तो मेरे प्यारे दोस्तों आज हम आप लोगों के साथ साझा करने वाले हैं वक्त शायरी इन हिंदी (Waqt Shayari In Hindi) का बहुत बड़ा कलेक्शन जो कि आप लोगों को जरूर पसंद आएगा।
दोस्तों वक्त के बारे में तो आप लोग जानते ही हो क्योंकि वक्त हमारे लिए कितना इंपोर्टेंट है वक्त निकाल पाना या फिर निकाल लेना किसी के लिए और इंसान कितना कुछ बदल जाता है ऐसे बहुत से अल्फाज है जो वक्त आने पर ही पता चलते हैं तो हम इस पोस्ट में आप लोगों को वक्त शायरी का कलेक्शन देने वाले हैं।
हमारे लाइफ में कितने सारे लोग हैं जिनको हम बहुत सारा वक्त देते हैं और किसी को हम वक्त नहीं दे पाते हैं और कोई हमें वक्त नहीं दे पाता है यह तो चलता रहता है और कोई इंसान कुछ दिनों तक आपके साथ कितना अच्छा रहता है फिर कुछ ऐसा भी वक्त आता है कि उसको कुछ वक्त ही नहीं मिलता है उसको वक्त देने के लिए।
तो दोस्तों वक्त बहुत बड़ा अहम हिस्सा है हमारी लाइफ का क्योंकि वक्त सब कुछ बदल जाता है या फिर वक्त सब कुछ बदल देता है या फिर वक्त आने पर सब कुछ बदल जाता है तो ऐसी शायरियां आप पढ़ना चाहते हो तो हमारे इस पोस्ट को नीचे स्क्रॉल करके जाइए और पूरा पोस्ट पर डालिएगा
Waqt Shayari In Hindi Images
इतनी जल्दी हार मत मान जिंदगी से,
आज वक़्त बुरा है तो कल अच्छा भी होगा।
वक़्त ने भी हमारा अजीब शिकार किया है,
कुछ भी नहीं छोड़ हर तरफ से वार किया है।
यूं वक़्त को बर्बाद न किया कर,
गर वक़्त चाहे तो तुझे बर्बाद कर देगा।
मैंने खर्च कर दिया वक़्त अपना,
पैसे कमाने में।
बात जब पैसे खर्च करने की,
आई तो वक़्त ही नही मिला।
किसी के सपने किसी का प्यार पूरा न हो,
इंसान का वक़्त इतना भी बुरा न हो।
दिल खोल कर हंसना तो मैं भी चाहता था,
जिम्मेदारियों के बीच कभी वक़्त ही नही मिला।
कभी खिलाफ़ तो कभी साथ होता है,
इंसान की बर्बादी में वक़्त का भी हाथ होता है।
दोनों ने ही मिल कर मुझे बर्बाद किया,
वक़्त और तक़दीर की क्या खूब सांझेदारी रही।
कुछ इस तरह से सौदा किया मुझसे मेरे वक़्त ने,
तजुर्बे देकर वो मुझसे मेरी नादानियां ले गया।
वो वक़्त का खेल खेलते रह गयें,
हमने वक़्त पर खेल ही बदल दिया।
वक्त शायरी इन हिंदी फोटो
मेरे साथ बैठ कर वक़्त भी रोया,
इक दिन बोला बन्दा तू ठीक है,,
मैं ही खराब चल रहा हूँ।
वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर,
आदत इस की भी आदमी सी है।
तुमसे मिल कर इतनी तो उम्मीद हुई है,
इस दुनिया में वक़्त बिताया जा सकता है।
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है,
नए परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है।
तब हम दोनों वक़्त चुरा कर लाते थे,
अब मिलते हैं जब भी फ़ुर्सत होती है।
मेरे जिस्म से वक़्त ने कपड़े नोच लिए,
मंज़र मंज़र ख़ुद मेरी पोशाक हुआ।
तेरे इंतजार का यह वक्त,
मुझे सुकूँ से महरूम रखता है।
तेरे दीदार का वो हसीन लम्हा,
न जाने कब तलक आता हैं।
कौन कितनी दूरी तय कर पाएगा,
ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
ए वक्त, थोड़ा सा ठहर तो जाओ,
महबूब को मेरे तुम देखते तो जाओ।
खो जाओगे तुम उसकी अदाओं में,
इस हसीं लम्हे को तुम छूते तो जाओ।
औरों की मर्जी से कभी जिया नहीं करते,
हम वक्त पर अफसोस किया नहीं करते।
Waqt Shayari In Hindi 2 Lines
आपकी बातों के साथ यह वक्त,
बड़ा ही जल्दी बीत जाता है।
मैं देखता रहता हूं यह घड़ी,
और मिलने का वक्त बीत जाता है।
आपने यह कहावत तो जरूर सुनी होगी,
कि वक्त सब्र का इम्तिहान लेता है।
बस इसी तरह से आपको भी,
अपने जीवन में सब्र रखना जरूरी है।
आज जो भी आपको झुकता हुआ देखकर हंस रहे है,
आपका मजाक उड़ा रहे है।
वे एक दिन खुद ब खुद आपके सामने,
सिर झुका कर आपसे अदब से बात करेंगे।
यहीं पर खोया और यहीं पर पाया है,
वक्त आज तक किसके समझ आया है।
मेरे महबूब की प्यारी बातें,
मेरे हर पल को हसीन बनाती है।
इंतजार भी करता हूं उसका,
उस वक्त को भी सुंदर बनाती हैं।
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किसी पर नर्म किसी पर होता है सख्त,
कल और था आज दूसरे का है ये वक्त।
शायद यह वक़्त हम से कोई चाल चल गया,
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया।
अश्क़ों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही,
चलो उसी मोड़ से शुरू करें फिर से जिंदगी।
वक़्त बदल जाता है इंसान बदल जाते हैं,
वक़्त वक़्त पे रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते हैं।
कभी अपना तो कभी कर दिया पराया,
वक़्त की तरह ज़िंदगी के एहसास बदल जाते हैं।
चाहत रखने वाले मंज़िलों को दूर से ताकते नहीं,
बड़ा कर कदम थाम लिया करते हैं।
जिनके हाथों में हो वक़्त की कलम,
अपनी किस्मत वो खुद ही लिखा करते हैं।
न जाने क्यों वक़्त इस तरह गुजर जाता है,
जो वक़्त बुरा है वो पलट के सामने आता है।
और जिस वक़्त को हम दिल से पाना चाहते हैं,
वो तो बस एक लम्हा बनकर बीत जाता है।
Waqt Shayari In Hindi Attitude
ऐ बुरे वक्त, जरा अदब से पेश आ,
वक्त नही लगता वक्त बदलने में।
ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं,
वक्त उनका तो गुजर जाता है, मिट्टी में हम मिल जाते हैं।
वक़्त अजीब चीज़ है वक़्त के साथ ढल गए,
तुम भी बहुत करीब थे अब बहुत बदल गए।
ये मोहब्बत का फ़साना भी बदल जायेगा,
वक़्त के साथ जमाना भी बदल जायेगा।
वक्त एक ऐसा गुरु है जो इंसान को,
जिंदगी की सही कीमत बताता है।
ये बदलता वक्त और बदलते लोग,
जिंदगी में बहुत कुछ सिखा देते है।
समय कभी नही रुकता है लेकिन,
जाते हुए हमे बड़ी सीख दे जाता है।
वक्त को बुरा मत कहिए जनाब,
यही तो सबके असलियत दिखाता है।
वक्त के झांसे में कभी मत आना,
ये मुझसे भी यही कहता था मैं तेरा हूं।
वक्त के सितम से रिश्ते टूट गए जिन्हे समझते थे,
अपना वही हमे छोड़कर दूर हो गए।
वक्त शायरी इन हिंदी 2 लाइन
वक्त से भी जल्दी बदल गए हो तुम तो,
मेरे आने का इंतजार क्यो करते हो तुम।
