Nafrat Shayari In Hindi: तो दोस्तों आज हम शेयर करने वाला है नफरत शायरी इन हिंदी मैसेजेस एसएमएस आदि का कलेक्शन जो कि आप लोगों को पसंद आएगा।
नफरत शायरी की तलाश हम कब करते हैं, जब हमें किसी से नफरत हो जाए पता नहीं नफरत के तो बहुत सारे वजह हो सकती है और एक बहुत बड़ी वजह है प्यार, लव, इश्क, मोहब्बत, विश्वास, आदि हो सकती है क्योंकि यह सब टूटता है तो अरे बहुत ज्यादा नफरत हो जाती है किसी न किसी से क्योंकि यह शब्द ही कुछ ऐसे हैं।
यार नफरत तो क्या बताएं हम आप समझ सकते हो आप किसी को नफरत कब करते हो एक तो नफरत हम किसी से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं और वहां हम को धोखा दे जाता है तो हमको उन पर बहुत ज्यादा गुस्सा आता है और उनसे बहुत ही ज्यादा नफरत हो जाती है।
अगर आप नफरत शायरी इन हिंदी ऐसे मेरे स्टेटस मैसेजेस ऐसे में आदि का कलेक्शन ढूंढ रहे हो कहीं पर से भी आए हो जैसे कि गूगल इंस्टाग्राम टि्वटर फेसबुक आदि से तो आप सही जगह पर आए हो आपको भैया आपके पसंद की नफरत शायरी जरूर मिल जाएगी क्योंकि यहां पर हमें बहुत सारी नफरत से रिलेटेड शायरी का कलेक्शन करके रखा है आप इनको पूरा पढ़िए तो आपको आपकी पसंद की नफरत सारी जरूर मिल जाएगी।
Nafrat Shayari In Hindi Image
नफरतों को जलाओ मोहोब्बत की रौशनी होगी,
वरना इंसान जब भी जले हैं ख़ाक ही हुए है।
ए खुदा रखना मेरे दुश्मनो को भी मेहफूज,
वरना मेरी तेरे पास आने की दुवा कौन करेगा।
ना जाने क्यु कोसते है लोग बदसुरती को,
बरबाद करने वाले तो हसीन चहेरे होते है।
हाथ में खंजर ही नहीं आंखोमे पानी भी चाहिए,
ऐ खुदा मुझे दुश्मन भी खानदानी चाहिए।
तुझे तो मोहब्बत भी तेरी औकात से ज्यादा की थी,
अब तो बात नफरत की है, सोच तेरा क्या होगा।
उन्हें नफरत हुयी सारे जहाँ से,
अब नयी दुनिया लाये कहाँ से।
लेकर के मेरा नाम मुझे कोसता तो है,
नफरत ही सही, पर वह मुझे सोचता तो है।
Nafrat Shayari In Hindi Lyrics
इसी लिए तो बच्चों पे नूर सा बरसता है,
शरारतें करते हैं, साजिशें तो नहीं करते।
दिखावे की मुहब्बत से बेहतर है नफरत ही करो हमसे,
हम सच्चे जज्बातो की बड़ी कदर किया करते हैं।
एक नफरत ही हैं जिसे दुनिया चंद लम्हों में जान लेती हैं,
वरना चाहत का यकीन दिलाने में तो जिन्दगी बीत जाती हैं।
हमें भुलाकर सोना तो तेरी आदत ही बन गई है, ऐ सनम,
किसी दिन हम सो गए तो तुझे नींद से नफ़रत हो जायेगी।
जब से पता चला है, की मरने का नाम है जींदगी,
तब से, कफ़न बांधे कातील को ढूढ़ते हैं।
जब चाहा उसने अपना बनाया मुझे,
मन भरने पर उसने ठुकराया मुझे।
गुस्सा आता था सिर्फ उसके झूठे प्यार में,
पर अब नफरत करना उसने सिखाया मुझे।
पछतावा है मुझे की कभी किया था मैंने मोहब्बत तुमसे,
बहुत से थे पर दिल्लगी का क्यों हुआ था दिल को हसरत तुमसे।
तुमने पूछा था आज भी करते हो ना तुम प्यार मुझसे,
तो सुनो नहीं है किसी से जितना उतना करता हूँ नफरत तुमसे।
Nafrat Shayari In Hindi Download
उठ गया पर्दा प्यार का अब आँखों से मेरे,
जैसे गायब हो गया हूँ मैं दास्ताँ से तेरे।
चला जाना चाहता हूँ बड़ी दूर तुझसे मैं क्योंकि,
चीट यू लगता है मुझे लव यू तेरा जुबान से तेरे।
प्यार का एहसास उसे दिलाने के लिए मेरा सब कुछ खो गया,
पर नफरत तो सिर्फ दिखाया था न जाने ब्रेकअप कैसे हो गया।
इस टूटे दिल में अब कभी कोई और नहीं होगा,
तुमसे नफ़रत के बाद अब कोई दिलदार नहीं होगा।
कुछ लोगों को मुझसे नफरत करने की वजह नहीं खोजनी पड़ती,
क्योंकि मेरी थोड़ी हँसी भी उनके नफरत की वजह बन जाती है।
तुम्हे पता था की मुझे तोड़ना इतना आसान नहीं,
इसलिए तुमने प्यार का फ़रेबी खेल खेला मेरे साथ।
नफरत का वार मुझ पर ज़ोर से मारना क्योंकि,
नफरत मुझसे टकराकर प्यार में बदल जाती है।
यकीन भी रखा सबर भी किया इंतज़ार के सब हद भी पार किया,
नाही तो वक़्त बदला और नहीं खुशियां नसीब हुई।
Nafrat Shayari In Hindi Dp
