Tareef Shayari For Beautiful Girl In Hindi: तो दोस्तों आज मैं आप लोगों के साथ शेयर करने वाला हूं तारीफ शायरी फॉर ब्यूटीफुल गर्ल इन हिंदी का संपूर्ण कलेक्शन जो कि अपनों को पसंद आएगा।
तारीफ कितना बड़ा शब्द है सुनने के लिए लोग तरसते हैं और कितना कोई किसी की तारीफ कर दे तो वह इंसान कितना खुश हो जाता है वह दिल से इतना खुश हो जाता है कि अंदर ही अंदर मुस्कुराता है और अपने आपको गर्व महसूस करता है।
उसी प्रकार प्रकार अगर तारीफ किसी ब्यूटीफुल गर्ल की की जाए तो वह भी कितनी खुश हो जाते हैं और अपने आप को बहुत ज्यादा स्मार्ट या परियों का है कि ब्यूटीफुल समझने लगती है।
और अगर आप भी तारीफ और ब्यूटीफुल गर्ल इन हिंदी में किसी को करना चाहते हो और आप ढूंढ रहे हो तारीफ शायरी फॉर ब्यूटीफुल गर्ल के लिए तो आप सही जगह पर आए हो।
आप किसी ब्यूटीफुल गर्ल की तारीफ के लिए शायरी s.m.s. स्टेटस कोट्स एसएमएस अधिक ढूंढ रहे हो तो आपको यहां पर सभी मिल जाएंगे और आपको गूगल पर सर्च करके दोबारा किसी ब्लॉग या फिर वेबसाइट पर जानने की जरूरत नहीं पड़ेगी आप जो ढूंढ रहे हो वह शायरी आप लोगों को जरूर नीचे मिल जाएगी।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Hindi Images
तू जरा सी कम खूबसूरत होती,
तो भी बहुत खूबसूरत होती।
तुझको देखा फिर उसको ना देखा,
चांद कहता रहा मैं चांद हूं मैं चांद हूं।
तेरी खाई हुई मेरे सर की झूठी कसमें,
अब मुझे अक्सर बीमार रखती हैं।
वह मुझसे रोज कहती थी मुझे तुम चांद ला कर दो,
उसे एक आईना देकर अकेला छोड़ आया हूं।
कमियां तो बहुत है मुझ में,
पर कोई निकाल कर तो देखें।
जंगली जड़ी बूटी सी मैं दोस्तों,
किसी को जहर,किसी को दवा सी लगती हूं।
बिल्कुल चांद की तरह है,
नूर भी, गुरुर भी, दूर भी।
हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत में,
रंग सांवला भी हो तो यार कातिल लगता है।
मुझे मालूम नहीं,
हुस्न की तारीफ।
मेरी नज़रों में हसीं,
वो है जो तुम जैसे हो।
यूँ तो आदत नहीं,
मुझे मुड़ के देखने की।
तुम्हे देखा तो लगा,
एक बार और देख लूँ।
Tareef Shayari For Beautiful Girl Images
यूँ ना निकला करो आज कल रात को,
चाँद चुप जायेगा देख कर आपको।
क्या लिखूं तेरी तारीफ ऐ-सूरत में यार,
अल्फाज कम पड़ रहे है तेरी मासूमियत देखकर।
रोज एक ताजा शेर,
कहाँ तक लिखूं तेरे लिए।
तुझमें तो रोज़ ही,
एक न बात हुआ करती है।
जो कागज पर लिख दू,
तारीफ तुम्हारी।
तो श्याही भी तेरे हुस्न की,
गुलाम हो जाये।
देख कर तेरी आँखों को,
मदहोश में हो जाता हूँ।
तेरी तारीफ किये बिना,
मैं रह नहीं पाता हूँ।
मिल जायेगे हमारी भी तारीफ करने वाले,
कोई हमारी मौत की अफवाह तो फैला दो।
न जाने क्या मासूमियत,
है तेरे चेहरे पर।
तेरे सामने आने से ज्यादा, तुझे ,
छुपकर देखना अच्छा लगता है।
हुस्न वालो को क्या ,
ज़रुरत है सवारने की।
वो तो सादगी में भी,
क़यामत की अदा रखते है।
हुज़ूर लाज़मी है,
महफ़िल में बवाल होना।
एक तो हुस्न क़यामत,
उसपे होठों का लाल होना।
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ लिखू,
पानी भी जो देखे तुझे तो, प्यासा हो जाये।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Hindi English
उनकी एक मुस्कराहट ने,
हमारे होश उड़ा दिए।
हम होश में आ ही रहे थे,
की वो फिर मुस्कुरा दिए।
इन आँखों को जब जब उनका,
दीदार हो जाता है।
दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए,
त्यौहार हो जाता है।
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है,
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है।
खूबसूरती की इंतेहा है तू,
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
खूबसूरत क्या कहा दिया उनको,
हमको छोड़ कर वो शीशे की हो गयी।
तराश नहीं था तो पत्थर जैसी थी,
तराश दिया तो खुदा हो गयी।
तेरे नैनो की शोख अदाओं ने हमे लूटा लिया,
तेरी झील सी गहरी आँखों ने हमे लूटा लिया।
हम तो लूट चुके है इस कदर ऐ हसीं ख्वाब,
अब डरता हूँ कहीं कोई लूट न ले मेरे ख्वाब।
- Khubsurti Ki Tareef Shayari In Hindi
