तो दोस्तों आज हम आप लोगों के साथ साझा करने वाले हैं तहलका शायरी इन हिंदी (Tahalka Shayari) का संपूर्ण कलेक्शन जो कि आप लोगों को काफी पसंद आएगा।
तहलका शायरी आप क्यों ढूंढ रहे हो मुझे पता है क्योंकि आप सोशल मीडिया अकाउंट पर अपना एक अलग ढंग से पेश करना चाहते हैं अपने आपको मतलब की फेसबुक पर और इंस्टाग्राम पर आप तहलका बचाना चाहते हो इसलिए आप तहलका शायरी ढूंढ रहे हो।
तो मेरे दोस्त आप जहां कहीं से भी आए हो पर आप सही जगह पर आए हो क्योंकि यहां पर हमने बहुत सारी ऐसी ही तहलका शायरी इन हिंदी का कलेक्शन करके रखा है।
इन शायरियों को आप अच्छे से पढ़िए इन तहलका शायरियों में से आपको कोई ना कोई शायरी जरूर से पसंद आ जाएगी और आप उसको कॉपी करके आप कहीं पर भी इसका उपयोग कर सकते हो तो जल्दी से नीचे स्क्रोल करके जाइए और पढ़िए।
तहलका शायरी इमेजेस
कोशिश तो सब करते है लेकिन सबका राज नही होता,
ऐटिटूड तो सबके पास है लेकिन हमारे जैसा अंदाज।
मुस्कुराना तेरा यूँ, जरा सा हल्का,
मौसम ए दिल में, मचा देता है तहलका।
अपने जज्बातों को शब्दों में पिरो दिया करो मन हल्का हो जायेगा,
वर्ना दिल में इन जज्बातों का तहलका हो जायेगा।
मुहब्बत सच्ची थी उसका शोर हो गया,
नफरत तो शिद्दत से है कही तहलका ना मच जाए।
मैं कुछ खास तो नही हुँ लेकिन,
मेरे जैसे लोग कम है।
जब जान प्यारी थी तो दुश्मन हज़ारों थे,
अब मरने का शौक हुआ तो क़ातिल नही मिलते।
चलो तुम्हारे प्यार में कुछ तो बन गए,
तुम्हारे शौहर न बन सके तो शायर ही बन गए।
मेरे पास गोपीयाँ तो बहुत है,
पर मेरा मन मेरी राधा के सिवा कही लगता ही नही।
बोला था ना की एंट्री भले ही लेट होगी लेकिन सबसे ग्रेट होगी,
जिंन्दगी जीते हे हम शान से तभी तो दुश्मन जलते हे हमारे नाम से।
तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा हे के,
दिल करता हे दिन भर तुम्हे तंग करते रहैं।
Tahalka Shayari Images
मयक़दे की इज़्ज़त का सवाल था,
निकले, तो हम भी लड़खड़ा गए।
बैबी तू आम सी लड़की है, तुझे ख़ास बना दूंगा,
जिस दिन दिल दिया इतिहास बना दूंगा।
भीड़ में खड़ा होना मकसद नहीं है मेरा,
बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी है, वह बनना है मुझे।
हम खराब लोगों में एक खूबी है,
हम मुसीबत में काम आते हैं,,
और जहां भी जाते हैं तहलका मचाते हैं।
ना जीने दूंगा ना मरने दूंगा उसे,
उसने पंगा मुझसे लिया है।
अब तो तहलका मचाते हुए,
कहीं का नहीं छोडूंगा उसे।
औकात की बात मत कर ऐ दोस्त,
लोग तेरी बन्दूक से ज्यादा मेरी आँखों से डरते हैं।
अपना भला कौन क्या बिगाड़ेेगा,
अपनी तो किस्मत उसने लिखी है,,
जिसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
हमको मिटा सके यह ज़माने में दम नहीं,
हमसे ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं।
चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये,
बिना माचिस के तहलका मचाया जाये।
ज़िंदगी बहुत शांतिमयी ढंग से चल रही थी,
फिर ज़िंदगी में वो आयी और तहलका मचा गया।
मान लिया कि तु शेर है,
पर ज्यादा उछल मत,,
हम भी शिकारी है ठोक देंगें।
मेरी यादों का उनके सीने में मचेगा जब तहलका,
वो ढूंढेगे मुझे बाजारों में भीड़ के बीच।