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालों की,
पुराने तो अब मुझे चाहने लगे है।
हमें बरबाद करना है तो हमसे प्यार करो,
नफरत करोगे तो खुद बरबाद हो जाओगे।
मोहब्बत है की नफ़रत है,
कोई इतना तो समझौता।
कभी मैं दिल से लरती हुं,
कभी दिल मुझसे से लता है।
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नफरतें इश्क़ भी बड़ी की होती है उनसे,
उनसे नफरत दिखता है,,
और दिल ही दिल में प्यार करता है उनसे।
जब आप किसी से रूठ कर नफ़रत से बात करो,
और फिर भी वो उसका जवाब मोहब्बत से दे।
तो समाज जाना की वो,
आपको खुद से ज्यादा प्यार करता है।
चला जाऊँगा मैं धुंध के बादल की तरह,
देखते रह जाओगे मुझे पागल की तरह।
जब करते हो मुझसे इतनी नफरत तो क्यों,
सजाते हो आँखो में मुझे काजल की तरह।
नफरतें समुंदर को देख के सीखा है,
मैने प्यार करना जब तक मोहब्बत है।
खूबसूरत नजारा है और दिल टूटा हो,
तो हर तरफ तबाही है।
Nafrat Attitude Shayari In Hindi
एक नफ़रत ही है जिसे,
दुनिया चंद लम्हो में जान लेटी है।
वर्ना, चाहत का याकिन,
दिलाने में तो जिंदगी बीट जाति है।
खुदा सलामत रखना उन्हें,
जो हमसे नफरत करते हैं।
प्यार न सही नफरत ही सही,
कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।
नफ़रत ब प्यार की बुनियाद होती है,
मुलक़ात से अच्छी किसी की याद होती है।
रिश्तो में फसल का वजूद नहीं होता,
क्यूकी दिल की दुनिया तो ख्यालो से अबाद होती है।
बैठ कर सोचते हैं अब कि क्या खोया क्या पाया,
उनकी नफरत ने तोड़े बहुत मेरी वफ़ा के घर।
नफरत चांद की सितारों से हो तो,
वो अपनी चांदनी रोशनी कम कर देता है।
हम चांद तो नहीं पर अपनी सांसे,
हम भी कम कर सकते हैं।
मुझसे नफ़रत की अजब राह निकली उस ने,
हस्त बस्ता दिल कर दिया खाली उस ने।
मेरे घर की रिवायत से वो ख़ूब वक़िफ़ था,
जुदाई मांग ली बन के सांवली हम ने।
हक़ देंगे पूरा उसे निभाने का,
कबूल करते हैं नफरत तेरी।
खैरात में जो मिले हमें,
काबुल तो उसकी मोहब्बत भी नहीं करते हम।
Pyar Aur Nafrat Shayari In Hindi
वो नफरतें पाले रहे हम प्यार निभाते रहे,
लो ये जिंदगी भी कट गयी खाली हाथ सी।
वो करते करते हैं इकरार के लिए,
नफ़रत भी करते हैं तो प्यार के लिए।
उलटी चल चलते हैं ये इश्क करने वाले,
आंखें बंद करते हैं दीदार के लिए।
बिन पिए शराब नफरत करना शराब से,
ये जहालत(ज्ञान न होना) से कम नहीं।
जो ख़ुद बर्बाद हैं उन्हें सब बर्बाद नज़र आता है,
नफ़रतों का बाज़ार उन्हें आबाद नज़र आता है।
मोहब्बत बांटते हैं हम तो रंगों में भी अक्सर,
धर्म के ठेकेदारों को सिर्फ़ जिहाद नज़र आता है।
तुम्हारी नफरत पर भी लुटा दी ज़िन्दगी हमने,
सोचो अगर तुम मुहब्बत करते तो हम क्या करते।
नफरतों के बाजार में प्यार बेचते है,
और कीमत में बस दुआ लेते है।
जिन्दगी भर तुझ से मिलने की दुआ की,
सोचा ना था ऐसा भी दिन आएगा।
मुझे ऐसा भी दुआ करनी पड़ेगी,
अये खुदा उसे दिल से निकाल दे।
Nafrat Bhari Shayari In Hindi
ये मत कहना की तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा,
माई खुद तन्हा रहा दिल को मगर तन्हा नहीं रखा।
तुम्हारी चाहतों के फूल तो महफूज राखे है,
तुम्हारी नफरातो की पीठ को जिंदा नहीं रखा।
यही तो राज़ ए उल्फ़त है जो हर आंसू का रुख़ मोड़ा,
बहुत ख़ुश हैं तेरे बारे में जबसे सोचना छोड़ा।
है खबर अच्छी कि आजा मुंह तेरा मीठा करें,
नफरतें तेरी हुई हैं बा खुशी दिल को कुबूल।
तेरी नफ़रत मा वो डैम नहीं,
जो मेरी चाहत को मीता दे ऐ सनम।
ये मोहब्बत है कोई खेल नहीं,
जो आज हंस के खेला और कल रोके भुला दें।
दुनिया हमें वही बनाना चाहती है,
जो हम नहीं बनना चाहते।
भुलाना ही था मुझको तो नफरत का सहारा क्यूँ,
डूबने देते मुझको यूँ ही दिखाया था किनारा क्यूँ।
तुझसे खफा भी रहते थे और वफा भी करते थे,
पहले तुझे खोना नहीं चाहते थे अब तुझे पाना नहीं चाहते हैं।
अगर इतनी ही नफ़रत है हम तो,