- Smile Shayari
- Self Respect Quotes In Hindi
- Never Give Up Quotes In Hindi
- Sad Shayari In Hindi For Life
- Sad Shayari In Hindi For Girlfriend
- Relationship Shayari
- Rishte Shayari
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है।
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।
वो अपने चहरे में सो आफताब रखते हैं,
इसलियें तो वो रूह पर नकाब रखते हैं।
वो पास बैठे हो तो आती हैं दिलरुबा खुशबू,
वो अपने होठो पर खिलते गुलाब रखते हैं।
जब करते है तारीफ उनकी तो चाँद सितारे अपनी आँखे मलने लगते है,
जब चा जाते है नज़रो की गेहराइओ में उनकी तो कुछ अपने जलने लगते है।
वो बला की शोख़ी देखी है तेरी नज़रो मैं,
वो हुस्न वो नजाकत वो बेकाबू जुल्फ की घटा।
क्या क्या बयान करू मैं ऐ शोख हसीना,
हर बात बेमिासल है तेरे हुस्न की।
क्युकी में तुम्हे वैसे ही पसंद किया है जैसे तुम हो,
कल तुम्हारा तारीफ करना अच्छा लगता था तोह,,
आज दूर रहना,रुक जाना यह भी सही है।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In English
कौनसे कलम से तारीफ लिखू,
के लिखते लिखते सियाही ख़त्म होजाती है।
कौनसी भाषा में वर्णन करू के,
शब्द लुप्त हो जाते है, एक बात बताओ,,
ये सभी तुम्हारी आँखों में यूँ खो जाते है।
जरा अपने होंठ लाना मेरे पास मुझे कुछ काम है,
गलत मत समझो रात नहीं हुई सिर्फ शाम है।
सिर्फ इंसान ही नहीं मरते है आप के इस हुस्न पर,
मुड़ कर देखिये पीछे तितलियों की पूरी आवाम है।
आपके सामने जो दूसरों की,
बुराई कर रहा है आप उससे ये।
उम्मीद मत रखना के दुसरो के,
सामने आप की तारीफ ही करेगा।
लफ्ज़ो की लड़ाई हुई तेरी तारीफ के चक्कर में,
क्यों दूर चला गया तेरी तन्हाई से अक्सर में।
लड़खड़ाया कभी कभी उठा खुद से गिरके में,
क्यों ढूँढा तूने इश्क़ दूसरों क जिस्म में।
फिज़ाओ में रंग बिखेरे तुम्हारा चाँद सा चेहरा,
मुझे बेचैन कर जाये तुम्हारा मासूम चाँद सा चेहरा,,
मेरी खातिर सँवरता है तुम्हारा चाँद सा चेहरा।
मुसीबत सा था वो तेरे गालों पे,
झुमकों का झूला जान।
जब कहने में औ अपनी दिल की बात लाज़मी था,
मेरा भूल जाना।
कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
और भी इस जहां में आएंगे आशिक कितने,
उनकी आंखों को तुमको देखने की हसरत रहे।
ये आईने न दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर,
कभी मेरी आँखों से आ के पूछ के कितनी खूबसूरत है तू।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Urdu
देखकर इन आँखों को मदहोश हुआ जाता हूँ,
तेरी तारीफ किये बिना सनम मैं रह नहीं पाता हूँ।
पता नहीं कैसी मासूमियत है तेरे चेहरे पर,
तेरे सामने आने से ज्यादा, छुपकर देखना पसंद है।
इस जहां में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,
सदियों तक इस जमीं पे तेरी कयामत रहे।
आजा तुझे आसमान में ले चलूँ,
चाँद को उसकी औकात दिखाने।
यूँ तो पलट के देखना मेरी आदत नहीं है,
जब तुम्हे देखा तो लगा एक बार और देख लूँ।
कुछ इस तरह से वो मुस्कुराते हैं,
कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं।
उनकी बातों का अजी क्या कहिये,
अल्फ़ाज़ फूल बनकर होंठों से निकल आते हैं।
आपके दीदार को निकल आये हैं तारे,
आपकी खुसबू से छा गयी हैं बहारें।
आपके साथ दिखते हैं कुछ ऐसे नज़ारे,
कि छुप-छुप के चाँद भी आप ही को निहारे।
हम तो फना हो गए उनकी आँखे देखकर,
ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।
कहाँ तक लिखूं एक ताज़ा शायरी आपके लिए,
आपके हुस्न में तो रोज एक नयी बात हुआ करती है।
अच्छे लगे तुम सो हमने बता दिया,
नुकसान ये हुआ कि तुम मगरूर हो गए।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Punjabi
उम्र गुज़र गई पर कोई तुम सा नहीं मिला,
लोग यूँ ही कहते हैं कि खोजने से खुदा भी मिलता है।
तेरा अंदाज़-ए-सँवरना भी क्या कमाल है,
तुझे देखूं तो दिल धड़के ना देखूं तो बेचैन रहूँ।
खूबसूरती बिखेर देने वालो को,
क्या जरुरत है सवरने की।
वो तो खुद कयामत है,