ए वक्त जरा संभल के चल कुछ बुरे,
लोगो का कहना है कि तू सबसे बुरा है।
जो तेरा है वो तुझ तक जरूर आएगा,
खुदा तुझ तक उसको खुद पहुंचाएगा।
वक्त इंसान का हर कदम पर इम्तिहान लेता है,
वक्त ही इंसान को सही राह दिखाता है।
सुब्ह होती है शाम होती है,
उम्र यूँही तमाम होती है।
मुंशी अमीरुल्लाह तस्लीम
उन का ज़िक्र उन की तमन्ना उन की याद,
वक़्त कितना क़ीमती है आज कल।
शकील बदायुनी
इक साल गया इक साल नया है आने को,
पर वक़्त का अब भी होश नहीं दीवाने को।
इब्न-ए-इंशा
अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना,
हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है।
बशीर बद्र
जब आ जाती है दुनिया घूम फिर कर अपने मरकज़ पर,
तो वापस लौट कर गुज़रे ज़माने क्यूँ नहीं आते।
इबरत मछलीशहरी
सब कुछ तो है क्या ढूँडती रहती हैं निगाहें,
क्या बात है मैं वक़्त पे घर क्यूँ नहीं जाता।
निदा फ़ाज़ली
Bura Waqt Shayari In Hindi
अगर किसी को कुछ देना है,
तो उसे अच्छा वक्त दो।
क्योंकि आप हर चीज़ वापिस ले सकते हो,
मगर किसी को दिया हुआ,,
अच्छा वक्त वापिस नही ले सकते।
कभी गम, कभी खुशी ये जिंदगी का खेल है,
जीवन की पटरी पर दौड़ती ये वक्त नामक रेल है।
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता।
वक़्त सबको मिलता है ज़िन्दगी बदलने के लिए,
पर ज़िन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए।
उनका भरोसा मत करों,
जिनका ख्याल वक्त के साथ बदल जाएँ।
भरोसा उनका करो जिनका ख्याल वैसे ही रहे,
जब आपका वक्त बदल जाए।
सँवारा वक्त ने उसको जिसने,
वक्त का सही मतलब समझा।
वरना वक्त का महत्व क्या हैं ये तो,
बस वक्त का मारा ही बता सकता हैं।
अगर रोई हैं आखे समय के साथ तो मौका मिलगा,
इसे मुस्कुराने का भी ये वक़्त हैं बदलता हैं,,
पर वक़्त लेकर बदलता हैं।
वक्त की धुंध में छुप जाते हैं ताल्लुक,
बहुत दिनों तक किसी की आँख से ओझल ना रहिये।
आदमी के शब्द नहीं,
वक्त बोलता है।
शाम का वक्त हो और ‘शराब’ ना हो,
इंसान का वक्त इतना भी ‘खराब’ ना हो।
ना हँसना किसी के बुरे वक्त पे दोस्तों,
ये वक्त है जनाब चेहरे याद रखता है।
वक्त शायरी इन हिंदी Attitude
कभी वक्त निकाल के हमसे बातें करके देखना,
हम भी बहुत जल्दी बातों मे आ जाते है।
उसे शिकायत है कि मुझे बदल दिया वक्त ने,
कभी खुद से भी सवाल करना कि क्या तुम वही हो…?
वक्त इशारा देता रहा और हम इत्तेफाक समझते रहे,
बस यूँही धोके खाते रहे, और इस्तेमाल होते रहे।
अनवर साबरी
कुछ इस कदर खोये हैं तेरे ख्यालो में,
कोई वक़्त भी पुछता है तो तेरा नाम बता देते हैं।
अहमद ज़फ़र
जिन किताबों पे सलीक़े से जमी वक़्त की गर्द,
उन किताबों ही में यादों के ख़ज़ाने निकले।
जनाब मालूम नहीं था की ऐसा भी एक वक़्त आएगा,
इन बेवक़्त मौसमों की तरह तू भी क्षणभर में यु बदल जायेगा।
वक़्त लगता है खुद को बनाने मे,
इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।