दिल से कुछ ऐसी दुआ करो।
की आज ही तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जाए,
और हमारी जिंदगी भी।
मुझे पूरा समझने की चाह में ,
लोग बीच में नफरत करने लगते हैं ।
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार से,
अगर मैं तेरे ही अंदाज में तुझसे बात करुं।
Nafrat Best Hindi Shayari
हो ग़र इबादत कोई तो सिर झुका लेना चाहिए,
रूठा हो कोई अपना ग़र तो मना लेना चाहिए।
नफ़रत की आंधियां चलती रहती है हर पल यहां,
रिश्तों के चिराग़ों को हवाओं से बचा लेना चाहिए।
अदावत तो है अपनी नफरतों के रहनुमाओं से,
जो दिल में दे जगह उससे भला न क्यूँ सुलह कर लें।
मैं काबिले नफरत हूँ, तो छोड़ दे मुझको,
तू मुझसे यूँ दिखावे की मोहब्बत न किया कर।
नफरत मत करना मुझसे बुरा लगेगा,
बस एक बार प्यार से कह देना,,
अब तेरी जरूरत नहीं।
ना मेरा प्यार कम हुआ,
ना उनकी नफरत।
अपना अपना फर्ज था,
दोनों अदा कर गये।।
ये तेरी हल्की सी नफ़रत और थोड़ा सा इश्क़,
यह तो बता ये मज़ा ए इश्क़ है या सजा़-ए-इश्क़।
मोहब्बत में मेरे जज़्बात से तो खूब खेली तू,
मेरे इश्क़ को नफरत के तराजू में तौलकर बेच डाली।
मुझे नफ़रत सी हो गयी है,
अपनी जिन्दगी से।
और तू ज्यादा खुश ना हो,
क्योंकि तू ही मेरी जिन्दगी है।
प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना,
अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना।
वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे,
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना।
प्यार करना सिखा है,
नफरतो की कोई जगह नही।
बस तु ही तु है इस दिल मे,
दूसरा कोई और नही।
Nafrat Shayari Hindi English
जो मुझसे नफरत करते हैं शौक से करें,
हर शख्स को मैं अपनी मोहब्बत के काबिल नहीं समझती।
क़त्ल तो लाजिम है इस बेवफा शहर मे,
जिसे देखो दिल मे नफरत लिये फिरता है
कुछ इस अदा से निभाना है,
किरदार मेरा मुझको जिन्हे।
मुहब्बत ना हो मुझसे वो,
नफरत भी ना कर सके।
कुछ लोग तो मुजसे सिर्फ इसलिए भी नफरत करते है,
क्योकि बहुत सारे लोग मुझसे प्यार करते है।
हाँ मुझे रस्म ए मोहब्बत का सलीक़ा ही नही,
जा किसी और का होने की इजाज़त है तुझे।
तेरी नफरतो को प्यार की खुशबु बना देता,
मेरे बस मेअगर होता तुझे उर्दू सीखा देता।
इश्क़ या खुदा को दिल मे बसा लो दिल से,
नफरत हमेशा के लिए खत्म हो जायेगी।
तुझे प्यार भी तेरी औकात से ज्यादा किया था,
अब बात नफरत की है तो नफरत ही सही।
नफरत करने वाले भी गज़ब का प्यार करते है,
मुझसे जब भी मिलते है कहते है कि तुझे छोड़ेगे नही।
किसी ने मुझसे पूछा तुम्हारा शौक क्या है मैने हंस,
कर कहा नफरत करने वालो से मोहब्बत करना।
Nafrat Shayari Hindi
देख कर उसको तेरा यूँ पलट,
जाना नफरत बता रही है,,
तूने मोहब्बत गज़ब की की थी।
मुझसे नफरत करने वाले भी,
कमाल का हुनर रखते है।
मुझे देखना तक नही चाहते,
लेकिन नजर मुझपर ही रखते है।
उसने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया,
कितने रिश्ते उसकी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ।
कितने धुंधले है ये चेहरे जिन्हे अपनाया है,
कितनी उजली थी वो आँखे जिन्हे छोड़ आया हूँ।
वो जो हमसे नफरत करते हैं,
हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं।
नफरत है तो क्या हुआ यारो,
कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।
ये मोहब्बत है या नफरत कोई इतना तो समझाए,
कभी मैं दिल से लड़ता हूँ कभी दिल मुझ से लड़ता है।
देख के हमको वो सर झुकाते हैं,
बुला कर महफ़िल में नजरें चुराते हैं।
नफरत हैं तो कह देते हमसे,
गैरों से मिलकर क्यों दिल जलाते हैं।
हंसने के बाद क्यों रुलाती है दुनियां,
जाने के बाद क्यों भुला देती है ये दुनियां।
जिंदगी में क्या कोई कसर बाकी थी,
जो मरने के बाद भी जला देती है ये दुनियां।
जब हम मुस्कुराते थे तो उदशिया भी कहती थी मासा अल्लाह,
