101+ कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी || Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

तो दोस्तों आज हम आप लोगों के साथ साझा करने वाले हैं कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी (Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari) का बहुत सारा कलेक्शन जो कि आप लोगों को जरूर पसंद आएगा ऐसी हम आप लोगों से उम्मीद रखेंगे।

तो दोस्तों दुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो कभी नहीं बदलते तो आज हम उनके ऊपर एक शायरीयो का कलेक्शन लेकर आए हैं क्योंकि आप लोगों को जरूर उन लोगों से रिलेट करवा पाएंगे जो कभी नहीं बदलते।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

तो दोस्तों आप लोग कहीं से भी सर्च करके आए हो पर आप लोग सही जगह पर आए और मेरे दोस्त क्योंकि यहां पर हमने इसी तरह की बहुत सारी शायरियों का कलेक्शन करके रखा है जो कि आप लोगों को जरूर पसंद आएंगे।

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Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari Images

बेहतर होता की तुम बदलते ही नहीं,
या फिर इससे बेहतर ये होता की तुम साथ चलते ही नहीं।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

बच कर रहना लोगों से,
रोज़ इन लोगों के रंग बदल जाते हैं।
जब तक मतलब है रहेंगे साथ फिर,
इनके बात करने के भी ढंग बदल जाते हैं।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

कभी कभी पूछते हैं खुद से हम क्यों ऐसे रह गए,
जवाब मिलता है क्यूंकि,,
सब बदल गए और हम पहले जैसे रह गए।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

तुम क्या काफी बदले मेरी ज़िन्दगी की,
शायरी का काफिया बदल गया।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

गिरगिट ने भी आत्महत्या कर ली यह कह कर,
के मुझसे ज्यादा रंग तो लोग बदलते हैं।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

तुम कह रहे हो मैं बदल गया,
तुम्हे तो याद भी नहीं मैं कैसा था पहले।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

किसी की राह में आँखें बिछा कर कुछ नहीं मिलता,
ये दुनिया बेवफा है दिल लगाकर कुछ नहीं मिलता।
कोई भी लौट कर फिर आता नहीं आँसू बहाने से,
किसी की याद में दिल को रुलाकर कुछ नहीं मिलता।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

करके वफ़ा के वादे बेवफा हो जाते हैं,
लोग इस तरह कुछ पल में रंग बदल जाते हैं।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

मुझे उन लोगों से कोई तकलीफ नहीं,
जो मुझे पसंद नहीं करते।
मुझे तकलीफ उन लोगों से है,
जो मुझे पसंद करने का दिखावा करते है।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

क्या कहें लोगों के बदलने के बारे में हैरान हूं,
अपने प्यार को देखकर किसी और की बाहों में।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी फोटो

बदलना लोगों ने छोड़ा नहीं है,
कैसे करोगे यकीन उस पर।
अभी अभी धोखा हुआ था,
कहता था मारता हूं तुम पर।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

बदलती हुई फिज़ाओं के रुख़ में बदलते हैं लोग,
देखा है मैंने धोखे खा कर भी संभलते हैं लोग।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

मिलती हूं जिससे हर कोई मेरा हमदर्द नज़र आता है,
जाने क्यों फिर एक ही शक्स हर वक्त बदलता हुआ नज़र आता है।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

मंज़िल से गुमराह कर देते है कुछ लोग,
हर किसी से रास्ता पूछना नहीं चाहिए।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

जैसे जैसे दिन गुज़रते जा रहे है,
वैसे वैसे कुछ लोग मेरे दिल से उतारते जा रहे है।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

कुछ लोग आते तो ऐसे है,
जैसे कभी जायँगे नहीं।
फिर एक दिन ऐसे जाते है,
जैसे कभी जायँगे नहीं।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

झूठे शख्स की ऊँची आवाज़,
सच्चे शख्स को खामोश कर सकती है।
लेकिन सच्चे शख्स की खामोशी,
झूठे शख्स की बुनियाद हिला कर रख देती है।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