उसे क्या जरुरत है तारीफ की।
कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं।
होश-ए-हवास पे काबू तो कर लिया मैंने,
उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा।
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो।
आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए,
सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए।
कितनी मासूमियत है उनके चेहरे पर,
सामने से ज्यादा उन्हें छुपकर देखना अच्छा लगता है।
ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,
तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।
उसने होठों से छू कर,
दरिया का पानी गुलाबी कर दिया।
हमारी तो बात और थी उसने,
मछलियों को भी शराबी कर दिया।
Tareef Shayari For Beautiful Girl Eyes
कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,
बना दीजिये इनको किस्मत हमारी।
इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,
अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।
तेरी आँखों के खूबसूरती में डूब जाऊ मै,
धीरे धीरे तेरी तारीफ करता चला जाऊ मै।
ज़ुलफें मत बांधा करो तुम,
हवाएं नाराज़ रहती हैं।
कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं,
चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ।
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,
पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही,
तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है।
ढाया है खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर,
तुम्हें हुस्न देकर मुझे इश्क़ देकर।
कसा हुआ तीर हुस्न का, ज़रा संभल के रहियेगा,
नजर नजर को मारेगी, तो क़ातिल हमें ना कहियेगा।
लङने दो ज़ुल्फों और हवाये को आपस में,
तुम क्यों हाथ से उनमें सुलह कराने लगती हो…?
तुझे पलकों पे बिठाने को जी चाहता है,
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है।
खूबसूरती की इंतेहा हैं तू,
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Bengali
तारीफ करने का तो सिर्फ एक बहाना है,
असल में हमे तुम्हारे घर में आना है।
हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है,
वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।
इन आँखो को जब-जब उनका दीदार हो जाता है,
दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए त्यौहार हो जाता है।
स घड़ी देखो उनका आलम,
नींद से जब हों बोझल आँखें।
कौन मेरी नजर में समाये,
देखी हैं मैंने तुम्हारी आँखें।
ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें,
तुम्हारी शख्सियत की खबर।
कभी हमारी आँखो से आकर पूछो,
कितने लाजवाब हो तुम।
तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता,
तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता।
तेरे वजूद से हैं मेरी मुक़म्मल कहानी,
मैं खोखली सीप और तू मोती रूहानी।
तुम आईना क्यूं देखती हो?
बेरोज़गास करोगी क्या मेरी आँखो को।
कैसे ना हो इश्क, उनकी सादगी पर ए-खुदा,
ख़फा हैं हमसे, मगर करीब बैठे हैं।
उनकी हाथों में मेंहंदी लगाने का ये फायदा हुआ,
कि रात भर उनके चेहरे से ज़ुल्फें हम हटाते रहे।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Punjabi Language
हम पर यूँ बार बार इश्क का इल्जाम न लगाया कर,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो ,
हसीं तो और हैं लेकिन कोई कहाँ तुझ सा,
जो दिल जलाये बोहोत फिर भी दिल-रुबा ही लगे।
हुस्न, तेरे का यह जादू है सारा,
जब से देखा है तुम्हे, दिल बेकाबू है हमारा।
जुल्फें, तेरी घने बादल, आँखों में तेरे समुन्दर,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा, जो है सारे जहाँ से प्यारा।
तेरे हुस्न से हैरान है ज़माना सारा,
एक तेरी कातिल नज़र, उस पर काजल का कहर।
जिस भी कलाकार का शाहकार हो तुम,
उस ने सदियों तुम्हे सोचा होगा।
परियों, में खलबली है, सब एक दूसरे से यही पूछ रहे की,
कौन है ज़मीं पे, जो परियों से भी प्यारा है।