तेरे प्यार में खुद को इतना बदल दिया अब दुनिया कहती है तोबा अल्लाह।
हमने तो लोगों को सच्चा प्यार भी भूलते देखा है,
मुझसे तेरा झुटा प्यार भी नहीं भुलाया जाता।
दर्द बांटते बांटते ना जाने कब दर्द देने लगे ,
इश्क था हमें ना जाने कब नफरत देने लगे।
Nafrat Shayari Image Hindi Download
हमसे नफ़रत करो या मोहब्बत,
दोनो हमारे हक में बेहतर है।
क्यूं की अगर तुम नफ़रत करोगे तो हम,
तुम्हारे दिमाग में बस जाएंगे,,
अगर मोहब्बत करोगे से दिल मैं।
पाले रहें वो नफरते हम इश्क़ निभाते रहे,
जिंदगी भी ये कट गई खली ही हाथ।
तुम अमीर बनो मैं तो तुमसे प्यार,
करके कब का रईस बन चुका।
ना जाने किस शक का इंतजार हम आज भी है,
सुख तो बहुत है पर दिल बेकरार आज भी है।
तुमने हमें नफरतों के शिव कुछ नहीं दिया लेकिन,
हम तुम्हारी नफ़रतों से प्यार आज भी है।
नाही तुम कभी आ सके और नाही हम कभी जा सके,
नाही तुम कभी याद कर सके और नाही हम तुम्हे कभी भुला सके।
कभी बैठेंगे फुरसत में खुदा के सामने और पूछेंगे,
वो कौनसी मोहब्बत थी जो हम अपने यार को दे ना सके।
पट्टी और चश्मे में एक फ़र्क़ होता है,
आँखों पर पट्टी होने से आपको कुछ नही दिखेगा।
आप वही जानेंगे जो,
लोग आपको सुनाएंगे,
आंखों पर चश्मा रहने से आप सब कुछ देखियेगा,
और लोगो को पता भी नही चलेगा कि आपने क्या क्या देखा।
आपके आँखों की नमी कोई नही देख पायेगा।
Nafrat Ki Duniya Shayari In Hindi
नफ़रत कभी ना करना हम से,
ये हम कबी ना से मिलने गए।
एक बार के देना हम से जरूरी नहीं अब तुम्हारी,
हम तुम्हारी दुनिया से हंस के चले जाएं।
मोहब्बत दुनिया का सबसे नायाब अहसास है,
उसके आभाव में दुनिया का कोई भी रिस्ता फल-फूल जाए यह असम्भव है।
चांद लम्हों की जिंदगी है,
नफ़रतों से जिया नहीं करते।
लगता है दुसमनों से गुजरी करनी पड़ेगी,
दोस्त तो अब याद किया नहीं करते।
अगर तुम थे सनम बेवफा तो आंखे मिलाई ही क्यूं थी,
छोड़ के जाना ही था तो अपनी आदत लगाई ही क्यूं थी।
उदास न बैठाओ फ़िज़ा तांग करेगा,
गुजरे हुए लम्हो की सज़ा तांग करेगी।
किसी को ना लाओ दिल के इतना करीब,
क्योंकि उसके जाने के बाद उसकी हर अदा टंग करेगी।
कोई तो हाल-ए-दिल अपना भी समझेगा,
हर शख्स को नफरत हो जरूरी तो नहीं।
हम वो ना थे जो टाइम पास के लिए तुम्हे याद करते थे,
हम तो अपने बीजी टाइम से भी वक़्त उधार लेकर तुम्हे याद करते थे।
दिल अगर सूरत ही देख के लगानी थी तो पहले बता देते,
क्यूट तो कुत्ते भी बहोत होते हैं।
गवाचे होए हैं तेरियां यादन विचो,
ख्यालां सदां छ तू वि खो जा वे।
अस्सी तन हो गए तेरे सजना,
हुं तू वि सदा हो जा वे।
मेरे दिल ने मुझे ऐसा बना दिया,
हम तुम्हे चुरा तो सकते हैं पर भुला नाही सकते।
Shayari In Hindi Friendship Nafrat
जो भालदे रहे ग गधा टन,
आ फट्ट मेरे ओह सिल गईयां।
नाज़ ए ओह्ना मोहब्बतें ते,
जो तेरे वेहर मिल गईं।
शिकायत हां भरपूर कर,
आ जो गलतफहमी है दूं दूर कर।
कभी प्यार कभी गुस्सा कभी नफरत,
मोहतरमा पहले तू किसी एक को चूज कर।
काश तुम रहते मेरे साथ जब तक हम दोनों की जिंदगी थी,
मेरे हालात क्या बदले तुम्हे भी वक़्त ना लगा बदलने मे।
तुम ना थे मेरी किस्मत में इसलिए मिलके भी बिछड़ गए,
अगर होते किस्मत में तो बिछड़ के भी मिल जाते।
बस तेरे एक जिद ने मुझे क्या से क्या करदिया,
दिल की किताब तो बस तेरे लिए थी तूने इसे सरे आम कर दिया।
इश्क़ करे या नफरत इजाज़त है उन्हें,
हमे इश्क़ से अपने कोई शिकायत नहीं।
यकीन नहीं दिलाना पड़ता दुनिया को नफरत का,
पर सबूत देना पड़ता है मोहब्बत का।
नफरतों के लिए यहाँ वजह ढूंढी जाती है,
बिना किसी वजह सिर्फ मोहब्बत होती है।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
तुम्हारा दिल हैं या फिर जेल प्रिये।
दरारे रास नहीं आती,
मुझको रिश्ते नातों की पहाड़ी में।
ये एक दिन फैल जाती है,
झुलसती हुई नफरत की खाई में।
Nafrat Shayari For Wife In Hindi
अगर रूठा रहूँ तो मनाने आ जाना,