अगर तुम्हें पता चल जाये की,
लोग तुम्हारे पीछे क्या बात करतें है,,
यकीन मानो बोहतों से बोलना छोड़ दोगे तुम।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

ना कर ज़ाया अपने अल्फाज़,
उस बैगरत पर जो हर सच्च को,,
झूठ में तब्दील किया करते है।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

लोग आपको आदर नहीं देंगे,
जब तक आप खुद को आदर नहीं देंगे।
लोग आपकी कीमत नहीं समझेंगे,
जब तक आप खुद की कीमत नहीं समझेंगे।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी
Kuch Log Kabhi Nahi Badalte Shayari

जिंदगी में दो चीज़े कभी न करें –

  1. झूठे शख्स से प्यार,
  2. सच्चे शख्स से टाइम पास।

तुम्हारी शायरी बड़ी है फाइरी,
दिल करता है जल जाए शायरी वाली डायरी।

कुछ इस कड़ा बदल जाऊंगा मैं भी अब,
लोग तरस जाएंगे मुझे पहले जैसा देखने को।

बदल कर क्या खूब बदला लिया तूने,
कोई किसी का नहीं होता आखिर बतला दिया तूने।

लोगों को परखने की आदत डाल लो,
जैसे हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती,,
वैसे ही हर अच्छा दिखने वाला इंसान सच्चा नहीं होता।

रेत पर नाम कभी लिखते नहीं,
रेत पर नाम कभी टिकते नहीं।
लोग कहते है कि हम पत्थर दिल हैं,
लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं।

बदलने वाले बदलते ही रहे,
हम भी मगर दहीनत थे,,
हम भी पहले की तरह ही चलते रहे।

झूठ बोलकर भरोसा रिश्ता जोड़ने से बेहतर है,
सच्च बोलकर रिश्ता तोड दो।
क्यूंकि शायद रिश्ता टूटकर दोबारा जुड़ सकता है,
लेकिन भरोसा कभी नहीं लौटता।

कुछ लोगो के नज़रअंदाज़ करने का,
अंदाज़ भी बड़ा बेमिसाल होता है।

हम प्यार का इज़हार करते रहते हैं,
लोग प्यार में यार बदलते रहते हैं।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी फॉर व्हाट्सप्प

बदलते नहीं है कुछ लोग बस बुड्ढे हो जाते है,
बदल जाते है कुछ लोग जो ठोकर कहते है।

दिल तोड़ कर मैंने लोगों को बदलते देखा है,
मुखौटे लगाकर अनजानों को अपना कहते देखा है।

कहते हैं हम तुम्हारे यार हैं,
हर मुश्किल में तुम्हारे साथ हैं।
मगर मुश्किल वक़्त में ना आते हैं,
यह लोग इस तरह रंग बदल जाते हैं।

क्या अजीब था उनका मुझे छोड़ के जाना,
सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं।
कुछ इस तरह बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लुटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं।

अब बदलने वाले को तो यूँ ही बदलना था,
मुझे खुद में ढालकर अब उसे किसी और में ढालना था।

अक्सर झूठे लोग ही हमें,
जिंदगी की सच्चाई की शिक्षा देकर जाते है।

सफ़ेद रंग की तरह फितरत होती है कुछ लोगो की,
नए रंग में मिलते ही अपना रंग बदल लेते है।

तहज़ीब बदलती है ज़ुबान के बदलते,
फितरत बदलती है इन्सान के बदलते।

गिरगिट की तरह रंग बदल कर,
दिखा जाते अपनी औकात हैं।
जो कभी हर पल कहते थे,
के हम हमेशा तुम्हारे साथ हैं।

खुद बदल गया वो बेवफा ये कहकर,
की तुम अब पहले से नहीं रहे।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी फॉर फेसबुक

दुनिया में झूठे लोगों को बड़े हुनर आते हैं,
सच्चे लोग तो इलज़ाम से ही मर जाते है।