बेवजह तुम्हें यु याद करना,
बेवजह दोस्तो को यु परेशान करना,,
फिजूल ही था तुम पर वक्त बर्बाद करना।
लगा कर हमे आदत अपनी इस मोहब्बत की अब,
कहते हो दूर रहो हमसे मेरे पास वक़्त नही अब।
आँखों की नमी बढ़ गई,
बातों के सिलसिले कम हो गए।
जनाब ये वक़्त बुरा नहीं है,
बुरे तो हम हो गए।
वक्त Shayari In Hindi Lyrics
खफा हम किसी से नहीं जनाब बस जरा वक़्त की कमी है,
आसमान में उड़ने का एक ख्वाब है और पैरों तले जमीं है।
आँखो में यु समन्दर लिए किनारे कि तलाश में हूँ,
इस वक्त को वक्त देकर वक्त पाने कि आस में हूँ।
वक़्त के साथ वक़्त से ही लड़ रहें है,
वक़्त के ही खेल में वक़्त से आगे निकल रहें है।
इस वक़्त का मारा हु जनाब,
वक़्त पलटने की राह देख रहा हूं।
कभी मै भी शेर था अपने उस जंगल का,
पर आज वक़्त का शिकार हो गया हूं।
अगर जिंदगी में बुरा वक़्त ना आये,
तो हम अपनों में पराये और परायों,,
में अपने कभी नहीं ढूंढ पाएंगे।
वक़्त सभी को मिलता है ज़िन्दगी बदलने,
के लिए पर ज़िन्दगी दोबारा नहीं मिलती।
वक़्त बदलने के लिए।
बुरे वक़्त में भी एक अच्छाई होती है,
जैसे ही ये आता है फ़ालतू के दोस्त विदा हो जाते है।
समय हमेशा आपके साथ होता है,वह
बुरा या अच्छा यह आपके कर्म तय करते है।
समय से बड़ा गुरु, दानी, बलवान,
इस संसार में कोई नहीं है।
वक़्त जैसे ही बुरा आया पता,
लग गया कौन अच्छा था और कौन बुरा था।
Waqt Shayari 2 Lines Hindi
समय की परीक्षा कठिन जरूर होती है,
लेकिन परिणाम आपके हाथों में होता है।
वक़्त-वक़्त का खेल है जो कल तक,
आप-आप करते थे आज तू-तू करते हैं।
बुरा वक़्त आने पर जब अपनों ने हमे गैर कर दिया,
तब जाके गैरों ने हमे हमारे अपनों से ज्यादा अपनापन दिखाया।
घमंड करते रहे थे कई रहीस अपनी दौलत का,
वक़्त ने अपनी एक दस्तक,,
से उन्हें उनकी औकाद दिखा दी।
किसीको भी कमजोर मत समझना,
क्युकी तक़दीर को बदलने में वक़्त नहीं लगता।
वक्त की यारी तो हर कोई कर लेता है,
मजा तो तब है जब वक़्त बदले और यार न बदले।
वक़्त मिले गर तो थोड़ा हिसाब भी कर देना ऐ जिंदगी,
ये बिना पगार की नौकरी अब मुझसे नहीं होगी।
वक़्त का बोझ तब बढ़ जाता है,
जब इंतज़ार किसी का सिद्दत से होता है।
ये वक़्त-बे-वक़्त की बात है,
हम नादान हुआ करते थे।
कभी; वक़्त का पहिया कुछ ऐसा चला,
कि ये नादानियाँ कब ज़िम्मेदारी,,
बन गयी, पता ही न चला।
वक़्त का चक्रव्यूह किसने झेला है,
जो जित गया इस जीवन में,,
वही सही खेल खेला है।
Waqt Shayari Sad In Hindi
सोचा वक़्त से कुछ सौदे कर लूं,
मुझे क्या पता था की उसकी कीमत,,
बचपन की नादानियां होगी।
वक़्त की क़द्र हम तब तक नहीं करते,
जब तक वक़्त हमें पीछे न छोड़ दे।
वक़्त का एक अलग ही दस्तूर है,
जिसे दिलों -जान से चाहा वही सबसे दूर है।
घड़ी के सुई के जैसी हो गई है,
ज़िन्दगी रुकना कहा है, पता ही नहीं।
वक़्त की सितम कुछ ऐसी छाई,
दूर गए वो और आँख मेरी भर आई।
इंसान और वक़्त दोनों एक सामान है,