वो आखिरी वादा निभाने आ जाना।
इस जिंदगी में मेरी न हो सकी फिर भी,
मेरी मौत पर ‘मय्यत’ सजाने आ जाना।
है खबर अच्छी के आजा मुँह तेरा मीठा करें,
नफरतें तेरी हुई है बा-खुशी दिल को कबूल।
मेरे बस में नहीं था,
तुमसे नफ़रत करना।
इस पर ग़ज़ल लिखने की कोशिश है,
इंशा अल्लाह ग़ज़ल जल्द पूरी होगी।
नफरत के बाजार में जिने का अलग ही मजा हैं,
लोग रुलाना नहीं छोड़ते और हम हँसना नहीं छोड़ते।
नहीं हो तुम हिस्सा अब मेरी हसरत के,
तुम काबिल हो तो सिर्फ नफरत के।
नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब,
ज़िन्दगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले।
छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको,
ज़िन्दगी इतना बता कितना सफर बाकी है।
प्यार था तो नफ़रत कहा से आई,
चाहत थी तो बेरुखी कहा से आई।
ऐ खुदा या कैसा मोड आया ही,
उसकी चाहत उसके प्यार,,
मैं फरक क्यूं आया ही।
माना मज़्बुरियां है कुछ,
मन की प्यार में कामजौरियां है कुछ।
प्रति इतनी बेरुखी इतनी नफ़रत कि,
तिनका-तिनका मार रहे हो अपने प्यार को,,
की तिनका-तिनका ज़ला रहे हो अपने प्यार को।
Heart Touching Nafrat Shayari In Hindi
ज़िन्दगी जिसका बड़ा नाम सुना है हमने,
एक कमजोर सी हिचकी के सिवा कुछ भी नहीं।
मिलना बिछड़ना सब किस्मत का खेल है,
कभी नफरत तो कभी दिलो का मेल है।
बिक जाता हैं हर रिश्ता दुनियां में,
सिर्फ दोस्ती का यहा नाँट पर सेल हैं।
मोहब्बत करो तो हद से ज्यादा,
और नफरत करो तो उससे भी ज्यादा।
अब हम तो नए नफरत करने वाले तलाशा करते हैं,
क्योंकि पुराने वाले तो अब हमसे मोहब्बत किया करते हैं।
नफरत हो गयी मुझे,
एक मोहब्बत लफ्ज से।
नफरत करना तो सीखा ही नहीं साहब,
हमने दर्द को भी चाहा है, अपना समझकार।
ज़्यादा कुछ नहीं बदला उसके और मेरे बीच में,
पहले नफरत नहीं थी और अब प्यार नहीं है।
इश्क़ करे या नफरत इजाज़त है उन्हें,
हमे इश्क़ से अपने कोई शिकायत नही।
कुछ दगाबाज़ी हम भी तेरे ऐतबार से करेंगे,
तुझसे नफ़रत भी जालिम ज़रा प्यार से करेंगे।
मुझसे नफरत करनी है तो इरादे मजबूत रखना,
जरा से भी चूके तो महोब्बत हो जायेगी।
हक़ से दो तो तुम्हारी नफरत भी कबूल हमें,
खैरात में तो हम तुम्हारी मोहब्बत भी न लें।
Nafrat Shayari Jokes In Hindi
कभी उसने भी हमें चाहत का पैगाम लिखा था,
सब कुछ उसने अपना हमारे नाम लिखा था।
सुना है आज उनको हमारे जिक्र से भी नफ़रत है,
जिसने कभी अपने दिल पर हमारा नाम लिखा था।
वो वक़्त गुजर गया जब मुझे तेरी आरज़ू थी,
अब तू खुदा भी बन जाए तो मै सज़दा न करूँ।
हु वक्त गुजर गया जब मुझे,
तेरी आरज़ू थी अब तू खुदा भी,,
बन जाये तो मैं सजदा कर दूँ।
चाह कर भी मुँह फेर नही पा रहे हो,
नफरत करते हो या इश्क निभा रहे हो।
मोहब्बत करने से फुरसत नही,
मिली दोस्तो वरना हम करके,,
बताते नफरत किसको कहते है।
न मोहब्बत संभाली गई न,
नफरते पाली गई अफसोस है उस,,
जिंदगी का जो तेरे पीछे खाली गई।
तुम नफरत का धरना कयामत,
तक जारी रखो मै प्यार का,,
इस्तीफा जिंदगी भर नही दूंगा।
ज्यादा कुछ नही बदला उनके और मेरे बीच मे,
पहले नफरत नही थी अब मोहब्बत नही है।
जो आदमी लिमिट मे रहता है वो,
ज़िन्दगी भर लिमिट मे ही रह जाता है।
देखना मेरी तुम्हारी नफरतो मे,
खाख ना हो जाए सबकुछ।
हम दोनो को भी आखिर मे,
रहना तो है इसी बस्ती मे।
Nafrat Ki Shayari In Hindi
कैसे उन्हें भुलाऊँ मोहब्बत,
जिन्होने की मुझको तो वो भी,,
याद है नफ़रत जिन्होने की।
अजीब सी आदत और गजब की,
फितरत है मेरी मोहब्बत हो कि,,
नफरत हो बहुत शिद्दत से करता हू।
पूरी दुनिया नफरतो की,
आग मे जल रही है।
फिर भी ना जाने क्यो,
लोगों को ठंड लग रही है।
ग़ज़ब की एकता देखी लोगो की ज़माने मे,
ज़िन्दो को गिराने मुर्दो को उठाने मे।
प्यार करता हूँ इसलिए फ़िक्र,
करता हूँ जो नफ़रत करता,,
तो तेरा जिक्र तक न करता।
मुझे ऑनलाइन देखते ही तेरा,
ऑफलाइन हो जाना उफ़,,