कुछ लोग ऐसे भी होते है
जो दुसरो को तो बदलते है, पर खुद को नहीं।

प्यार नहीं बदलता अक्सर लोग बदल जाया करते हैं,
साथ निभाने की खाकर कसमें अकेला छोड़ जाया करते हैं।

क्यों तुमने धोखा देकर अपना ढंग बदल लिया,
कुछ दिन ही दूर रहकर तुमने तो रंग बदल लिया।

अगर पहले ही बता देते पहले से नहीं रहोगे आगे चलकर,
कसम खुदा की हम कभी तुम्हारे पीछे नहीं चलते।

चलो तुमसे मिलकर ये तज़ुर्बा तो हुआ,
की झूठे लोग भी कमाल के होते है।

उतर जाते है कुछ लोग मेरे दिल में इस कदर,
जो अगर उनको निकालू तो जान निकल जाती है।

व्यवहार बदलते हैं, वक्त के बदलते,
अनुभव बदलते है, लोगों के बदलते।

बेवफा थी वो चालाकी से बेवफ़ाई करती रही,
वो मेरे बदलते हालात देख अपने रंग बदलती रही।

अपनों के बदलाव के घाव इतने गहरे होते हैं,
की इन्हे भरते भरते मरहम खाली हो जाते हैं।

जो सामने मिलकर करते भाई-भाई है,
ज्यादातर वही करते पीठ पीछे तुम्हारी बुराई है।

इस बेरंग सी ज़िन्दगी में कमल करते है कुछ लोग,
किसी की ख़ामोशी का फायदा उठा कर बवाल करते है कुछ लोग।

देखा है मैंने किस्मत को बदलते,
बदलते हैं लोग दिन के बदलते।
किसी का रात तक साथ होता है,
तो कोई बिछड़ जाता है राहों के बदलते।

शातिर सी वो बहुत चालाकी दिखाती है,
इश्क़ में बर्बाद कर वो रंग बदल जाती है।

हाल ये नहीं होता अगर साथ छोड़ दोगे बता देते हमे चलने से पहले,
हमेशा ऐसे नहीं रहोगे अगर बता देते हमे बदलने से पहले।

झूठी बाते झूठे लोग,
करके भरोसा टूटे लोग।

जब तक काम है तब तक नाम है,
जिस दिन काम ना आ सके,,
सबके लिए बदनाम है।

बदल जाते हैं लोग आजमाने से,
ज़िन्दगी जी लेते हैं एक बहाने से।
राहें चुनते हैं सही मंज़िल की ओर,
फिर बदल जाती हैं राहें ठोकर खाने से।

बुरा वक्त देख कर लोग रंग बदल जाते हैं,
उनके मिलने जुलने के भी ढंग बदल जाते हैं।
जब नहीं रहता आपके पास कुछ उनके लिए,
गिरगिट की तरह रंग बदल कर चले जाते हैं।

अंदाज़ तेरा वादा कर के मुकर जाने का,
बन गई वजह मेरे दिल से उतर जाने का।

ज़हर दे देना लेकिन कभी किसको,
झूठी उम्मीद कभी मत देना।

कुछ लोग बहुत मुस्कुराते है,
क्योकि उन्हें शायद पता होता है,,
उनका दर्द समझने वाला कोई नहीं।

वो लोग किसी के नहीं होते,
जो हर बार किसी के हो जाया करते हैं।
बदलने निकलते हैं दुनिया को,
और खुद पल पल बदल जाया करते हैं।

हमसे उन्होंने रिश्ता कुछ यूं तोड़ लिया,
हमें बर्बाद कर अपने इश्क़ में,,
किसी और कि खातिर हमें छोड़ दिया।

अब इसकी क्या वजह रही होगी की,
जिन्होंने कभी हमसे दिल लगाया था,,
वो अब हमे मुँह भी नहीं लगाते।

अकेले आये थे ओर अकेले चले भी जायेंगे,
हाँ कुछ झूठे लोग मिले थे,,
जो कहते थे हमेशा साथ रहेंगे हम।

