तो दोस्तों इसलिए थे हम आप लोगों को गरीबी से रिलेटेड या फिर गरीबी Garibi Status In Hindi वाले हैं जो भी आप लोगों को बहुत अच्छे लगेंगे अगर आप लोग पढ़ना चाहोगे तो।
इस लेख में हम गरीबों को प्रदर्शित करने के लिए स्टेटस कलेक्ट करें जो कि गरीबों और उनकी गरीबी को दिखाया जाता है और उनके ऊपर किसी के द्वारा बनाए गए स्टेटस जो की बहुत ही ज्यादा फेमस है और एक अच्छे वे बताया जाता है।
इस पूरे पोस्ट में हम आप लोगों को गरीब और उनके गरीबों के फोटो और चुनिंदा कोट मतलब के स्टेटस आप लोग सामने प्रस्तुत कर रहे हैं जो कि आप लोगों को जरूर काफी पसंद आएंगे आप उनको सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर कर सकते हो।
Garibi Status In Hindi
ऐसा नहीं कि पांव में छाले नहीं रहे,
तकलीफ तो ये है कि देखने वाले नहीं रहे..!!
ये मत देखो हिन्दू कौन है, मुसलमान कौन है !
अपने पड़ोस में पता लगाओ भूखा इंसान कौन है!
खुद से जीतने की ज़िद है मुझे, खुद को ही हराना है,
मैं भीड़ नहीं दुनियाँ की, मेरे अंदर एक ज़माना है..!!
राहों में कांटे थे फिर भी वो चलना सीख गया,
वो गरीब का बच्चा था हर दर्द में जीना सीख गया।
नन्हें बच्चों के सवालात से डर जाता हूँ,
जेब ख़ाली हो तो मैं देर से घर जाता हूँ….
साथ सभी ने छोड़ दिया,
लेकिन ऐ-गरीबी,
तू इतनी वफ़ादार कैसे निकली।
न पूछो कुछ ग़रीबों के मकाँ की,
ज़मीं का फ़र्श है छत आसमाँ की..!!
घर में चुल्हा जल सकें इसलिए कड़ी धूप में जलते देखा है,
हाँ मैंने ग़रीब की साँसों को भी गुब्बारों में बिक़ते देखा है।
मिसाल बन गई उसकी गरीबी ज़माने के लिए,
वो डबल रोटी बेचती है दो वक़्त की रोटी कमाने के लिए..!!
गरीबी की भी क्या खूब हँसी उड़ायी जाती है,
एक रोटी देकर 100 तस्वीर खिंचवाई जाती है।
गरीबी स्टेटस इन हिंदी
ज़रा सी आहट से वो जग जाता है रातों में,
ख़ुदा बेटी दे गरीब को तो दरवाज़ा भी दे.!
थोड़े से लिबास में खुश रहने का हुनर रखते हैं,
हम गरीब हैं साहब,… अलमारी में तो खुद को कैद करते हैं।
गरीबों की औकात ना पूछो तो अच्छा है,
इनकी कोई जात ना पूछो तो अच्छा है।
चेहरे कई बेनकाब हो जायेंगे ,
ऐसी कोई बात ना पूछो तो अच्छा है।
खुले आसमां के नीचे सोकर भी अच्छे सपने पा लेते है,
हम गरीब है साहेब थोड़े सब्जी में भी 4 रोटी खा लेते है।
फ़ेक रहे तुम खाना क्योंकि,
आज रोटी थोड़ी सूखी है,
थोड़ी इज्ज़त से फेंकना साहेब,
मेरी बेटी कल से भूखी है।
रजाई की रूत गरीबी के आँगन दस्तक देती है,
जेब गर्म रखने वाले ठंड से नही मरते।
ये गंदगी तो महल वालों
ने फैलाई है साहब,
वरना गरीब तो सड़कों
से थैलीयाँ तक उठा लेते हैं
हर गरीब की थाली में खाना है,
अरे हां! लगता है यह चुनाव का आना है।
राहों में कांटे थे फिर भी
वो चलना सीख गया,
वो गरीब का बच्चा था
हर दर्द में जीना सीख गया।
कतार बड़ी लम्बी थी, के सुबह से रात हो गयी,
ये दो वक़्त की रोटी आज फिर मेरा अधूरा ख्वाब हो गयी।
गरीबी स्टेटस
मरहम लगा सको तो किसी
गरीब के जख्मों पर लगा देना ,
हकीम बहुत हैं बाजार
में अमीरों के इलाज खातिर।
यूँ गरीब कहकर खुद की तौहीन ना कर,
ए बंदे गरीब तो वो लोग है जिनके पास ईमान नहीं है।
इसे नसीहत कहूँ या
जुबानी चोट साहब
एक शख्स कह गया
गरीब मोहब्बत नहीं करते
शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है वो मजदूर,
जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है।
बहुत जल्दी सीख लेता हूँ
जिंदगी का सबक
गरीब बच्चा हूँ
बात-बात पर जिद नहीं करता
जरा सी आहट पर जाग जाता है गरीब,
क्योंकि सपना भी छीन लेती है यह गरीबी।
भूख ने निचोड़ कर रख दिया है जिन्हें ,
उनके तो हालात ना पूछो तो अच्छा है।
मज़बूरी में जिनकी लाज लगी दांव पर ,
क्या लाई सौगात ना पूछो तो अच्छा है।
थोड़े से लिबास में ख़ुश रहने का हुनर रखते हैं,
हम गरीब हैं साहब अलमारी में तो खुद को कैद करते हैं।
अमीरी का हिसाब तो दिल देख के कीजिये साहब,
वरना गरीबी तो कपड़ो से ही झलक जाती है।
खुले आसमां के नीचे सोकर,
भी अच्छे सपने पा लेते है।
हम गरीब है साहेब थोड़े,
सब्जी में भी 4 रोटी खा लेते है।
गरीब स्टेटस इन हिंदी
गरीब लहरों पे पहरे बैठाय जाते हैं ,
समंदर की तलाशी कोई नही लेता।
सुला दिया माँ ने भूखे बच्चे को ये कहकर,
परियां आएंगी सपनों में रोटियां लेकर।
अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है,
उतने में गरीब की बेटी अपने ससुराल चली जाती है।
हर गरीब की थाली में खाना है,
अरे हाँ ! लगता है,,
यह चुनाव का आना है।
खुदा के दिल को भी सुकून आता होगा,
जब कोई गरीब चेहरा मुस्कुराता होगा।
Garib Status In Hindi
कतार बड़ी लम्बी थी,
के सुबह से रात हो गयी।
ये दो वक़्त की रोटी आज,
फिर मेरा अधूरा ख्वाब हो गयी।
जब भी देखता हूँ,
किसी गरीब को हँसते हुए।
यकीनन खुशिओं,
का ताल्लुक दौलत से नहीं होता।
ना जाने मेरा मज़हब क्या है,
ना हिंदू हु ना मुसलमान,,
लोग मुझे गरीब कहते हैं।
वो राम की खिचड़ी भी खाता है,
रहीम की खीर भी खाता है।
वो भूखा है जनाब उसे,
कहाँ मजहब समझ आता है।