यह तेरी डिजिटल नफरत।
होते हैं शायद नफरत में ही पाकींजा रिश्तें,
वरना अब तो तन से लिबास उतारने को लोग मोहब्बत कहते हैं।
कदर करनी है, तो जीतेजी करो,
अरथी उठाते वक़्त तो नफरत,,
करने वाले भी रो पड़ते है।
ज़िन्दगी भी तवायफ की तरह होती है,
कभी मजबूरी में नाचती है कभी मशहूरी में।
मार कर तमन्ना जिन की किसे नहीं होती,
रो के खुश होने की तमन्ना केसे नहीं होता।
कह तो दिया के जी लेंगे अपने के बेगैर,
प्रति अपने की तमन्ना किस नहीं होती।
Love Nafrat Shayari In Hindi
कुछ लोग हमारी नफरत के काबिल भी ना होते,
और हम उन पर अपनी मोहब्बत जाया कर देते हैं।
तरक्की के दौर में नफरत लिये फिरते हैं,
जब अंहकार टुटता तो दर दर भटकते है।
तेरी नफरत में वो तो दम कहाँ,
जो मेरी चाहत को कम करे।
इश्क़ में वफा का ग़ुरूर जब टूटता हैं,
तब सबसे ज्यादा नफरत खुद से ही होती हैं।
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी।
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।
गुजरे हैं तेरे इश्क़ में कुछ इस मुकाम से,
नफरत सी हो गई हैं मोहब्बत के नाम से।
इतनी नफरत हैं उसे मेरी मोहब्बत से,
उसने अपने हाथ जला लिए मेरी तकदीर मिटाने के लिए।
में सांस रोकना चाहता था:
क्या निदान दुनिया से दूर जाना चाहता था,
क्यूकी वो उसके सांसों में मुझे याद आती थी।
मेरे लिए ऐसा कर नहीं पाया:
क्यूकी ये जिंदगी भी तो उसी की थी,
मुझे ऐसे ही समपत कैसे कर सकता था।
एक झूठ मैने तुमसे कहाँ मुझे नफरत हैं तुमसे,
एक झूठ तुम भी कह दो तुम्हें मोहब्बत हैं मुझसे।
दिल टुटना लाज़मी था इस शहर में,
जहाँ हर कोई दिल में नफरत लिये चलता है।
Nafrat Shayari 2 Line In Hindi
किसी के लिए तो नफरत से भर दे,
भर गया उसका दिल मोहब्बत से।
तेरे बिना हम जीना भूल जाते हैं,
ज़ख्मो को सिना भूल जाते हैं।
टू जिंदगी में सब से अजीज है हम,
तुझसे उसका बार यह कहना भूल जाते हैं।
वो इंकार करते हैं इकरार के लिए,
नफरत करते हैं तो प्यारा के लिए।
उलटी चाल चलते हैं ये इश्क़ वाले,
आँखें बंद करते हैं दीदार के लिए।
कोई गुस्सा हो तुम्हारी भलाई के लिए,
समझ लेना उसके दिल में प्यार बहुत हैं तुम्हारे लिए।
चंद लम्हों की ज़िन्दगी है नफरत से नहीं जिया करते,
दुश्मनों से क्या शिकायत करे अब तो दोस्त भी याद नहीं किया करते ,
नफरत अक्सर वहीं करते हैं,
जो कुछ ज्यादा ही फुरसत में होते हैं।
जीते थे कभी हम भी शान से,
महक उठी थी फ़िज़ा किसी के नाम से ,
पर गुज़रे हैं हम कुछ ऐसे मुकाम से,
की नफरत से हो गयी है मोहब्बत के नाम से।
कोई तो वजह होगी बेवजह को नफरत नहीं करता,
हम तो उनकी दिल कि समझते हैं,,
वो हमे समझने की कोशिश नहीं करता।
तुझसे इतना प्यार क्यों किया,कभी,
कभी ये सोचके खुद से नफरत हो जाती है।
दिल में अगर पली बेजान कोई हसरत ना होती,
हम इंसानों को इंसानों से यू नफरत ना होती।
Nafrat Shayari Hindi Mein
प्यार नहीं करती तुमसे नफरत करती हूँ,
दूर हो जाओ मेरी नज़रों से, बस यही दुआ करती हूँ।
बड़ी हसीं थी ज़िन्दगी,
जब न किसी से मोहब्बत न किसी से नफरत थी।
ज़िन्दगी में एक मोड़ ऐसा आया उनसे मोहब्बत हुई,
और नफरत साडी दुनिया से हो गयी
दिल ने ये कहा है दिलसे,
नफरत होगयी है तुमसे।
प्यार करता हूँ तो फ़िक्र करता हूँ,
अगर नफरत करने लगा तो ज़िक्र भी नहीं करूंगा।
नफरत तेरी बुलंदियों पे थी,
फिर भी तुझे चाहा था।
ए सनम तूने ही आवाज ना लगाई,
हमने तो तुझे हर लम्हे में पुकारा था।
नफरत को हम प्यार देते हैं,
प्यार पे खुशियां वार देते हैं।
बहुत सोच समझ कर हमसे कोई वादा करना ऐ दोस्त,
हम पर वादे पर जिंदगी गुजार देते हैं।
काश कि दिल पर अपना अख्तियार होता,
ना नफरत होती ना प्यार होता।
नफरत हमने सीखी नही कभी दिल से,
हम तो बस मौहब्बत ही रखते है हर किसी से।
प्यार, एहसान, नफरत, दुश्मनी जो चाहो वो मुझसे करलो,
आप की कसम वही दुगुना मिलेगा।
तेरी जुदाई में और तो कुछ ना हो सका,