कुछ लोग कितने गजब होते है,
झूठ भी बोलना नहीं आता।
जज़्बातो को दबना नहीं आता,
फिर कोशिश में लगे रहते है।

चलो बदलते हैं अपना अंदाज़ हम भी तुम्हारी तरह,
देखना शिकायत खत्म कर देंगे,,
तो कहोगे बदलते हैं हम लोगों को तरह।

हमसे तुम ऐसे दूर ना जाओ जान,
ऐसे तुम अपने रंग बदल न जाओ जान।
चाहे रहा नहीं कुछ हमारे पास तेरे लिए,
फिर भी हम तेरे लिए दे देंगे अपने प्राण।

जिसने कभी हाँ में हाँ मिलाई थी,
आज वो साथ देने से मुकर गया,
जिसे कभी सर पर बैठाया था,
हमने आज वो नज़रों से उतर गया।

बदला नहीं लूँगा बस बदल जाऊंगा मैं,
किसी को गिराऊंगा नहीं बस खुद संभल जाऊंगा मैं।

हाँ ये सच्च है इस दुनिया में सच्चे शख्स को,
झूठे शख्स से ज्यादा सफाई देनी पडती है।

कुछ लोगों को हमने अनपेड काम पे रखा है,
यहाँ की बातें वहा करने को।

लोग नहीं बदलते, समय बदलता है,
जिस समय में तुम हो खास,,
बदलते ही उसके फिर सब बदलता है।

बदले तुम बादलों की तरह,
और आँखें हमारी बरसने लगी।

किसी इंसान के झूठा होने के लिये इतना ही काफ़ी है,
वो केहता कुछ और करता कुछ और है।

कुछ लोग होते है,
जिनके ना होने से ज्यादा फ़र्क़ तो नहीं पड़ता,,
बस उनकी नामौजूदगी से शाम नहीं ढलती।

ज़िन्दगी का शुक्रिया जो जीना सीखा दिया,
पहचान जो भूले अपनी लोगों ने बदलना सीखा दिया।

काम है लोगों का चेहरे बार-बार बदलना,
ये राहें बड़ी मुश्किल है दोस्त थोड़ा संभल कर चलना।

झूठे लोग आगे बढ़ गये,
ओर हम बेवकूफ़ सच्च बोलते रह गये।

कुछ लोगो को एक बार समझाया जा सकता है बार बार नहीं।

लोग बदलते हैं पसंद के बदल जाने से,
पसंद भी उन्हें किया करते हैं,,
जिसे नापसंद है बदल जाना।

मेरी हर राह पर ए खुदा बस,
तू अपनी नज़र रखना।
बदले चाहे हज़ार रंग जमाना,
पर तू कभी नहीं बदलना।

अँधेरी ज़िन्दगी जैसे रात हो कोई,
वो बदले जैसे मौसम हो कोई,,
हमारी आँखें बरसी जैसे बरसात हो कोई।

सच्च को तो बात करने की तमीज़ कहाँ है,
सीखो झूठ से कितना मीठा बोलता है।

बदल जाते है कुछ लोग उस वक़्त की तरह,
जिन्हे हद से ज्यादा वक़्त दे दिया जाता है।

बदलते हुए मौसम ने सिखाईं हैं हमें अदाएं अनोखी,
ज़रूरतों पे चलते हैं और ज़रूरी हो तो लोग बदलते हैं।

हम कुछ गुना किए थे क्या,
जो इस तरह बदल गए।
तुम हमारे गुण तो बता देते,
तुम्हारे बदलने से पहले हम बदल जाते।

गिरगिट तो यूँ ही बदनाम है,
रंग बदलना तो इंसानों का काम है।

झूठे लोग सच्चे प्यार भी भुला देते है,
लेकिन सच्चे शख्स को किसका,,
झूठा प्यार भुलाने में सारी उम्र बीत जाती है।