अजब तेरी है ऐ महबूब सूरत,
नज़र से गिर गए सब ख़ूबसूरत।
तेरे हसीं होंठों के आसपास,
एक काले तिल का पहरा भी जरूरी है।
हम तो डरते हैं कही,
कोई कम्बख्त नज़र न लगा दे।
तुम हुस्न की खुद एक दुनिया हो शायद,
यह तुम्हें मालूम नहीं।
महफ़िल में तुम्हारे आने से,
हर चीज़ पे नूर आ जाता है।
तेरे हुस्न पर लिखूं में क्या तारीफ मेरी जान,
वो लफ्ज़ ही नहीं, जो तेरा हुस्न को बयां कर सकें।
Tareef Shayari For Beautiful Girl Rekhta
हुस्न देख कर आपका, हम आपके कायल होगये,
पड़ते ही आपकी पहली नजर, हम घायल होगये।
हटा जो रुख़ से परदा तो,
आपका हुस्न बेनकाब हो गया।
देखते ही अप्पको हमें,
सीरियस वाला प्यार होगया।
खूबसूरती का एक शाहकार है तेरा चेहरा,
तेरे सामने आने से ज़्यादा, इस दिल को,,
तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है।
तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है,
तेरे आगे चांद पुराना लगता है।
हर शिकायत वहीं दम तोड़ जाती है,
जब वो मुस्कुरा कर कहती है,,
मैंने क्या किया।
लिख सकता हूँ अफ़साने तेरी खूबसूरती पर,
मगर डर लगता है।
कहीं इस शहर का हर शख्स,
तेरा तलबगार न हो जाये।
वो चाँद कह के गया था की आज निकलेगा,
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं।
रोज़ मांगती थी मुझसे वो चाँद का टुकड़ा,
आज आइना दे कर उसे, पूरा चाँद दिखा दिया।
देखकर सूरत तेरी, हजारों ने दिल हरा है,
कौन कहता है की, तस्वीरें जुआ नहीं खेलती।
जो निगाह-ए-नाज़ का बिस्मिल नहीं है,
वो दिल नहीं है, दिल नहीं है, दिल नहीं है।
बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने,
किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है।
इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा,
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं।
क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर,
ना जाने हश्र क्या होगा अगर वो मुस्कुराये तो।
ख़ूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं,
साफ़ छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं।
हुस्न आफत नहीं तो फिर क्या है,
तू क़यामत नहीं तो फिर क्या है।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Marathi
तेरे दिल में उतर जाने को जी चाहता है,
बाँहों से तेरी लिपट कर, जीवन बिताने को जी चाहता है।
खुबसूरत की मूरत है तू, तेरी साँसों में समा क्र,
तुझे अपनी ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
कभी देख उतर कर, मेरे दिल की गहराई में,
की तू भी जान सके मेरे जज़्बात को।
जी तो चाहता है की चाँद को तेरे सामने खड़ा कर दूँ,
ताकि वो भी जान जाये अपनी औकात, मेरे चाँद के आगे।
क्या हसीनों जमील चेहरा है तुम्हारा,
ये दिल सदियों से है देवना तुम्हरा।
लोग कहते है तुम्हे, चाँद का टुकड़ा,
हम तो कहते है की, चाँद भी टुकड़ा है तुम्हरा।
तुझ सा कोई जहाँ में नाज़ुक-बदन कहाँ,
ये पंखुड़ी से होंठ ये गुल सा बदन कहाँ।
हम पर बार बार इश्क़ का इलज़ाम लगाने से क्या होगा,
कभी खुद से तो पोछ की, तू इतना ख़ूबसूरत क्यूँ है।
कुछ मौसम आज सुहाना है, कुछ मेरा अंदाज दीवाना है,
तेरे हुस्न की पूजा करूँ या चुप रहूं, गुनाह दोनों की संगीन हैं।
दिल में उतरता नहीं है अब कोई तेरे सिवा,
तुझे देखते रहना और मुहब्बत करते रहना,,
अब बस यही जरोरी होगया है मेरे लिए।
उन्हें लगता है की हम उनकी झूठी तारीफ करते हैं,
ऐ खुदा बस इतना सा करम कर दे,,
एक दिन के लिए आईने को जुबान दे दे।
तुम्हरा हुस्न आराइश तुम्हारी सादगी ज़ेवर,
तुम्हें कोई ज़रूरत ही नहीं बनाने संवारने की।
बड़ी फुर्सत से बनाया होगा खुदा ने तुझे मेरे हमदम,
ज़ुल्फ़ें है तेरी घना बादल, आँखें तेरी गहरा सागर।
नजर भर के देख लो जो तुम किसी को,
नेक दिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाये।
कश्मीर की वादी में बेपर्दा जो निकले हो,
क्या आग लगाओगे बर्फ़ीली चटानों को।
जिस तरफ़ तू है उधर होंगी सभी की नजरें,
ईद के चांद का दीदार बहाने ही सही।
तेरे जमाल की तस्वीर खींच दूँ लेकिन,