बदलना भी ज़रूरी है और चलना भी।
वक़्त की चोट मैंने कुछ इस कदर खाई,
न रहे वो मेरे कभी फिर भी उनको मेरी दुहाई।
कह दो उनहें के वो वक़्त-बे-वक़्त याद न आये,
आये जो करीब मेरे तो फिर दूर न जाये।
डर नहीं लगता मुझे इस रात के अंधेरे से,
ये तो वक़्त की पाबंद है, ढल ही जाएगी।
वक़्त वक़्त की बात है,
किसी को बदनामी मिलती है,,
तो किसी को सलामी।
Waqt Shayari Images In Hindi
ज़िंदगी यूँ ही बहुत कम है मोहब्बत के लिए,
रूठ कर वक़्त गँवाने की ज़रूरत क्या है।
वक़्त मुक़र्रर कर लेते हैं चाँद को तकने का,
जिस रोज़ मैं देखूं उस रोज़ तुम देखो।
हम पर उन गलतियों के इल्ज़ाम लगे,
जिन गलतियों में मेरा कोई हाथ ना था।
अपनी बेगुनाही साबित भी कैसे करते,
जब वक़्त ही मेरे साथ ना था।
तुम बड़े अच्छे वक़्त पर आए,
आज इक ज़ख़्म की ज़रूरत थी।
Zubair Ali Tabish
वक़्त ही कम था फ़ैसले के लिए,
वर्ना मैं आता मशवरे के लिए।
Zia Mazkoor
दिल में और दुनिया में अब नहीं मिलेंगे हम,
वक़्त के हमेशा में अब नहीं मिलेंगे हम।
Jaun Elia
कुछ इशारा जो किया हम ने मुलाक़ात के वक़्त,
टाल कर कहने लगे दिन है अभी रात के वक़्त।
Insha Allah Khan
मोहब्बत में इक ऐसा वक़्त भी दिल पर गुज़रता है,
कि आँसू ख़ुश्क हो जाते हैं तुग़्यानी नहीं जाती।
Jigar Moradabadi
किसे फुर्सत-ए-माह-ओ-साल है, ये सवाल है,
कोई वक़्त है भी कि जाल है, ये सवाल है।
Abbas Qamar
मैंने जो कुछ भी सोचा हुआ है,
मैं वो वक़्त आने पे कर जाऊँगा।
तुम मुझे ज़हर लगते हो और,
मैं किसी दिन तुम्हें पी के मर जाऊँगा।
Tehzeeb Hafi
वक्त शायरी 2 लाइन
जख्मों ने मुझ में दरवाजे खोले हैं,
मैंने वक्त से पहले टांके खोलें हैं।
Tehzeeb Hafi
शाम से आँख में नमी सी है,
आज फिर आप की कमी सी है।
हर वक्त खोया रहता हूं मैं,
बस उसी के ही खयाल में।
याद नहीं रहता कोई काम बस,
उलझा रहता हूं उसके सवाल में।
Vrushali
कैसा रहेगा आने वाला पल,
वक्त ही जानता है हमारा कल।
Santosh
तुम ना वक्त के बदलने का इंतज़ार करो,
उठो और तब्दीली का रास्ता इख्तियार करो।
लिपट जाएगी कदमों से मंज़िले चूमेगी कदम,
हाथों की लकीरें झूठी मेहनत पर ऐतबार करो।
Moeen
ज़माना खामोश हैं, हैं हर राहबर खामोश,
क्या खबर क्यों हैं, हर राहगुज़र खामोश।
वक्त का तकाज़ा हैं बदल दो हालात,
ना रहे कोई घर, डगर, नगर खामोश।
Moeen
की मदद से आशिक खामोश वक्त,
का बदलता रूप देखता रहता है।
लेकिन उसके मन में अब भी अपने,
अच्छे वक्त को लेकर एक उम्मीद होती है,,
और इसी उम्मीद के सहारे अब वह जी रहा है।
वक्त की हमें अब कहा कोई खबर रहती है,
किसी की अदाओं पर हमारी नज़र जो रहती है।
हमेशा सही रास्ता तुम चुनो,
वक्त की मांग जरूर सुनो।
-Sapna
वक्त Shayari In Hindi
वक्त के साथ वह भी आगे बढ़ गए,
बस हमें भूल कर किसी और के हो गए।
Vrushali
जीतता वही है, समय पर जो भागा,
वक्त का नहीं होता है कोई भी सगा।
Anamika
कहां आती है अब उन्हें याद हमारी,
खत्म जो हो गई ये प्यार की कहानी।