भूल गए है कुछ लोग हमें इस कदर,
यकीं मनो हमें यकीन ही नहीं आता।

मौसम की तरह तेरा बदलना क्या ज़रूरी था,
मेरी जान, तेरी ना में मेरी हां का बदलना जी हुजूरी था।

गिरगिट खतरा देखकर रंग बदलता है,
और इंसान मौका देखकर।

ढंग बदल गए अंदाज़ बदल गए,
मतलब क्या पूरे हुए इंसान बदल गए।

काश हमारी जिंदगी में भी एक डिलीट बटन होता तो,
मैं कुछ झूठे लोगों की यादों को जरूर डिलीट करता।

तेरी बातों में अब वो बात कहाँ है,
पहले जैसे रहे अब वो जज़्बात कहाँ है।

हवाओं में सपनों की तस्वीर दिखने लगी थी,
लोग बदल गए, ये गलतफहमी होने लगी थी।

मास्क तो बस एक बहाना है असल में,
इंसान कुदरत को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहा।

काश की तुम बदलते ही नहीं,
या काश हम पीछे तुम्हारे चलते ही नहीं।

झूठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर लेता,
लेकिन डुबो दिया सच्च बोलने की आदत ने।

अब तो होली भी हो ली जनाब,
और कब तक रंग बदलोगे?

बदलना मौसम की अदा में है शामिल,
लोगों का ये हुनर हमें अच्छा नहीं लगता।

तेरे जाने के बाद अब आलम यूँ है,
की पहले वक़्त मिलता नहीं था अब गुज़रता नहीं है।

हो सके तो उस शख्स से कभी झूठ मत बोलना,
जिसको आपके सच्च पर पूरा भरोसा हो।

ऐसा नहीं है की लोगो के पास दिल नहीं रहा,
बस दिल से सोचने का वक़्त नहीं रहा।

खुद को बदलना इतना भी नहीं था मुश्किल,
कभी प्यार ने बदला तो कभी नफरत बदल गई हमें।

अब अच्छा लग रहा है, जो बदल रहा हूँ,
जब से अकल आई है, अकेला चल रहा हूँ।

देर लग ही जाती है अक्सर,
झूठे लोगों को पहचानने में।

बदलती है तारीख, बदल जाते है ज़माने भी,
बदले अगर थोड़ा वक़्त तो बदल जाते है, यार पुराने भी।

सफलता तब हाथ आती है जब हम,
खुद को बदलते हैं, दुनिया को नहीं।

बदल जाते हैं लोग ज़रूरतों के हिसाब से,
और कहते हैं गणित में थोड़ा कच्चा हूँ मैं।

मैं जिसके झूठ का मान रख लेता हुँ,
वही मुझे बेवकूफ समझने लगता है।

अगर लड़कियां बदल जाती है तो मज़बूरी,
और लड़के बदल जाते है तो वो धोखेबाज।

जो दुनिया मुझमें कई बदलाव चाहती थी,
वही आज मेरे बदल जाने से परेशान बहुत है।

जब चाहे आ जाना हमारे शहर में मौसम सुहाना ही होगा,
जब मर्ज़ी मिल लेना हम बदलते नहीं अंदाज़ पुराना ही होगा।

इस दुनिया में हर शख्स को नफरत है झूठ से,
लेकिन सोचने वाली बात तो ये है फिर झूठ बोलता कौन है।

अब डर मोत से नहीं कुछ लोगो,
के उनके टाइम पास का हिस्सा,,
बनने से डर लगने लगा है।

दिल टूट जाया करते हैं तुम्हारा लहज़ा बदलने से,
तरकीब क्यों नहीं सोचते तुम खुद को बदलने की।

मिलकर देखा है हमने भी हर एक से,
जानता हूँ वक़्त के साथ नहीं रहते लोग एक से।

बेशक सच्च बोलकर किसी का दिल तोड़ देना,
लेकिन झूठ बोलकर किसी को दो पल को खुशी कभी मत देना।

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