बस मोहब्बत से नफरत हो गयी।
Mohabbat Se Nafrat Shayari In Hindi
हमसे नफरत तभी करना,
जब आप हमारे बारे मै जानते हो,,
तब नही जब किसी से सुना हो।
हमे नफ़रत पसंद है,
लेकिन दिखावे का प्यार नही।
नाराजगी डर नफरत या फिर,
प्यार कुछ तो जरुर है जो,,
तुम मुझसे दूर दूर रहते हो।
अगर हमारी उल्फतों से तंग आ,
जाओ तो बता देना हमें नफरत तो,,
गवारा है मगर दिखावे की मोहब्बत नही।
अच्छे होते हैं बुरे लोग,
कम से कम अच्छे होने का,,
वे दिखावा तो नहीं करते।
ना शाख़ों ने जगह दी ना हवाओ ने बक़शा,
वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता।
न मेरा एक होगा, न तेरा लाख होगा,
तारिफ तेरी, न मेरा मजाक होगा।
गुरुर न कर शाह-ए-शरीर का,
मेरा भी खाक होगा, तेरा भी खाक होगा।
जिसकी अंहकार पुरखो कि कमाई पर पले हैं,
आज वो हमसे नफरत कि लड़ाई जितने चले हैं।
झूठी नफरत को जताना छोड़ दे,
भिगों के खत मेरा जलाना छोड़ दे।
पता है प्यार करके क्या मिला,
अजीब रिश्ता रहा कुछ अपनों से मे,,
रान नफरत की वजह मिली न मोहब्बत का सिला।
Nafrat Shayari Dp Pic Hindi
एक वक़्त था जब मैं तेरे लिए दुनिया से लड़ सकता था,
अब तो तेरी मोहब्बत से भी नफरत करता हूँ ,
उसकी नफरतो को धार किसने दी,
मोहब्बत के हाथों तलवार किसने दी।
नफरत कभी न करना तुम हमसे,
ये हम सह नहीं पाएंगे।
एक बार कह देना हमे ज़रुरत नहीं तुम्हारी,
तुम्हारी दुनिया से हंसकर चले जायेंगे।
फूलो के साथ काटें भी मिल जाते हैं,
खुशी के साथ गम भी मिल जाते हैं।
यह तो मजबूरी हैं हर आशिक़ कि,
वरना प्यार में नफरत कोई जान बुझ कर नहीं करता।
अगर इंसान खुशी चाहते हैं,
तो फिर क्यों दिल में नफरत पालते हैं।
तोड़ेंगे गरूर इश्क़ का और इस क़दर सुधर जायेंगे,
खड़ी रहेगी मोहब्बत रस्ते में और सामने से गुज़र जायेंगे।
थी नफरत अक्स से वो आईना तोड़ना सिख गया,
वो अपनी गलती पर भी मुँह मोड़ना सिख गया।
पेश आने लगे हैं जो नफरत से,
लगता है भर गया है दिल मोहब्बत से।
ऐ दोस्तों नफरतो को पाल कर उससे चिनगारी मत लगाओ,
खुदा ने तुमको क्या नहीं दिया कुछ अपना भी दिमाग लगाओ।
तेरी नफरत को मैने प्यार समझ कर अपनाया हैं,
प्यार से ही नफरत खत्म होता हैं,,
तूने ही तो समझाया हैं।
Shayari In Hindi On Nafrat
मोहब्बत सच्ची हो तो कभी नफरत नहीं होती हैं,
अगर नफरत होती हैं तो मोहब्बत सच्ची नहीं होती हैं।
मुसाफिर हूँ यारों, फ़िक्र मत करना,
यादों से भी चला जाऊंगा।
मैं खुश हूँ कि उसकी नफरत का अकेला वारिस हूँ मैं,
वरना मोहब्बत तो उसे और भी कईयों से थी।
हमे बर्बाद करना है तो हमसे प्यारा करो,
नफरत करोगे तो खुद बर्बाद हो जाऐगे।
ज़्यादा इंतज़ार करने की आदत नहीं मुझे,
मोहब्बत है तो जताओ वरना भाड़ में जाओ।
नफरत हो दिल में तो मिलने का मजा नहीं आता है,
वो आज भी मिलता हैं पर दिल कही और छोड़ आता हैं।
माना मौसम भी बदलते हैं लेकिन धीरे धीरे,
तेरे बदलने की रफ़्तार से तो हवाएं भी हैरान हैं।
दिल पर ना मेरे यू वार कीजिए,
छोड़ो ये नफरत थोड़ा प्यार कीजिए।
तड़पते हैं जिस कदर तेरे प्यार में हम,
कभी खुद को भी उस कदर बेक़रार कीजिए।
ज़िद्द में आकर उससे ताल्लुकात तोड़ दिए हमने,
अब सुकून उसे भी है और बेखबर हम भी हैं।
मेरे दिल ने उस पर यकीन किया था,
नफरत क्यों करुँ अगर उसने दिल तोड़ दिया।
Nafrat Shayari Hindi Photo
ठुकरा दिया जिसने मुझे मेरा वक़्त देखकर,
ऐसा वक़्त लाऊंगा मिलना पड़ेगा मुझसे वक़्त लेकर।
मैं फना हो गया अफसोस वो बदला भी नहीं,
मेरी चाहतें से भी सच्ची रही नफरत उसकी।
ज़िन्दगी से नफरत किसे होती हैं,
मरने कि चाहत किसे होती हैं।
प्यार भी एक इतेफा़क होता हैं,
वरना आँसूओ से मोहब्बत किसे होती हैं।
नफरत से होने लगी है इस सफर से अब,
ज़िन्दगी कही तो पहुचा दे खत्म होने से पहले।
नफरत को हजार मौके दो प्यार में बदलने के,
लेकिन प्यार को एक मौका भी ना देना नफरत में बदलने का।
बड़ी खूबसूरत थी ज़िन्दगी जब,