गलतियां गिनायेगी उनकी खुदगर्जी,
जब जमीर उनसे सवाल करेगा।
नम आंखों से पुकारेंगे मेरा नाम,
जब जिस्म उनका खुद से नफरत करेगा,,
मेरी यादों का उनके सीने में मचेगा जब तहलका।
मैं कभी नहीं देखता की क्या किया जा चुका है,
मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है।
वो किताबों में दर्ज था ही नहीं,
सिखाया जो सबक ज़िंदगी ने।
वो लोग भी चलते है आजकल तेवर बदलकर,
जिन्हे हमने ही सिखाया था चलना संभल कर।
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यूं तो ख़ामोशी छाई हुई है चारों तरफ़,
पर तेरी यादों के शोर ने दिल में तहलका मचा रखा है।
मौन रहुं तो भीतर कुछ तहलका सा,
खुल कर कह दूं तो बाहर भयानक शोर सा।
इतना मगरूर मत बन मुझे वक्त कहते हैं,
मैंने कई बादशाहो को दरबान बनाया हैं।
हम में अकड़ है, गुरूर है,
फिर भी रेहमत देखो रब की,,
हमे चाहने के लिए सब मजबूर है।
शहर भर मेँ एक ही पहचान है हमारी,
सुर्ख आँखे गुस्सैल चेहरा और नवाबी अदायेँ।
तहलका शायरी बदमाशी
तीतरा दे नाल खेड़ के बने सी जो शिकारी,
ओ किवें कर लेंगे शिकार टाइगर दा।
बहुत खुश रहता हूँ आज कल मै,
क्युँकि अब उम्मीद खुद से रखता हूँ,औरों से नही।
खून अभी वो ही है, ना ही शोक बदले ना ही जूनून,
सून लो फिर से रियासते गयी है,,
रूतबा नही रौब ओर खोफ आज भी वही हें।
अगर तुझको गुरूर है सत्ता का इस कदर तो,
हम भी तख्तों को पलटने का हुनर रखते है।
मुझे क्या डराएगा मौत का मंजर,
हमने तो जन्म ही कातिलों की बस्ती में लिया है।
जलने लगा है ज़माना सारा,
क्योंकि चलने लगा है नाम हमारा
हमसे पंगा ना ले तेरी गलियों में तहलका मचा देंगे,
जहाँ भी भागेगा वहीं से ढूंढ कर तेरी जला देंगे।
माचिस तो यूँ ही बदनाम है हुजुर,
हमारे तेवर तो आज भी तहलका मचाते हैं।
अक्कड़ में रहते हैं तो तेरा क्या जा रहा है,
हमारे में हिम्मत है इसलिए इतना ऐटिटूड आ रहा है,,
तू काहे अपनी फालतू में जला रहा है।
ऐटिटूड एक नशा है पगली और,
मेरे बाप की इस नशे की फैक्ट्री,,
का एकलौता वारिस मैं हूँ।
अकड़ तोड़ दू तेरी कुछ इस तरह,
बाद में शायद खुद को ना पहचान पाएगा।
घमंड भी तेरा चूर चूर होगा जल्दी ही,
और किससे भिड़ा था ये भी जान जाएगा।
कर नहीं पाते हमारी बराबरी जो,
वो हमें बदनाम कर रहे हैं।
सुना है मेरे दुश्मन मिलकर मुझे,
मारने के लिए प्लान तैयार कर रहे हैं।
भाई बोलने का हक मैंने सिर्फ दोस्तों को दिया है,
वरना दुश्मन हमे आज भी बाप के नाम से जानते है।
हम अपने तेवर से ही आग लगाते हैं,
लोगों कि अपने स्टाइल से जलाते हैं।
जो भी पंगा लेता है हमसे बेवजह,
फिर उसको नरक का रास्ता दिखाते हैं।
झुका दे जो ऐसा कोई पैदा हो नहीं पाया,
जिसने पंगा लिया हमसे, कहाँ गायब हुआ,,
फिर उसका यह पता चल नहीं पाया।
इन्कार है जिन्हे आज मुझसे मेरा वक्त देखकर,
मै खूद को इतना काबिल बनाउंगा मिलेंगे मूझसे वक्त लेकर।
अगर लड़ना हो तो मैदान में आना,
तलवार भी तेरी होगी और गर्दन भी।
जिगर वालों के डर से कोई वास्ता नहीं होता,
हम वहाँ भी कदम रखते हैं जहाँ कोई रास्ता नहीं होता।
हम तो हर जगह पर राज कर करते हैं,
जो पसन्द करते हैं उनके दिल पर राज करते हैं,,
जो पसन्द नही करते हैं उनके दिमाग पर राज करते हैं।