ज़बाँ में आँख नहीं आँख में ज़बान नहीं।
इलाही कैसी कैसी सूरत तूने बनाई है,
की हर सूरत कलेजे से लगा लेने के काबिल है।
इतने हिजाबों पर तो ये आलम है हुस्न का,
क्या हाल हो जो देख लें पर्दा उठा के हम।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Punjabi Language
न पूछो हुस्न की तारीफ हम से,
मोहब्बत जिस से हो बस वो हसीं है।
उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा,
आसमान पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा।
आप क्या आए कि रुख़्सत सब अंधेरे हो गए,
इस क़दर घर में कभी भी रौशनी देखी न थी।
खुदा के दर से हम तुम को खुदा तो कह नहीं सकते,
मगर लुत्फ़-ए-खुदा क़हर-ए-खुदा शान-ए-खुदा तुम हो।
चाँद मशरिक़ से निकलते नहीं देखा मैं ने,
तुझ को देखा है तो तुझ सा नहीं देखा मैं ने।
वो चांदनी सा बदन खुशबू का साया है,
बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है।
उतर भी आओ कभी आसमाँ के ज़ीने से,
तुम्हें खुदा ने हमारे लिए बनाया है।
तिरछे तिरछे तीर नज़र के लगते हैं,
सीधा सीधा दिल पे निशाना लगता है।
आग का क्या है पल दो पल में लगती है,
बुझते बुझते एक ज़माना लगता है।
ये दिलबरी ये नाज़ ये अन्दाज़ ये जमल,
इंसान करे अगर न तेरी चाह क्या करे।
मैं तुम्हारी सादगी की क्या मिसाल दूँ,
इस सारे जहां में बे-मिसाल हो तुम।
खुदा जाने किस-किस की ये जान लेगी,
वो क़ातिल अदा वो क़ज़ा महकी महकी।
फूल जब उसने छू लिया होगा,
होश तो ख़ुशबू के भी उड़ गए होंगे।
मौसम-ए-मिजाज़ गुलज़ार कर गये,
उफ़ वो मुस्कराकर कर्ज़दार कर गये।
हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे,
ऊँगली रखो तो आगे पढ़ने को जी करता है।
घनी ज़ुल्फों के साये में चमकता चाँद सा चेहरा,
तुझे देखूं तो कुछ रातें सुहानी याद आती हैं।
यारो कुछ तो जिक्र करो, उनकी क़यामत बाहों का,
वो जो सिमटते होंगे उनमें, वो तो मर जाते होंगे।
Tareef Shayari For Beautiful Girl Image
न कर ऐ बागबां शिकवा गुलाबों की बेनियाज़ी पर,
हसीन जो भी होते हैं जरा मगरूर होते हैं।
उन के रुख पर हया की सुर्खी का,
एक पैगाम आने वाला है।
बस वो घबराये बस वो शरमाये,
अब मेरा नाम आने वाला है।
जरा उन की शोख़ी तो देखना,
लिए ज़ुल्फ़-ए-ख़म-शुदा हाथ में।
मेरे पास आए दबे दबे,
मुझे साँप कह के डरा दिया।
बात करने में फूल झड़ते हैं,
बर्क गिरती है मुस्कराने में।
नजरें जैसे फराखदिल साकी,
खुम लुढाये मैखाने में।
उनके हुस्न का आलम न पूछिये,
बस तस्वीर हो गया हूँ, तस्वीर देखकर।
न देखना कभी आईना भूल कर देखो,
तुम्हारे हुस्न का पैदा जवाब कर देगा।
एक तो हुस्न बला उस पे बनावट आफत,
घर बिगाड़ेंगे हजारों के संवरने वाले।
तेरी तारीफ में कुछ लफ्ज़ कम पड़ गए,
वरना हम भी किसी ग़ालिब से कम नहीं।
उनको सोते हुए देखा था दमे-सुबह कभी,
क्या बताऊं जो इन आँखों ने शमां देखा था।
आफ़त तो है वो नाज़ भी अंदाज़ भी लेकिन
मरता हूँ मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है।
मुझे दुनिया की ईदों से भला क्या वास्ता यारो,
हमारा चाँद दिख जाये हमारी ईद हो जाये।
वो कहते हैं हम उनकी झूठी तारीफ़ करते हैं,
ऐ ख़ुदा एक दिन आईने को भी ज़ुबान दे दे।
वो सुर्ख होंठ और उनपर जालिम अंगड़ाईयाँ,
तू ही बता… ये दिल मरता ना तो क्या करता।
ये बेख्याली ये लिबास ये गेसू खुले हुए,
सीखी कहाँ से तुमने ये अदाएं नई नई।
ग़ुस्से में जो निखरा है, उस हुस्न की क्या बात,
कुछ देर अभी मुझसे तुम यूँ ही ख़फ़ा रहना।
Funny Tareef Shayari For Beautiful Girl
बस इस शौक़ में पूछी हैं लाखो बातें,
मैं तेरा हुस्न तेरे हुस्न-ए-बयाँ तक देखूँ।
पता नहीं क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर तेरे सामने,
आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है।
नक़ाब क्या छुपाएगा शबाब-ए-हुस्न को,
निगाह-ए-इश्क तो पत्थर भी चीर देती है।
मेरी मासूमियत मुझसे चुरा गया,
कोई इस तरह मोहब्बत मुझसे निभा गया।
दम तोड़ जाती है हर शिकायत लबों पे आकर,
जब मासूमियत से वो कहती है मैंने किया ही क्या है ?