ना किसी से मोहब्बत थी ना नफरत थी।
फिर एक मोड़ ऐसा आया कि,
मोहब्बत एक से हुयी और नफरत दुनिया से हो गयी।
वो ना ही मिलता तो अच्छा था,
बेकार में मोहब्बत से नफरत हो गयी।
Nafrat Shayari In Hindi Pic
नफरत को मुहब्बत की आँखो में देखा,
बेरुखी को उनकी अदाओ में देखा।
आँखें नम हुए और मै रो पड़ा,
जब अपने को गैरों कि बाहो में देखा।
जो लोग नफरत करते हैं वो लोग अच्छे लगते हैं,
क्योंकि अगर सब मुहब्बत करेंगे तो,,
कहीं नज़र ना लग जाए मुझे।
देख के हमें वो सिर झुकाते हैं,
बुला के महफिल में नजर चुराते हैं।
नफरत हैं हमसे तो भी कोई बात नहीं,
पर गैरो से मिल के दिल क्यों जलाते हो।
तूने ज़िन्दगी को मेरी इस क़दर कुछ यूँ मोड़ा हैं,
कि अब मोहब्बत भी नफरत भी, दोनों थोड़ा थोड़ा हैं।
मत रख इतनी नफ़रतें अपने दिल में ए इंसान,
जिस दिल में नफरत होती है उस दिल में रब नहीं बसता।
उनकी नफरत बता रही है,
हमारी मोहब्बत गज़ब की थी।
सुनो न.बेहद गुस्सा करते हो आजकल,
नफरत करने लगे हो या ईश्क ज्यादा हो गया।
Pyar Se Nafrat Shayari In Hindi
नफ़रत करना है तो इस क़दर करना,
के हम दुनिया से चले जाए पर तेरी आँख में आंशु ना आए।
एक नफरत ही नहीं दुनिया में दर्द का सबब फ़राज़,
मोहब्बत भी सकूँ वालों को बड़ी तकलीफ़ देती है।
मेरे पास वक्त नही है, नफ़रत करने का उन लोगो से,
जो मुझसे नफऱत किया करते है।
क्योंकि मैं व्यस्त हूँ उन लोगो मे,
जो मुझसे प्यार किया करते है।
पहले इश्क़, फिर दर्द, फिर बेहद नफरत,
बड़ी तरकीब से तबाह किया तुमने मुझको।
हमारी अदा पे तो नफरत करने वाले भी फ़िदा हैं,
तो फिर सोच प्यार करने वालो का किया हाल होता होगा।
नफरत करने की दवा बता दो यारो,
वरना मेरी मौत की वजह मेरा प्यार ही होगा।
नफरतें लाख मिलीं पर मोहब्बत न मिली,
ज़िन्दगी बीत गयी मगर राहत न मिली।
Nafrat Shayari Hindi Wallpaper
तेरी महफ़िल में हर एक को हँसता देखा,
एक मैं था जिसे हँसने की इजाजत न मिली।
सनम तेरी नफरत में वो दम नहीं,
जो मेरी चाहत को मिटा दे।
ये मोहब्बत है कोई खेल नहीं,
जो आज हंस के खेला और कल रो कर भुला दे।
नफरत करोगे तो अधुरा किस्सा हूँ मै,
मोहब्बत करोगे तो तुम्हारा ही हिस्सा हूँ मे।
मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत,
रखना ज़रा से भी चुके तो मोहब्बत हो जाएगी।
जिसके अहंकार पुरखो की कमाई पर पले है,
आज वो हमसे नफरत की लड़ाई जीतने चले है।
छोटी सी इस कहानी को,
एक और फ़साना मिल गया।
उनको हमसे नफ़रत का,
एक और बहाना मिल गया।
मेरे दिल को यु कैद ना कर ए पगली,
दिल के नवाब हेए तेरे पिंजरे के पंछी नही।
Nafrat Sms In Hindi
वो लोग अपने आप में कितने अज़ीम थे,
जो अपने दुश्मनों से भी नफ़रत न कर सके।
जिस क़दर नफ़रत बढ़ाई उतनी,
ही क़ुर्बत बढ़ी अब जो महफ़िल,,
मे नही है वो तुम्हारे दिल मे है।
नाराजगी, डर, नफरत या फिर प्यार,
कुछ तो जरुर है जो तुम मुझ से दूर-दूर रहते हो।
में अकेला वारिस हूँ तेरी तमाम नफरतों का ऐ मेरी जान,
और तू सारे शहर में प्यार बाटती फिर रही है।
प्यार करता हु इसलिए फ़िक्र करता हूँ,
नफरत करुगा तो जिक्र भी नही करुगा।
कर लूं एक बार तेरा दीदार जी भर के, मेरे दोस्त,
मेरी मोहब्बत और तेरी नफरत के बीच का फासला खत्म हो जाएगा।
नफरत है मुझे आज जालिम तेरे उस रुखसार से,
जिसे देख कर मैं अक्सर दीवाना हुआ करता था।
Nafrat Wala Shayari Hindi Mein
ये मेरे दिल की जिद है की प्यार करुँ तो सिर्फ तुमसे करूँ,
वरना तुम्हारी जो फितरत है वो नफरत के भी काबिल नहीं।
वो इनकार करते हैं इक़रार के लिए,
नफऱत भी करते हैं तो प्यार करने के लिए।
उल्टी चाल चलते हैं ये इश्क़ करने वाले,
आंखे बंद करते हैं दीदार के लिए।
मुझे नफरत है इस मोहब्बत के नाम से,
क्यूँ बिना कसूर तडपा तडपाकर मारा है मुझे।
नफरत है इस रविवार से मुझे,
ये दिलाती है और भी तेरी याद खाली वक्त में।
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