जो बेहतर होते है उन्हें इनाम मिलता है,
जो बेहतरीन होते है उनके नाम पर इनाम होता है।
तहलका 2 line शायरी
तजुर्बे ने शेर की तरह खामोश रहना सिखाया,
क्यूंकि दहाड़ कर कभी शिकार नहीं किया जाता।
हम बदमाशी के स्टूडेंट है हम समझते नहीं है,
अपने दुश्मनो को सीधा जान से मर देते हैं।
शान से जीने का शोक है वो तो हम जियेंगे,
बस तूं अपने आप को संभाल हम तो युही चमकते रहेंगे।
दहशत बनाओ तो हमारे जैसी वरना,
ख़ाली डराना तो कुत्ते भी जानते है।
तुम कमीज़ बदल कर आओगे शायद उसे लुभाने को।
वो जुल्फें खोलकर आयेगी और तहलका मचा देगी।
शायद आज किसी अपने को तकलीफ पहुँची है,
तभी तो मेरे दिल में तहलका मचा है।
बडा तहलका सा मचा है दिलो दिमाग में,
जब से तुमने हां कह दी।
ऐटिटूड के बाजार में जीने का अलग ही मजा है,
लोग जलना नहीं छोड़ते और हम मुस्कुराना।
क्यूट दिखता हूँ पगली,
ना ले सस्ते में जिस दिन अपनी,,
औकात मे आ गया ले लूंगा Kiss रस्ते मे।
हम वहीँ है जो दूसरों को दर्शाते हैं,
इसलिए हमें इसमें सावधानी बरतनी चाहिए।
जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ,
किस्मत की रोटी तो कुत्तों को भी नसीब हो जाती है।
खरीद लेंगे सबकी सारी उदासियाँ दोस्तों,
सिक्के हमारे मिजाज़ के, चलेंगे जिस रोज।
मै रिश्तों का जला हुआ हूँ,
दुश्मनी भी फूँक फूँक कर करता हूँ।
यहाँ किसकी मज़ाल है जो छेड़े दिलेर को,
गर्दिश में तो कुत्ते भी घेर लेते हैं शेर को।
शेर के पाँव में अगर काँटा चुभ जाए,
तो उसका ये मतलब नहीं की अब कुत्ते राज करेंगे।
लोग फेमस कार Dѕʟʀ या ɨ-ρнσиє से नही होते हैं,
फेमस होने के लिए नवाबी दिल चाहिए,,
और तुम्हारा यार तो बचपन से ही नवाब हैं।
शेर को जगाना ऒर हमे सुलाना,
किसी के बस की बात नही,,
हम वहाँ खड़े होते है, जहाँ मैटर बड़े होते हैं।
हमें देख कर जलती है दुनिया सारी,
तहलका मचाना तो आदत है हमारी।
जिस दिन हमारा दिमाग हो जाएगा खराब,
तेरी गलियों में तहलका मचा देंगे।
जहाँ से वापस लौट कर कोई नहीं आता,
तुम्हें ऐसी जगह पहुंचा देंगे।
मेरा दिमाग सनक गया तो बच नहीं पाओगे,
इसलिए सर को झुका कर के निकल जाओ।
अगर जीना चाहता है चार दिन,
तो अभी अपनी जान बचाओ।
हम थोड़ी सी स्टाइल क्या मारे,
दुश्मन की आँखे बढ़ी हो गए।
अभी तो एंट्री मारी है,
आगे आगे देखो होता है क्या।
तहलका शायरी
खौफ ऐसा हमारा उनके दिल में छा गया,
हमें देखते ही उन्हें मिर्गी का दौरा आ गया।
पंगा मत लो मुझसे बाद में बहुत पछताएगा,
फिर पैंट गीली करता फिरेगा जब हमें जान जाएगा।
ऐटिटूड का अंदाज़ यही से लगा लो,
तुम प्लेयर बनना चाहते हो और मै गेम चेंजर।
ये फ़िज़ूल की धमकियाँ हमें ना दे बेटा,
क्योंकि कुत्तों के लश्कर से शेर कभी डरा नहीं करते।
हम भी नवाब है,
लोगो की अकड़ धुएं की तरह उड़ाकर,,
औकात सिगरेट की तरह छोटी कर देते है।
डूब जाए आसानी से मै वो कश्ती नहीं,
मिटा सको तुम मुझे ये बात तुम्हारे बस की नहीं।
जब दुशमन पत्थर मारे तो उसका जवाब फूल से दो,
लेकिन वो फूल उसकी कब्र पर होना चाहिये।
छिप कर वार करने वाले कायर होते हैं,
हम बदमाश हैं कायर नहीं।
आप तो डर गये मेरी एक ही कसम से,
आपकी कसम देकर हमें तो हज़ारों ने लूटा।
अच्छा एक सिगरेटे पी के आता हूँ,