लिख दूं किताबें तेरी मासूमियत पर फिर डर लगता है,
कहीं हर शख्स तेरा तलबगार ना हो जाये।
रुख से पर्दा हटा तो, हुस्न बेनकाब हो गया,
उनसे मिली नज़र तो, दिल बेकरार हो गया।
वो मुझसे रोज़ कहती थी मुझे तुम चाँद ला कर दो,
उसे एक आईना दे कर अकेला छोड़ आया हूँ।
तेरी सूरत देखकर हजारों ने दिल हारे हैं,
कौन कहता है तस्वीरें जुआ नहीं खेलती।
उफ्फ ये नज़ाकत ये शोखियाँ ये तकल्लुफ़,
कहीं तू उर्दू का कोई हसीन लफ्ज़ तो नहीं।
जरा उतर के देख मेरे दिल की गहराइयों में,
कि तुझे भी मेरे जज़्बात का पता चले।
दिल करता है चाँद को खड़ा कर दूं तेरे आगे,
जरा उसे भी तो अपनी औकात का पता चले।
कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा,
ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा।
लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें,
पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।
कशिश हो शायरी की तुम, ग़ज़ल की जान लगती हो,
खुदा के नूर जैसी हो, नज़र की शान लगती हो।
तमन्ना हो मेरी हसरत, तुम्हीं जज़्बात हो मेरे,
रब ने जो किया मुझ पर, वही एहसान लगती हो।
गिरता जाता है चहरे से नकाब अहिस्ता-अहिस्ता,
निकलता आ रहा है आफ़ताब अहिस्ता-अहिस्ता।
मौसम भी खुशमिजाज है, कुछ मेरा अंदाज़ है,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ गुनाह दोनो ही संगीन हैं।
किसी व्यक्ति की तारीफ में शायरी
बयां कैसे करे उसकी सादगी को हम,
पर्दानशीं थे हमी से और निगाहें भी हमीं पर थीं।
भाता नहीं है कोई और अब तेरे सिवा मुझे,
तुझे चाहना और देखते रहना जरुरी हो गया है।
खूबसूरत लगे तो हमने बता दिया,
गुरुर आ गया तुम में नुकसान ये हुआ।
कहते हैं कि हम उनकी झूठी ही तारीफ करते हैं,
ऐ खुदा इतना करम कर दे,,
बस एक दिन के लिए आईने को जुबान दे दे।
मेरे हमदम तुम्हें बड़ी फुर्सत में बनाया है,
जुल्फें ये तुम्हारी बादल की याद दिला दें।
नज़र भर देख लो जो किसी को,
नेक दिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए।
तुझे दिल में बसाने को जी चहता है,
तेरी बाहों में सिमटने को जी चाहता है।
खूबसूरती की मूरत है तू,
तुझे ज़िन्दगी में लाने को जी चाहता है।
हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम,
ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम।
तुम जैसा हसीन न होगा इस जहाँ में,
तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम।
जरुरत नहीं तुम मेरी चाहत हो,
मिले जो ख्वाबो में हां वही दौलत हो।
किस लिए देखती हो आईना,
तुम तो रब से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
हटा के ज़ुल्फ़ चहरे से,
न तुम छत पर शाम को जाना।
कहीं कोई ईद ना करले सनम,
अभी रमज़ान बांकी है।
ये तेरी ख़ूबसूरती है या,
मेरी दीवानगी ऐ सनम।
मुद्दतों से देख रहा हूँ,
फिर भी ये आँखें थकती नहीं।
वो तेरी मासूमियत थी या,
तेरे हुस्न की शरारत।
पहली दफ़ा ऐसा हुआ।
कि दिल और नज़र इक साथ मिले।
तू अपनी निगाहों से न देख खुद को,
चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा।
सब कहते हैं चाँद का टुकड़ा है तू,
मेरी नजर से चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा।
साहिबे-अक्ल हैं आप तो एक मसला हल कीजिये,
रुख-ए-यार नहीं देखा क्या मेरी ईद हो गयी।
अभी इस तरफ़ न निगाह कर,
मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ।
मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना,
तुझे आईने में उतार लूँ।
वो थका हुआ मेरी बाहों में,
जरा सो गया था तो क्या हुआ।
अभी मैंने देखा है चाँद भी,
किसी शाख-ए-गुल पे झुका हुआ।
तारीफ शायरी फॉर गर्ल 2 Line
उसके हुस्न से मिली है मेरे इश्क को ये शौहरत,
मुझे जानता ही कौन था तेरी आशिक़ी से पहले।
इश्क का जौके-नज़ारा मुफ्त को बदनाम है,
हुस्न खुद ही बेताब है जलवा दिखाने के लिए।
अदा परियों की, सूरत हूर की, आंखें गिजालों की,
गरज माँगे कि हर इक चीज हैं इन हुस्न वालों की।
हुस्न की ये इन्तेहाँ नहीं है तो और क्या है,
चाँद को देखा है हथेली पे आफताब लिए हुए।
फ़क़त इस शौक़ में पूछी हैं हज़ारों बातें,
मैं तेरा हुस्न तेरे हुस्न-ए-बयाँ तक देखूँ।
ये बात, ये तबस्सुम, ये नाज, ये निगाहें,