Vrushali
रुतबा मेरा सब को समझाएगा,
वक्त मेरा भी कल जरूर आएगा।
Santosh
हमारे हर वक्त पर लिखा है,
बस एक उनका ही नाम।
मगर क्या करें उनके दिल में,
बस गया है कोई अंजान।
Vrushali
हर किसी को अपना महत्व बताता,
गुजरा हुआ वक्त फिर कहां है लौटता।
Sapna
हर रिश्ते के लिए जरूरी है थोड़ा सा वक्त,
थोड़ा सा प्यार और थोड़ा सा ही ऐतबार।
Vrushali
ना किसी को चाहता,
ना किसी को ठुकराता।
अपने समय पर वक्त,
खुद जरुर है बदलता।
Anamika
कायल तेरा एक दिन ये सारा जहाँ होगा,
तू मंज़िल का मकीं, कामियाबी तेरा मकाँ होगा।
वक्त को हैं इंतज़ार तेरे अटल फैसलों का,
घर से बाहर निकल तेरे पीछे काफिला होगा।
तुझे वक्त के साथ चलना पड़ेगा,
जो बदलेगा रूट तो बदलना पड़ेगा।
तेरे इश्क की महफिल सजी है तेरे आंगन में,
अब तुझे नही वक्त मेरे लिए मेरे ही बाहो में।
Waqt Shayari In Hindi English
वक्त क्या है महज फासला है,
दोनो के बीच एक मुंअम्मा है,,
जिंदगी का समझ से परे।
मुझको मामूली पत्थर समझ छोड़कर,
जाने वाले वक्त बदलेगा और,,
हम भी संगमरमर हो जाएंगे।
बड़ा मासूम सा है यार मेरा कहां कुछ मांगता है,
दीदार को मेरे हर वक्त बस थोड़ा मेरा वक्त मांगता है।
लाजमी है कि तुम मुझे अभी बहुत याद आ रहे हो,
लेकिन वक्त तुम्हारे पास नही तो मेरे पास भी नही है।
कोशिश हजार कि इसे रोक लूं मगर,
ठहरी हुई घड़ी मे भी ठहरा नही है वक्त।
जरा मुस्कुरा के देखो,
दुनिया हंसती नजर आएगी।
बादशाह तो वक़्त होता है,
इंसान तो यूं ही गुरुर करता है।
जिन्हें वाकई बात करना आता है,
वह अक्सर खामोश रहते हैं।
कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं,
जा मय-कदे से मेरी जवानी उठा के ला।
अब्दुल हमीद अदम
दिल्ली में आज भीक भी मिलती नहीं उन्हें,
था कल तलक दिमाग़ जिन्हें ताज-ओ-तख़्त का।
मीर तक़ी मीर
वक्त शायरी गुलज़ार
वक़्त बर्बाद करने वालों को,
वक़्त बर्बाद कर के छोड़ेगा।
दिवाकर राही
या वो थे ख़फ़ा हम से या हम हैं ख़फ़ा उन से,
कल उन का ज़माना था आज अपना ज़माना है।
जिगर मुरादाबादी
वक़्त अच्छा भी आएगा नासिर,
ग़म न कर ज़िंदगी पड़ी है अभी।
नासिर काज़मी
वक़्त की गर्दिशों का ग़म न करो,
हौसले मुश्किलों में पलते हैं।
महफूजुर्रहमान आदिल
वक़्त किस तेज़ी से गुज़रा रोज़-मर्रा में ‘मुनीर,
आज कल होता गया और दिन हवा होते गए।
मुनीर नियाज़ी
वो वक़्त का जहाज़ था करता लिहाज़ क्या,
मैं दोस्तों से हाथ मिलाने में रह गया।
हफ़ीज़ मेरठी
और क्या चाहती है गर्दिश-ए-अय्याम कि हम,
अपना घर भूल गए उन की गली भूल गए।
जौन एलिया
ये पानी ख़ामुशी से बह रहा है,
इसे देखें कि इस में डूब जाएँ।
अहमद मुश्ताक़
गुज़रने ही न दी वो रात मैं ने,
घड़ी पर रख दिया था हाथ मैं ने।
हमें हर वक़्त ये एहसास दामन-गीर रहता है,
पड़े हैं ढेर सारे काम और मोहलत ज़रा सी है।
ख़ुर्शीद तलब
Waqt Shayari Attitude
वक़्त करता है परवरिश बरसों,
हादिसा एक दम नहीं होता।
क़ाबिल अजमेरी