एक याद फसी है उसे धुए में उड़ा के आता हू।
तहलका 2 Line शायरी Love
खोफ ऐसा रखता हूं लोगो के लिए,
लोग पास से गुजरने से भी डरते हैं।
डर तो हमारा बहुत है लोगो में, क्योंकि,
उन्हें पता है आतंक मचाने में हम कुछ ही समय लेते हैं।
झुक नहीं सकते हम झुकने के लिए हम बने नहीं,
हम तो सिर्फ झुकाना जानते हैं,,
इसलिए हमारे दिल में अभी तक किसी का खोफ नहीं।
अब तो हद कर दी उन्होंने जिनका हमें कोई डर नहीं,
अभी हमारा मुंड ऑफ है,,
इसलिए तहलका मचाने का अभी मन नहीं।
जिंदगी हमारी बड़ी आराम से कट रही थी,
फिर हमें इश्क हुआ और मच गया तहलका।
सब कहते हैं दुनिया में तो उनके ही तहलके हैं,
वो कम्बख्त क्या जाने वो तो परिंदों से भी हल्के हैं।
वक़्त सबका बदलता है,
वक़्त अपना भी बदलेगा।
और जब अपना बदलेगा ना,
तो तहलका मच जायेगा।
जिदगी अपने हिसाब से जीनी चाहिए,
औरो के कहने पर तो: शेर भी सरकस में नाचते हैं।
मेरी DP पर तुम नज़र मत रखो,
वरना लोग तुम्हें मेरा सिक्योरिटी गार्ड कहेंगे।
पहले तो यूं ही गुज़र जाती थीं, मोहब्बत हूँ,
तो रातों का एहसास हुआ।
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,
हम जान तो दे देते हैं, मगर जाने नहीं देते।
लोग हर बार यही पूछते हैं, तुमने उसमें क्या देखा,
मैं हर बार यही कहता हूँ, बेवजह होती है मोहब्बत।
न समझ मैं भूल गया हूँ तुझे,
तेरी खुशबू मेरे सांसो में आज भी हैं।
मजबूरियों ने निभाने न दी मोहब्बत,
सच्चाई मेरी वफाओ में आज भी हैं।
Tahalka Shayari
दहशत गोली से नही दिमाग से होती है,
और दिमाग तो हमारा बचपन से ही खराब है।
लोगो ने हमें सिर्फ काम के लिए इस्तेमाल किया,
क्यूंकि उनका काम था और हमारा नाम था।
ज़िन्दगी की राहों में ऐसा अक्सर होता है,
फैसला जो मुश्किल हो वो ही बेहतर होता है।
कभी जाकर के देखना फोटो लगी है थाने में,
शेर जैसा जिगरा चाहिए तेरे बाप को हाथ लगाने में।
सबको अच्छे लगना जरूरी नहीं ,
किसी की आँखों मे खटकना भी जरूरी है।
दुश्मन हमारे जलते रहे और,
हम हस्ते हुए आगे बढ़ते रहे।
रोकना तो हमें बहुत चाहा और,
हम सबका सिना चीरते हुए तहलका मचाते रहे।
ना चैन से सोने दूंगा ना जीने दूंगा,
अगर मुझसे पंगा लिया तो तहलका मचा दूंगा।
लोगो को क्या बताऊं में अपने बारे में,
वो खुद ही मुझे जान लेंगे।
खुद की तारीफ हमें करनी नहीं आती,
पर इतना जरूर पता है लोगो के दिल में राज करेंगे।
खंजर हमारे सीने से गुजर जाएगा,
और हम इस दर्द का एहसास तक नहीं करेंगे।
दुश्मनों को इस तरह पछाड़ते हुए जाएंगे,
के हर जगह हड़कंप मच जाएगा।
आग का गोला हूं हमेशा जलता रहता हूं,
पास आने की कोशिश मत करना।
क्योंकि राख में बदलने के,
लिए हमेशा तैयार रहता हूं।
Tahalka Movie Shayari
इस दिल में खोफ कभी पैदा नहीं हुआ,
लोगों ने डरना तो चाहा पर हमारा।
आज तक किसी से आमना सामना,
नहीं तो हम बता देते हम क्या हैं।
जितनी आज उनकी हमसे दूरियां हैं,
वो कभी ना होती, उन्होंने सोचा हम बेबकुफ हैं।
पर हमने भी तो उन्हें दिखा दिया,
हमसे पंगा लेने का अंजाम क्या होता है।
अतीत की यादें मुझे सोने नहीं देतीं,
सबके सामने खुलकर रोने नहीं देतीं।
दिल दिमाग में मचाए रखती हैं तहलका,
किसी भी काम में कभी खोने नहीं देतीं।