आखिर तुम्हीं बताओ क्यों कर न तुमको चाहें।
ये उड़ती ज़ुल्फें और ये बिखरी मुस्कान,
एक अदा से संभलूँ तो दूसरी होश उड़ा देती है।
कितने नाज़ुक मिजाज़ हैं वो कुछ न पूछिये,
नींद नही आती है उन्हें धड़कन के शोर से।
माना हमारे जैसे हजारों हैं शहर में,
तुम जैसी कोई चीज मगर दूसरी कहाँ।
क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,
फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी।
तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की,
ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये।
चमन में इस कदर तू आम कर दे अपने जलवों को,
कि आँखें जिस तरफ उठें तेरा दीदार हो जाये।
तेरे दीदार पर अगर मेरा इख्तियार होता,
ये रोज-रोज होता और बार बार होता।
एतबार कर दीदार में एहतियात नहीं होता,
ये बेहिसाब जज़्बा है इसमें हिसाब नहीं होता।
चाल मस्त, नजर मस्त, अदा में मस्ती,
जब वह आते हैं लूटे हुए मैखाने को।
गर्ल तारीफ शायरी इन हिंदी
ये कह सितमगर ने ज़ुल्फ़ों को झटका,
बहुत दिन से दुनिया परेशाँ नहीं है।
वो कुछ मुस्कुराना वो कुछ झेंप जाना,
जवानी अदाएँ सिखाती है क्या-क्या।
अपनी इन नशीली आंखों को,
जरा झुका दीजिए मोहतरमा,,
मेरे मजहब में नशा हराम है।
किस किस से छुपाऊ तुम्हें मै अब तो,
तुम मेरी मुस्कुराहट मे भी नजर आने लगे हो।
सफाईयां देनी छोड़ दी है,
मैं बहुत बुरी हूं सीधी सी बात है।
यह आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें तुम्हारी शख्सियत की खबर,
कभी हमारी आंखों से आकर पूछो कितने लाजवाब हो तुम।
खूबसूरती भी क्या चीज है वल्लाह,
यकीन सा आ जाता है।
खुद को देख कर,
मैं ज़िद्दी नहीं हूं पर बाखुदा अगर,
जिद पर आ जाऊं बहुत बुरी हूं मैं।
अक्सर तन्हाई में सोचकर हस दिया करती हूं,
के मुझे सब याद है लेकिन मैं किसी को नहीं।
मेरे मिजाज की क्या बात करते हो साहब,
कभी-कभी मैं खुद को भी जहर लगती हूं।
में किसी और को देखु, तो उसे बुरा लगता है,
में वक़्त पे बात न कृ तो उसे बुरा लगता है।
कहती है कभी मेरी तारीफ में भी लिखा करो,
मेरा हर वक़्त बेवफाईयाँ लिखना उसे बुरा लगता है।
तेरे हसन का करू ही क्या में तारीफ तू जो एक,
बार मुस्कुरादे तो इश्क़ मेह पड़जाये ये पूरा महफ़िल।
तुमको देखा तो मोहब्बत भी समझ आयी,
वर्ण इस लफ्ज़ की सिर्फ तारीफ सुना करते थे।
क्या ख़ाक करू उस चाँद की तारीफ में,
जो हर लम्हा डूब जाता है, अब तोह चाँद,,
को भी तैरना सीखना है।
जहाँ तारीफ करनी हो वहां हर कोई चुप हो जाता है ,
और बुराई करने के लिए गूंगे भी बोल पढ़ते हैं।
खुवाहिश ये नहीं की ,
मेरी तारीफ हर कोई करे ,,
कोशिश ये ज़रूर है, कोई बुरा न कहे।
ब्यूटीफुल गर्ल कोट्स इन हिंदी
तेरी तरफ जो नजर उठी,
वो तापिशे हुस्न से जल गयी।
तुझे देख सकता नहीं कोई,
तेरा हुस्न खुद ही नकाब हैं।
उसका चाहा तो मोहब्बत की तारीफ नज़र आयी,
वार्ना इस शब्द की तो सिर्फ तारीफ सुना करते थे।
ममता की तारीफ न पूछिए जनाब ,
चिड़िया सांप से लड़ जाती है।
तारीफ अपने आप की करना फ़िज़ूल है ,
खुशबू खुद बता देती है कौन सा फूल है।
सब हे तारीफ करते है मेरी शायरी ,
कभी कोई नहीं सुनता मेरे लफ़्ज़ों की सिसकियाँ।
इज़्ज़त और तारीफ मांगी नहीं जाती ,
कमाई जाती है।
कभी आप अपनी तारीफ सुन कर शक में पर जाएँ ,
तोह यक़ीन करें आपको अकाल आ चुकी है।
जो लव्स तेरी तारीफ करते नहीं थकते थे ,
आज वो तेरा नाम तक नहीं लेना चाहते है।
सब तारीफ कर रहे थे अपने प्यार की ,
हम नींद का बहाना दे कर महफ़िल छोड़ आये।
क्या लिखों तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार ,
अलफ़ाज़ काम पद रहे है तेरी मासूमियत देखकर।
वो निगाहों से यूँ शरारत करते हैं,
अपनी अदा से भी कयामत करते हैं।
निगाहें उनकी भी चेहरे से हटती नहीं,
और वो हमारी नजरों से शिकायत करते हैं।
तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो,
जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो।
किस लिए देखती हो आईना,
तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
हुस्न दिखा कर भला कब हुई है मोहब्बत,
वो तो काजल लगा कर हमारी जान ले गयी।
तेरी सादगी को निहारने का दिल करता है,
तमाम उम्र तेरे नाम करने को दिल करता है।
एक मुक़्क़मल शायरी है तू कुदरत की,
