है।