तुझे ग़ज़ल बना कर जुबां पर लाने को दिल करता है।
होंठो पे अपने यूँ ना रखा करो,
तुम नादान कलम को।
वरना नज़्म फिर नशीली होकर,
लड़खड़ाती रहेगी।
Tareef Status For Beautiful Girl In Hindi
खूबसूरती ना ही सूरत में होती है,
और ना ही लिबास में।
ये तो महज़ जालिम नजरों का खेल है,
जिसे चाहे उसे हसीन बना दें।
रूठ कर कुछ और भी,
हसीन लगते हो।
बस यही सोच कर,
तुमको खफा रखा है।
सरक गया जब उसके,
रुख से पर्दा अचानक।
फ़रिश्ते भी कहने लगे,
काश हम इंसान होते।
तुम हशीन हो के गुलाब जैसी हो,
बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो।
होठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
ये गेशुओं कि घटायें,
ये लबों के महखाने।
निगाह-ए-शौक खुदाया,
कहाँ कहाँ ठेहरे।
हया से सर झुका लेना,
अदा से मुस्कारा देना।
हसीनो को भी कितना सहल है,
बिजली गिरा देना।
निगाह-यार पे पलकों की लगाम न हो,
बदन में दूर तलक ज़िन्दगी का नाम न हो।
वो बेनकाब फिरती है गली कूचों में,
तो कैसे शहर के लोगो में कतले आम न हो।
मेरी निगाह-ए-शौक भी कुछ कम नहीं मगर,
फिर भी तेरा शबाब तेरा ही शबाब है।
रुके तो चाँद चले तो हवाओं जैसा है,
वो शख्स धूप में भी छाव जैसा है।
अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,
काफ़िर की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।
हुस्न वालो को संवरने की जरुरत क्या है,
वो ओ सादगी में भी कयामत की अदा रखते हैं।
इलाही खैर हो उलझन पे उलझन भरती जाती है,
न मेरा दम न उनके गेसुओं का ख़म निकलता है।
कयामत ही न आ जाये जो परदे से निकल आओ,
तुम्हारे मुँह छुपाने में तो ये आलम गुजरता है।
ये दिल फरेब तबस्सुम ये मस्त नजर,
तुम्हारे दम से चमन में बहार बाकी है।
तुझको सजने सवारने की जरुरत ही क्या है,
तुझपे सजती है हया भी किसी जेवर की तरह।
बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,
आपको देखा वो ख्वाहिश जाती रही।
Tareef Quotes For Beautiful Girl In Hindi
मुझको ये आरज़ू वो उठाएं नक़ाब खुद,
उन को ये इंतज़ार तकाजा करे कोई।
उस हुस्न-ए-बेमिसाल को देखा न आज तक,
जिस के तसुव्वरात ने जीना सिखा दिया।
होश-ए-हालात पे काबू तो कर लिया मैंने,
उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा।
कमसिनी का हुस्न था वो… ये जवानी की बहार,
पहले भी तिल था रुख पर मगर क़ातिल न था।
हमारा क़त्ल करने की उनकी साजिश तो देखो,
गुजरे जब करीब से तो चेहरे से पर्दा हटा लिया।
कुछ मौसम रंगीन है कुछ आप हसीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।
नहीं भाता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,
तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है।
तेरी बेझिझक हँसी से न किसी का दिल हो मैला,
ये नगर है आईनों का यहाँ साँस ले संभल के।
पर्दा-ए-लुत्फ़ में ये ज़ुल्म-ओ-सितम क्या कहिए,
हाय ज़ालिम तेरा अंदाज़-ए-करम क्या कहिए।
इस डर से कभी गौर से देखा नहीं तुझको,
कहते हैं कि लग जाती है अपनों की नज़र भी।
क्यों चाँदनी रातों में दरिया पे नहाते हो,
सोये हुए पानी में क्या आग लगानी है।
ऐ सनम जिस ने तुझे चाँद सी सूरत दी है,
उसी अल्लाह ने मुझ को भी मोहब्बत दी है।
लेने न पाए उनकी बलायें बढ़ा के हाथ,
उस बदगुमाँ ने थाम लिए मुस्कुरा के हाथ।
वो शरमाई सूरत वो नीची निगाहें,
वो भूले से उनका इधर देख लेना।
Tareef Shayari For Beautiful Girl In Hindi For Whatesapp
साथ शोखी के कुछ हिजाब भी है,
इस अदा का कहीं जवाब भी है?
अदाएं उनकी दिलों से खेलती हैं,
वो क्या जाने वफ़ा क्या है जफा क्या।
सलीका तुमने परदे का बड़ा अनमोल रखा है,
यही कातिल निगाहें हैं इन्हीं को खोल रखा है।
जलवों की साजिशों को न रखो हिजाब में,
ये बिजलियाँ हैं रुक न सकेंगीं नक़ाब में।
बड़ी आरज़ू थी मोहब्बत को बेनकाब देखने की,
दुपट्टा जो सरका तो जुल्फें दीवार बन गयीं।
खुद न छुपा सके वो अपना चेहरा नक़ाब में,
बेवज़ह हमारी आँखों पे इल्ज़ाम लग गया।
उनके खूबसूरत चेहरे से नकाब क्या उतरा,
जमाने भर की नीयत बेनकाब हो गई।
वो बे-नकाब जो फिरती है गली-कूंचों में,
तो कैसे शहर के लोगों में क़त्ल-ए-आम न हो।
चाँद सा जब कहा तो वो गिला करने लगे,
बोले… चाँद कहिये न, चाँद सा क्या है।